सिरदर्द से छुटकारा पाने के कुछ अचूक उपाय

सिरदर्द सिर के किसी भी हिस्से में होने वाला दर्द होता है| सिरदर्द, सिर के एक या दोनों तरफ हो सकता है| यह दर्द या  तो सिर में एक बिंदु से शुरू होकर पुरे सिर में फैल जाता है, या फिर किसी एक निश्चित स्थान पर होने लगता है| सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए हम आपको कुछ उपाय बताने जा रहे हैं|

किताब को सिरहाने की तरह प्रयोग करें

तनाव के कारण पैदा हुए सिरदर्द, जो कि सिर के पिछले हिस्से में पैदा होता है , इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए पीठ के बल लेट जाएं तथा सिर के नीचे एक किताब को सिरहाने की तरह रखें | किताब के किनारे को इस तरह एडजस्ट करें कि यह आपके सिर के पीछे के गांठदार हिस्से पर स्थित हो |

अब अपने ठोड़ी को अपने छाती की ओर झुका लें| इससे इस हिस्से की छोटी मास पेशियां लम्बी होती हैं, और खिंचती है, और सिरदर्द से राहत मिलती है |

स्मार्टर फ़ोन पोजीशन अपनाएं

एक औसत सिर का वजन 10-12 पौंड होता है, और एक हालिया अध्ययन में पाया गया है कि, टैक्सट मैसेज लिखते समय हम जो मुद्रा अपनाते है, उसका अर्थ है कि, आपकी गर्दन तथा रीढ़ पर दबाव 60 पौंड तक बढ़ जाता है – यह उसी सामान है, जैसे एक 8 वर्षयि बच्चा आपके कंधों पर लदा हो| गर्दन के इस तनाव के कारण सर्विकोजैनिक सिरदर्द होता  हैं |

ऐसे सिरदर्द से बचने के लिए पीछे की ओर होकर बैठें तथा जब फ़ोन का इस्तेमाल करें तो सिर को थोड़ा ऊपर की ओर कर लें|फ़ोन को अपने आंखों के समानांतर लाएं| इस बात का ख़ास ख्याल रखें कि सिर ऊपर की ओर सीधी रेखा में हो|

गहरी सांस ले

हम में से अधिकांश लोग बहुत उथले ढंग से सांस लेते हैं| इसका अर्थ हो सकता है, कि दिमाग की रक्त वाहिनियों को ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो रही है, जिसके परिणाम स्वरूप सिरदर्द पैदा होता है | कुछ समय तक गहरी सांस लेने से रक्त प्रवाह में सुधार होता है, और सिरदर्द दूर हो सकता है|

लम्बे होकर बैठने का प्रयास करें और अपने हाथों को अपनी पसलियों पर रखें| जैसे ही सांस अंदर खींचे तो अपनी पसलियों तथा पीठ के फैलने पर फोकस करें, फिर सांस पूरी तरह बाहर छोड़ें और अपनी पसलियों को पुन ; अपने स्थान पर आती अनुभव करें| इसे कई बार दोहराएं|

बालों को खुला छोड़ें

लंदन माईग्रेन क्लीनिक में हुए एक अध्ययन के अनुसार 53 प्रतिशत अधिक महिलाओं को इसलिए सिरदर्द हुआ क्योंकि उन्होंने पोनीटेल की थी | ऐसा माना गया है कि उनकी सिर की खाल के ऊतकों में परेशानी हो सकती थी तो या तो अपनी पोनीटेल को ढीला रखें या अपने बालों को खुला छोड़ दें |

अपनी जीभ को रिलैक्स करें

अपने मुहं के ऊपर की ओर अपनी जीभ को कुछ सैकंड तक प्रैस करें, फिर उसे रिलैक्स करें ताकि यह आपके मुंह के तले में गिरे| इससे जबड़े का तनाव दूर होगा जो सिरदर्द पैदा कर सकता है|

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अजीबोगरीब- एक ऐसा गाँव जिसके लोग महीनों सोते रहते हैं!

इस संसार में कुछ न कुछ ऐसी रहस्यमयी घटनाएं घटित होती रहती है, जिसका कारण ढूंढने में वैज्ञानिकों को भी पसीना आ जाता है। ऐसी ही कुछ घटनाएं पिछले 4 साल से उत्तरी कजाकिस्तान के कलाची गाँव में हो रही है। उत्‍तरी कजाकिस्तान में बसे कलाची गाँव में लोग कुंभकरण की तरह लम्बी नींद सोने के लिए दुनिया भर में मशहूर हो रहे हैं। यहां अगर कोई सोता है, तो महीनों बाद ही उसकी नींद खुलती है। इस गाँव को लोग ‘स्‍लीपी हॉलो’ के नाम से जानते  है।

इतने महीनों तक सोना इस गाँव के लोगों के लिए सबसे बड़ी और एक रहस्यमयी बीमारी बन चुका है।गाँव में इस बीमारी की शुरुआत अप्रैल 2010 में हुई थी। तब से यह बीमारी लगातार बढ़ती जा रही है।इस गाँव की आबादी 600 है, जिसमें  से 14 प्रतिशत आबादी इस बीमारी की चपेट में आ चुकी है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को अचानक से नींद आ जाती है, और कभी-कभी यह नींद कुछ घंटो की होती है, जबकि कभी-कभी यह नींद महीनों तक की होती है।

इस गाँव के लोगों को नहीं पता कि वह कब सो जातें हैं और कब जागते हैं। यहां लोग काम करते-करते भी अचानक सो जाते है। इस बीमारी का कारण खोजने में लगी टीमों के अनुसार यहां के लोगों के दिमाग में किसी तरल पदार्थ की मात्रा का उत्पादन तेज गति से होता है। डॉक्टर्स इसका एक मात्र कारण प्रदूषित पानी बताते है।

इस रहस्यमयी बीमारी के कारण जानने की लिए डॉक्टरों तथा विशेषज्ञों ने काफी प्रयास किए हैं, और अब उनका मानना है, कि गाँव के करीब स्थित यूरेनियम की बंद हो चुकी खदानें ही इसका कारण हैं| उनकी वजह से कभी-कभी हवा में कार्बन-मोनो ऑक्साइड का स्तर काफी बढ़ जाता है, जिसका असर लोगों के दिमाग पर होता है,तथा वह अचनाक सो जाते हैं| अब इस गाँव के लोगों को किसी सुरक्षित स्थान पर बसाने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं|

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अपने ह्रदय को रखे स्वस्थ जानिए कैसे

ह्रदय रोग तथा स्ट्रोक विश्व में मृत्यु के सबसे बड़े कारणों में से एक हैं | इनके चलते प्रति वर्ष 1 करोड़ 73 लाख मौतें विश्व भर में होती हैं | मेडिकल विशेषज्ञाों का कहना है, कि कार्डियो वैस्कुलर डिजीज (सी. वी.डी.) के कारण होने वाली  80 प्रतिशत मौतों को रोका जा सकता है |

यदि इसके चार कारकों से बचा जाए जिनमें तम्बाकू, अस्वस्थ डाइट, शारीरिक निष्क्रियता तथा अल्कोहल का नुकसानदायक सेवन शामिल है| आइए जानते हैं, कि इन  चार चीजें से कैसे निपटा जा सकता  है –

तम्बाकू का सेवन

तम्बाकू विश्व के सबसे घातक कातिलों में से एक है, और यह सी.वी. डी. का दूसरा प्रमुख कारण है|यदि तम्बाकू वर्त्तमान रुझान में ऐसे ही जारी रहा तो 2030 तक इससे होने वाली मौतों की संख्या 80 लाख के लगभग हो जाएगी| तम्बाकू पर नियंत्रण करने वाले कानूनों को शक्तिशाली बनाना ही इसे रोकने का सबसे साधारण उपाय है, जिससे कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं, और जनसंख्या के एक बड़े भाग में सुधार लाया जा सकता है|

अस्वस्थ्य भोजन

स्वस्थ्य व्यक्ति के लिए डाइट ही मुख्य होती है, और बीमार व्यक्ति के लिए दवा ही उसका भोजन होती है|एक स्वस्थ ह्रदय के लिए खाने का अर्थ है, कि आप अपनी थाली में भरपूर मात्रा में फलों तथा सब्जियों को शामिल करें|फाइबर के अधिक सेवन पर धयान दें|सैचुरेटिड तथा ट्रांस फैट्स युक्त खाद्दों का सेवन सीमित कर दें|

कुछ विशेष खाद्द ह्रदय को स्वस्थ बनाने के लिए जाने जाते हैं|प्रचुर मात्रा में फलों-सब्जियों वाली स्वास्थ्यवर्धक डाइट के सेवन से आप कई रोगों से दूर रह सकते है|प्रोसैस्ड तथा डिब्बा बंद खाद्दों के साथ ही नमक का सेवन भी कम कर दें | इसकी बजाय हल्के तथा ताज़ी सामग्री से बने भोजन का ही सेवन करें |

शारीरिक निष्क्रियता

सी.वी.डी. को रोकने के लिए सबसे मह्त्वपूर्ण है एक स्वस्थ जीवनशैली का अनुसरण करना | सही ढंग से वजन कम करना, और कमर के घेरे को ठीक रखना भी जरूरी है| रोजाना की जाने वाली कुछ कसरतें ह्रदय संबंधी रोगों को दवाओं के इस्तेमाल के मुक़ाबले अधिक प्रभावी ढंग से रोकती हैं |

आपकी फिटनैस बहुत जरूरी है | सप्ताह में एक बार 60 मिंट की कठोर शारीरिक गतिविधि से कोरोनरी हार्ट डिजीज का खतरा 30 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है |

शराब का सेवन

शराब के सेवन में कई पहलू है,जैसे अल्कोहल की वॉल्यूम, शराब पीने का ढंग आदि | शराब के कारण होने वाली हर पांच मौतों में से एक सी.वी.डी. के कारण होती है | इस तरह प्रति वर्ष 5 लाख लोग शराब के सेवन से मर जाते है | हाईपरटैंशन, कार्डियक, तथा हार्ट फेलियर एन सभी का कारण अल्कोहल होता  है, इसलिए शराब का सेवन की मात्रा को सीमित रखना चाहिए  |

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दुनिया की 5 सबसे महाशक्तिशाली खुफिया एजेंसिया

जासूसी करने के लिए हर एक  देश ने खुफिया एजेंसियों को स्थापित किया हुआ  है, जिनका काम होता है किसी भी बड़ी घटना के होने से पहले ही उसका पता लगाकर देश के नागरिकों को सुरक्षित करना, मगर ये काम बेहद ख़ुफ़िया तरीके से करने पड़ते हैं. ये एजेंसीयां  इन ख़ुफ़िया कामों को ऐसे अंजाम देती हैं,जिसकी लोगों को ख़बर तक नहीं लगती, और इनके एजेंट हमारे और आपके बीच ही मौजूद होते है, लेकिन हमें इनका पता भी नहीं चलता | इन एजेंसियों के एजेंट्स कुछ इसी तरह से सीक्रेट काम करते रहते हैं.

Central Intelligence Agency (CIA) – America

अमेरिका की ख़ुफ़िया सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी को दुनिया की सबसे ताक़तवर एजेंसी माना जाता है| इसकी स्थापना 1947 में  राष्ट्रपति हैरी ए ट्रूमैन ने की थी| सी.आई.ए. चार हिस्सों में बंटी हुई है| इसका मुख्यालय वॉशिंगटन के पास वर्जीनिया में स्थित है|

सी.आई.ए. का मुख्या काम डायरेक्टर ऑफ़ नेशनल इंटेलिजेंस को रिपोर्ट करना है, और साइबर क्राइम, आतंकवाद रोकने के साथ  देश की सुरक्षा के लिए भी ये काम करती है| सी.आई.ए. आतंकियों को पकड़ कर उनको ज़बरदस्त तरीके से टॉर्चर करती है. साल 2013 में  सीआईए दुनिया की सबसे अधिक बजट वाली ख़ुफ़िया एजेंसी थी |

Federal Security Service (FSB) – Russia

रूस की खुफिया एजेंसी का नाम फेडरल सिक्योरिटी सर्विस (एफ.एस.बी.) है, इसकी स्थापना 12 अप्रैल 1995 को हुई थी. एफ.एस.बी. का मुख्यालय मॉस्को में है। रूस की ख़ुफ़िया एजेंसी FSB इंटेलिजेंस से जुड़े मामलों के अलावा बॉर्डर सिक्योरिटी के मामलों पर भी गहरी नज़र रखती है| ये एजेंसी विशेष तोर पर विदेशी गतिविधियों पर ही काम करती है.

Australian Secret Intelligence Service (ASIS) – Australia

ऑस्ट्रेलियन सीक्रेट इंटेलिजेंस सर्विस (ए.एस.आई.एस.) ऑस्ट्रेलिया की खुफिया एजेंसी है. इसकी स्थापना 13 मई 1952 को की गई थी. इसका मुख्यालय ऑस्ट्रेलिया के केनबरा में स्थित है. ASIS की मज़बूती का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, कि इसने  अब तक अपने देश को अंतर्राष्ट्रीय ख़तरों से बचाए हुआ है | ए.एस.आई.एस. की तुलना अमेरिका के सी.आई.ए और यूके की खुफिया एजेंसी एम.आई.- 6 से की जाती है|

Directorate General for External Security (DGSE) – France

फ़्रांस की इंटेलिजेंस एजेंसी Directorate General for External Security (DGSE) है, इसका मुख्य काम फ़्रांस सरकार के लिए विदेशों से ख़ुफ़िया जानकारी एकत्र करना है| DGSE को 1982 में बनाया गया था| DGSE का मुख्यालय पेरिस में है| ये एजेंसी अन्य देशों की एंजेसियों से काफ़ी अलग है क्योंकि, ये सिर्फ़ बाहरी मामलों पर ही नज़र रखती है.

Bundesnachrichtendienst – Germany

जर्मनी की खुफिया एजेंसी Bundesnachrichtendienst है. इसकी स्थापना 1956 में की गई थी | बी.एन.डी. को दुनिया की सबसे बेहतरीन खुफिया और आधुनिक तकनीकों वाली एजेंसी माना जाता है.इसका मुख्यालय म्यूनिख के पास पुलाच में है|  इस इंटेलीजेंस एजेंसी की खास बात यह है, कि ये  हर ख़तरे को पहले ही भांप लेती है और उसको बेहद कम समय में ख़त्म कर देती है. इस मामले में बी.एन.डी.को दुनिया की सबसे कुशल एजेंसी माना जाता है|

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World’s 5 Most Powerful Intelligence Agencies

जानिए कैसे शुरू हुई बकरीद पर कुर्बानी की प्रथा

भारत में सालभर में कई त्‍योहार मनाए जाते हैं, और अगस्‍त का तो पूरा महीना ही त्‍योहारों के नाम होता है. इसमें हिंदुओं का एकादशी व्रत और शिवरात्रि का त्‍योहार आता है, और केरल का मशहूर त्‍योहार ओणम भी मनाया जाता है.त्‍योहारों के लिए खास अगस्‍त के महीने में मुसलमानों का बकरीद का त्‍योहार भी मनाया जाता है.

इस्‍लाम धर्म को मानने वाले

इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग रमजान खत्म होने के लगभग 70 दिनों बाद बकरीद मनाते हैं। इसे ईद-उल-जुहा भी कहते हैं। इस दिन मुस्लिम लोग मस्जिद में जाते है, और एक दुसरे के गले मिलते है |इस साल बकरीद का त्योहार तीन दिन 22, 23 और 24 अगस्त को मनाया जाएगा। ईद-उल-फितर के बाद यह त्योहार मुस्लिम समुदाय के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। इस दिन मुसलमानों के घर में कुछ चौपाया जानवरों की कुर्बानी देने की प्रथा भी है।आइए जानते हैं कि, कुर्बानी देने के पीछे इस्लाम धर्म की क्या मान्यता है …

हजरत इब्राहिम ने शुरू की परंपरा

इस्लाम धर्म के प्रमुख पैगंबरों में से हजरत इब्राहिम भी एक है। इन्हीं की वजह से ही बकरीद के दिन मेमने की कुर्बानी देने की परंपरा शुरू हुई थी।

अल्‍लाह का हुक्‍म

माना जाता है, कि अल्‍लाह ने एक बार इनके ख्‍वाब में आकर इनसे इनकी सबसे प्‍यारी चीज कुर्बान करने को कहा था । इब्राहिम को अपनी इकलौती औलाद उनका बेटा सबसे अज़ीज़ था। उन्‍हें बुढ़ापे में जाकर अब्‍बा बनने की खुशी मिली थी। मगर अल्‍लाह के हुक्‍म के आगे वह अपनी खुशी को कुर्बान करने को तैयार थे।

अल्‍लाह ने किया यह चमत्‍कार

अल्‍लाह की मर्जी के आगे भला किसी की क्‍या मजाल। हुआ यूं कि इब्राहिम अपने बेटे को कुर्बान करने को ले जा रहे थे तभी रास्‍ते में उन्‍हें एक शैतान मिला और उनसे कहने लगा कि भला इस उम्र में वह अपने बेटे को क्‍यों कुर्बान करने जा रहे हैं? शैतान की बात सुनकर उनका मन भी डगमगाने लगा और वह सोच में पड़ गए। मगर कुछ देर बाद उन्‍हें याद आया कि उन्‍होंने अल्‍लाह से वादा किया है।

आंख पर बांध ली पट्टी

इब्राहिम को लगा कि कुर्बानी देते वक्त उनके बेटे के प्रति उनका लगाव आड़े आ सकता है, तो इब्राहिम ने इससे बचने के लिए आंख पर पट्टी बांध ली थी । इब्राहिम ने जैसे ही अपने बेटे की गर्दन पर छुरी चलाई तभी एक फरिश्ते ने आकर उसके बेटे की जगह एक मेमना रख दिया और उनके बेटे की जान बच गई और इस तरह से मेमने की कुर्बानी दे दी गई | कुर्बानी देने के बाद जैसे ही उन्होंने आंख से पट्टी हटाई तो देखा कि उनका बेटा जिंदा उनके सामने खड़ा है। अल्लाह ने चमत्कार किया और उनके बेटे को बचा लिया |

शैतान को मारे जाते हैं पत्थर

हज पर जाने वाले इब्राहिम को रास्ते से भटकाने वाले शैतान को लोग अपनी हज यात्रा के आखिरी दिन पत्थर मारते हैं।

चुड़ैल से मिलना है? तो बोलिए ये तीन शब्द!! सावधान!! हम आपकी सुरक्षा की गारंटी नहीं देते!!

यह कहानी एक चुड़ैल के बारे में है। जिसका नाम Bloody Mary है। वैसे तो हम लोग फिल्मों और कहानियों में भूतों, चुड़ैलों को देखते है पर ये कहानी नहीं बल्कि एक सच्ची घटना है।

Bloody mary नाम की इस चुड़ैल ने यूरोप देश में अपने ख़ौफ का आतंक मचा रखा था। पहले ज़माने में यूरोप देश में एक प्रथा होती थी। एक कुँवारी लड़की को अंधेरे में हाथ में एक शीशा लेना होता था और दूसरे हाथ में एक मोमबत्ती लेनी होती थी। उस शीशे और मोमबत्ती को ले कर सीढियों पर उल्टा चलना होता था। सीढियों पर उल्टा चलते वक़्त उस लड़की को अपने शीशे में देखना होता था।

माना जाता था कि इस प्रक्रिया के वक़्त लड़की को उस शीशे में अपने होने वाले पति का चेहरा दिखता था। जिससे ये माना जाता था कि उसका विवाह और जीवन अच्छा रहेगा। अगर इसी प्रक्रिया में किसी लड़की को कोई कंकाल या खून से लथपथ कोई व्यक्ति दिखता तो माना जाता था कि विवाह से पहले ही उसके पति या उस लड़की की मौत हो जाएगी। जो कि बहुत बुरा संकेत माना जाता था।

लेकिन विवाह करने से पहले यूरोप में इस प्रथा को अवश्य करना होता था। कहा जाता है कि एक Marry नाम की लड़की भी इसी प्रथा से गुजरी। परंतु उसको अपने शीशे में एक कंकाल दिख गया वो समझ गई की उसका जीवन बर्बाद हो जाएगा। इसी दुःख में उसने अपनी जान दे दी थी। सबसे अनोखी बात ये है कि आप इस चुड़ैल को आज भी अपने सामने बुला सकते है।

अगर आज भी कोई रात के 3 बजे, जिस वक्त को भूतों और  प्रेतों का समय कहा जाता है, उस वक़्त कोई शीशे के सामने खड़ा हो जाए और हाथ में एक मोमबत्ती ले कर शीशे में देखते हुए तीन बार bloody mary कहेगा तो उसकी आत्मा आपको शीशे में दिखने लगती है। बहुत लोग कहते है कि उन्होंने भी bloody mary को दखने के लिए ऐसा किया और उनको शीशे में खून से लथपथ एक भयानक चुड़ैल दिखी।

बहुत से लोगों के साथ ये बुरी घटना घट चुकी है। अगर आप ये सोच रहे है कि क्यों न हम भी ऐसा करने की सोचें तो हम आपको ऐसा करने के लिए मना करेंगे। ये तो हमें नहीं पता कि ये बात सच है कि नहीं, लेकिन science इसको दिमाग का धोखा मानती है।

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सुंदर त्वचा के लिए उपाय

सुंदर त्वचा के लिए उपाय

आज के टाइम में आखिर कौन सुंदर नहीं दिखना चाहता। महिलाएं और लड़कियां सुंदर दिखने के लिए क्या क्या नहीं करतीं। घर से बाहर निकलने के बाद आपकी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों और प्रदूषण का सामना करना पड़ता है। सूर्य की हानिकारक किरणों के कारण आपको ऑयली स्किन (Oily Skin), दाग-धब्बे, मुहांसों और पिंपल्स जैसी कई ब्यूटी प्रॉब्लमस  का सामना भी करना पड़ता है। ऐसे में आप इन प्रॉब्लमस को दूर करने के लिए कई तरह के महंगे ब्यूटी प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं। पर उसके लिए जरूरी नहीं है कि महंगे प्रोडक्ट का ही इस्तेमाल किया जाए। सुंदर  दिखने  के  लिए  आप  कुछ घरेलू तरीके भी अपना सकते है, जिनसे आप एकदम ग्लोइंग स्किन और गोरा रंग पा सकेंगे।

  • हफ्ते में एक बार चेहरे की क्लींजिंग, टोनिंग, स्क्रबिंग या मसाज जरूरी है। इस से चेहरे पर जमा डेड स्किन हट जाते हैं, जिससे चेहरे में चमक आ जाती है। आप चाहें तो पार्लर या घर पर इसे आसानी से कर सकते हैं।
  • आप अपना चेहरा साफ करने के लिए नारियल पानी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। क्लींजिंग के बाद स्किन के पोर्स बंद करने के लिए अल्कोहल फ्री टोनर का इस्तेमाल करना चाहिए।
  • त्वचा की डेड सेल्स और इस पर जमी धूल मिट्टी की सफाई के बाद अच्छा बॉडी लोशन या मॉइश्चराइजर लगाएं। त्वचा में नमी बनाए रखने के लिए एलोवेरा, जैतून का तेल, शिया बटर आदि से बने मॉइश्चराइजर या बॉडी लोशन का उपयोग करें।
  • सूर्य की हानिकारक किरणें झुर्रियों, भूरे रंग के धब्बे, मुहांसे, पिंपल्स और स्किन कैंसर का कारण भी बन सकती हैं। इसलिए धूप में निकलने से पहले अपनी स्किन को अच्छी तरह से ढक लें और जितना हो सके सूरज की किरणों से सुरक्षित रहें।
  • 2 चम्मच बेसन में थोड़ा सा चंदन पाउडर, 1 चुटकी हल्दी और थोड़ा सा दूध मिलाकर पेस्ट बना लें और चेहरे पर लगा लें। 1 से 2 घंटे तक इस मास्क को सूखने के लिए छोड़ दें और फिर ठंडे पानी से धो दें। फेस पैक में दूध की जगह सादा पानी या फिर गुलाब जल भी इस्तेमाल किया जा सकता है। ध्यान रहे कि चेहरे को धोने के बाद किसी भी तरह के फेसवॉश और साबुन का उपयोग ना करें।
  • चेहरे पर सबसे पहले आंखों के आसपास झुर्रियां आती हैं। इन झुर्रियों को दूर करने के लिए नारियल के तेल का इस्तेमाल करें। नारियल के तेल को अपनी आंखों के पास लगाकर हल्के से मसाज करें। ऐसा करने से आपकी आंखों के आसपास की झुर्रियां दूर हो जाती है। साथ ही स्किन की ड्राइनेस भी खत्म हो जाती है।
  • भोजन में विटामिन सी की मात्रा बढ़ाएं जैसे नीबू, संतरा और आंवला आदि का सेवन करें। डाइट में टमाटर, तरबूज, अमरूद और सैलेड को शामिल करें।
  • शरीर के साथ-साथ पानी चेहरे की स्किन को भी हाइड्रेट रखता है। स्किन को प्राकृतिक रूप से खूबसूरत बनाना हो तो प्रतिदिन 8-10 लीटर पानी पीएं। पानी पीने से शरीर और त्वचा से हानिकारक टॉक्सिन और तेल पसीने के रूप में बाहर निकल जाता है और आपकी त्वचा स्वस्थ रहती है। दिन भर में कम से कम दस ग्लास पानी पिएं।
  • गर्मियों में हैवी ब्यूटी प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल न करें। इससे प्रॉब्लम कम होने की बजाए और भी बढ़ जाती है। इसलिए समर सीज़न में जितना हो सकें लाइट मेकअप करें।
  • स्किन के सीबम ऑयल को नियंत्रित रखने के लिए अधिक तेल और मसालेदार वाला भोजन खाना छोड़ दें।
  • उचित समय में नींद न लेने से भी त्वचा तनावपूर्ण और थकी हुई दिखती है। उचित समय पर नींद लेने से आपकी त्वचा स्वस्थ और जवान रहती है। जब आप सोते हैं तो आपका शरीर पुनर्जीवन की प्रक्रिया से होकर गुज़रता है और अधिक स्वस्थ त्वचा कोशिकाएं उत्पन्न करती है जो झुर्रियों और बुढ़ापे को रोकता है।
  • तुलसी की सिर्फ पूजा ही नहीं होती बल्कि खूबसूरती बढ़ाने के लिए भी ये बहुत गुणकारी है। तुलसी के पत्तों को पीसकर लगाने से चेहरे का रंग तो साफ होता ही है, स्किन भी ग्लो करने लग जाती है।
  • रात को सोने से पहले चेहरा धोकर नाइट क्रीम जरूर लगाएं। नाइट क्रीम लगाने से त्वचा स्वस्थ और चमकदार बनी रहती है। नियमित रूप से मॉस्चराइजर का उपयोग झुर्रियों को आने से रोकता है और आपकी त्वचा को कोमल और चमकदार बनाए रखने में सहायता करता है।

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इस बच्ची के है 6 लाख इंस्टाग्राम फॉलोअर्स जानिए कैसे

आईये जानते है कि कब तक चलेगा आपका प्यार

अक्सर प्यार में छोटी -छोटी  बातों से कुछ रिश्ते टूट जाते है, और कई बार प्यार का रिश्ता जीवन भर का  बन जाता है. ऐसे में प्यार के अलग-अलग ढंग होने के कारण इसको कुछ हिस्सों में बांट दिया गया है. जिससे आप पता कर सकते है कि आपका प्यार कब तक चलेगा और किस श्रेणी में से है.

नाटकीय

यदि आपका संबंध उतार-चढ़ाव से भरा हुआ है, तो आप प्यार के पहले समूह मे शामिल हैं| जिनको ‘नाटकीय ‘ कहा जाता है|

वैज्ञानिकों ने माना है, कि इस समूह में रहने वाले जोड़ों के प्यार में निरंतरता नहीं होती है और वह अक्सर अपने संबंधों की नकारात्मक बातों को यह कहकर जायज़ ठहराते है, कि उन दोनों का साथ अच्छा नहीं है| वह अपने साथी पर हमेशा यह आरोप लगाते हैं कि वह एक दूसरे को वक्त नहीं देते |ऐसे में अगर उनका रिश्ता टूट जाता है तो इसमे कोई हैरानी की बात नहीं है क्योंकि, इन जोड़ों के संबंध के टूटने की सम्भावनाएं सबसे ज्यादा होती है|

झगड़ालू

नाटकीय जोड़ों के साथ ही वैज्ञानिकों ने दुसरे समूह की पहचान की है, जिनको ‘झगड़ालू’ कहा जाता है| इस समूह में शामिल जोड़े एक-दुसरे से बहुत बहस करते हैं|

हालांकि, नाटकीय जोड़ों के विपरीत इनके संबंध टूटने की सम्भावनाएं कम होती हैं और भविष्य में भी इनके संबंधों में बिगड़ाव दिखाई नहीं देता है|

सामाजिक

तीसरा समूह सामाजिक मेल-मिलाप वाला है, जो सामाजिक स्वीकार्यता को उच्च महत्व देता है | ऐसे में जोड़े अपने अच्छे संबंधों का श्रेय सामाजिक कारणों को भी देते रहते हैं|

इस श्रेणी के जोड़ों के प्यार का भवष्यि उज्ज्वल रहता है, क्योंकि वह सांझे समाजिक के ताने-बाने को समान महत्व देते हैं, और अपने साथी को अपना प्रेमी ही नहीं, ‘सच्चा दोस्त’ भी मानते हैं |

 प्रतिबद्ध

अंतिम तथा सबसे सफल स्मूह को प्रतिबद्ध माना जाता है|इस समूह के जोड़ों के संबंध में अनेक सकरात्मक मोड़ आते है,और अपने प्यार की सफलता का श्रेय एक-दुसरे के सांझेपन के साथ ही एक-दुसरे की जरूरतों का भी ध्यान रखते है|

शायद ही किसी को हैरानी होगी, कि इस समूह में शामिल जोड़ों के संबंध टूटने की सम्भावनाएं सबसे कम होती हैं, और वह हमेशा अपने प्यार को अपना प्रमुख उद्देश्य मानते हैं |

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इस बच्ची के है 6 लाख इंस्टाग्राम फॉलोअर्स जानिए कैसे

रूस  की 6 वर्षीय इस बच्ची को विश्व की सबसे सुंदर लड़की बताया जा रहा है| इस बच्ची का नाम अनास्तासिया कानेजेवा है. इस बच्ची की सुंदर तस्वीरें लगातार लोगों का मन मोह रही है. अनास्तासिया कानेजेवा को एना के नाम से भी बुलाया जाता है. इंस्टाग्राम पर इसके 6 लाख फॉलोअर्स है. उसे इंटरनैट जगत की सनसनी माना जा रहा है।एना अपनी अनोखी नीली-हरी आँखों और गुड़िया जैसे चेहरे कारन लोगों के आकर्षण का केंद्र है.

अपने मासूम सुंदर चेहरे के कारण एना रूस में सफल मॉडल है. एना का इंस्टाग्राम उसकी माँ चलाती है और एना की कई तस्वीरें भी सांझा करती है. वह जुलाई 2015 से अपनी बेटी की तस्वीरें सांझा कर रही है, और तब एना 4 वर्ष की थी. उसकी हर तस्वीर को हजारों लाइक्स मिलते है. नीली आंखों वाली यह मासूम लड़की लोगों के दिलों पर राज कर रही है। वह कई ब्रॉंड की लीड स्टार है।

माना जा रहा है, की एना फ़्रांसिसी मॉडल थायलेन के नक़्शे कदम पर चल रही है. क्योंकि 16 वर्षीय हो चुकी थायलेन को भी 6 वर्ष की उम्र में विश्व की सबसे सुंदर लड़की के रूप मी प्रसिद्धि मिलने लगी थी. और वह आगे चल कर फ़्रांसिसी वोग मैगज़ीन में छपने वाली सबसे कम उम्र की मॉडल बनी थी.

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एक गाँव जहाँ सांपों को मेहमान नहीं माना जाता, बल्कि…

सांप का नाम सुनते ही ज्यादातर लोगों के रौंगटे खड़े हो जाते है, लेकिन महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में एक गांव है जिसके हर घर में सांप पाए जाते हैं. है न अजीब?, लेकिन या सच है. यानि इस गाँव में सांप मेहमान नहीं बल्कि घर के ही सदस्य माने जाते हैं!

सोलापुर जिले का शेतपाल गाँव मुंबई-हैदराबाद मार्ग पर स्थित है, जो बीजापुर और गडग को जाने वाली छोटी लाइनों से भी जुड़ा है। सोलापुर कपास और अन्य कृषि उत्पादों के व्यावसायिक केंद्र के रूप में विकसित हुआ है। सोलापुर के सिद्धेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से बड़ी संख्या में आते हैं। सोलापुर एक औद्योगिक केंद्र भी है, सूती वस्त्र के क्षेत्र में यह मुंबई के बाद दूसरा केंद्र है।

सोलापूर मे मराठी से ज़्यादा तेलुगू और कन्नड़ भाषा बोली जाती है। इस गांव के हर घर में सांप पाए जाते हैं | खतरनाक कोबरा इस गांव के बच्चों के लिए खिलौने जैसा हैं | गांव के लोग घरों में कोबरा सांप पालते हैं. हैरानी की  बात यह है, कि ये सांप किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते | लोग इस अनोखे गांव को देखने के लिए दूर-दूर से आते है| इस गांव में सांपों की पूजा की जाती है, और इस गांव में सांपों के बहुत से मंदिर है|आज तक इस गांव में किसी ने सांपों  को नहीं मारा है| स्थानीय निवासियों का कहना है, कि शायद इसलिए आज तक किसी को भी यहां सांप ने नहीं काटा|

यहाँ स्कूल-कॉलेज के अलावा सार्वजनिक स्थ्लों पर भी आपको सांप घूमते हुए मिल जाएंगे, और छोटे बच्चे भी यहां सांपों से खूब खेलते है| गांव में चाहे मकान कच्चा हो या पक्का पर सांपों के रहने के लिए विशेष स्थान बनाया जाता है|

ज्यादातर लोग घरों की टाइलों वाली छत में सापों के लिए छेद रखते है, क्योंकि इसके बीच  मिट्टी में कोबरा आसानी से आराम कर सकता है| यहां तक कि नया मकान बनाते वक्त भी यह बात ध्यान में रखी जाती है, कि उसमे सांपों के लिए आरामदयाक स्थान है या नहीं।

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