
मेष राशि का स्वामी ग्रह मंगल होता है। ये ग्रह जातक के जीवन में पराक्रम और उत्साह का कारक माना गया है। शायद यही वजह है कि मेष राशि के जातक हमेशा ही जीवन के प्रति एक नयी ऊर्जा और उत्साह वाले होते हैं। मेष राशि का चिन्ह ‘मेढ़ा’ होता हैं, जो निडरता और अपने साहस के लिए जाना जाता है। अपनी राशि के चिन्ह के अनुसार ही मेष राशि के लोग अपना जीवन अपनी शर्तों पर जीने में विश्वास रखते हैं। इन्हें अपनी विचारधारा के साथ किसी तरह का कोई समझौता करना बिलकुल पसंद नहीं होता है। मेष जातकों को अक्सर उनके उदार स्वभाव के लिए जाना जाता है। इसके अलावा क्योंकि मेष राशि के स्वामी ग्रह मंगल होते हैं इसलिए इन्हें कोई भी काम उत्तेजना के साथ शीघ्र ही करना पसंद होता है।
मार्च मासिक राशिफल 2023 के अनुसार मेष राशि के जातकों के लिए महीने का मध्य मिला जुला रहेगा। प्रमुख ग्रह शनि ग्यारहवें भाव में है और यह जातकों को एक सकारात्मक संकेत देता है। इसके अलावा बृहस्पति, राहु और केतु जैसे अन्य ग्रह अनुकूल स्थिति में नहीं हैं। गुरु बारहवें भाव में, राहु पहले भाव में और केतु सप्तम भाव में होगा। एकादश भाव में शनि को छोड़कर अन्य प्रमुख ग्रह अनुकूल स्थिति में नहीं हैं। ऐसे में जातक को लाभकारी परिणाम आसानी से प्राप्त नहीं होंगे। सूर्य इस महीने बारहवें भाव में होगा, जिस वजह से इन जातकों के लिए निजी जीवन, बच्चों की वृद्धि व अधिक धन प्राप्ति में बाधा आ सकती है।

वृषभ राशि का स्वामी शुक्र ग्रह है। शुक्र ग्रह को ऐश्वर्यशाली जीवन, प्यार, धन-धान्य और सुख-समृद्धि देने वाले ग्रह के रूप में जाना जाता है। शुक्र ग्रह के प्रभाव के कारण इनका मन रचनात्मक और कलात्मक कार्यों में अधिक लगता है। वृष राशि वाले शांत और कोमल स्वभाव के होते हैं। आप व्यावहारिक और अच्छे व्यक्तित्व वाले होते हैं। धन और ऐश्वर्य के प्रति आप अधिक लालायित होते हैं। अपने कार्य के प्रति संजीदा और स्वभाविक रूप से अंतर्मुखी होते हैं। ये दयालु स्वभाव के भी होते हैं और लोगों की मदद के लिए आगे रहते हैं। इनके शरीर में रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। लेकिन इसके बावजूद ही कुछ शारीरिक समस्याएं इन्हें रहती हैं।
मार्च मासिक राशिफल के अनुसार वृषभ राशि के जातकों के लिए यह महीना मध्यम माना जा सकता है। महीने की शुरुआत में प्रमुख ग्रह शनि दशम भाव में है और यह अच्छे परिणामों के लिए एक सकारात्मक संकेत होता है। वहीं करियर में काम का दबाव और चुनौतीपूर्ण माहौल हो सकता है। कई समस्याओं के बावजूद भी यह जातक कड़ी मेहनत से सफलता प्राप्त करने की स्थिति में होंगे।
बृहस्पति एकादश भाव में अनुकूल है और सूर्य इस महीने की दूसरी छमाही से एकादश भाव में स्थित है। फिर अगला बुध पंचम भाव का स्वामी इस महीने की पन्द्रह तारीख के बाद एकादश भाव में स्थित हो तो धन लाभ के लिए अच्छा हो सकता है। इन जातकों के लिए राहु का बारहवें भाव में होना इन जातकों के लिए अवांछित सोच दे सकता है।

मिथुन राशि का स्वामी बुध होता है। बुध ग्रह को ग्रहों का राजकुमार कहते हैं। इसलिए इस राशि में जन्म लेने वाले व्यक्ति पर बुध ग्रह का ज्यादा प्रभाव रहता है। इस राशि के व्यक्ति चंचल और फुर्तिले स्वभाव के माने जाते हैं और समाज में इन लोगों को काफी पसंद किया जाता है। मिथुन राशि के लोग बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं और खुले विचार के होते हैं। किसी भी लक्ष्य पर गहराई से सोचते हैं और अपने आपको हर तरह षड़यंत्र से दूर रखते हैं। यह चतुराई से हर कार्य को आसानी से पूरा कर जाते हैं। यह जीवन के जिस क्षेत्र में जाएं, वहां अपना अच्छा करियर बनाते हैं। साथ ही इनके अंदर नेतृत्व करने की अच्छी क्षमता होती है, जिसकी वजह से यह अच्छे टीम लीडर साबित होते हैं।
सूर्य, शुक्र और बुध ग्रह अनुकूल स्थिति में हैं ऐसे में इस महीने के मध्य में मिथुन राशि के जातकों को अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। शनि अपनी ही राशि में नवम भाव में स्थित होगा। मार्च मासिक राशिफल 2023 के अनुसार बृहस्पति अपनी ही राशि में दशम भाव में विराजमान है। मंगल का द्वादश भाव में इस महीने की पहली छमाही तक वृष राशि में और मंगल का मिथुन राशि में पहले भाव में गोचर करना रिश्ते में समस्या पैदा कर सकता है। इसके परिणामस्वरूप आपके जीवन साथी के साथ संबंधों में सामंजस्य की कमी हो सकती है। इस महीने के पूर्वार्ध तक मंगल की वृष राशि में स्थिति के कारण आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की आवश्यकता हो सकती है। जातक को गले में संक्रमण की संभावना हो सकती है।

कर्क राशि का स्थान हृदय में होता है। इसके कारक ग्रह चंद्र और मंगल माने गए हैं। जल तत्व प्रधान कर्क राशि का स्वामी चंद्र है। कर्क राशि 12 राशियों में चौथी राशि है, केकड़ा इसका प्रतीक होता है। इनका स्वभाव कोमल होता है, लेकिन यह मूडी भी होते हैं। ये यात्रा करने के शौकीन होते हैं और अच्छे निर्णय लेने के लिए उच्च कौशल होता है। ये जटिल कार्यों को भी आसान तरीके से कर लेते हैं।
महीने के मध्य में कर्क राशि के जातकों को अच्छे परिणाम मिल सकते हैं, क्योंकि सूर्य, शुक्र और बुध एक अनुकूल स्थिति में है। इस राशि के जातकों को शनि द्वारा दी गई बाधाओं पर काबू पाने में बृहस्पति का आशीर्वाद मिल सकता है। इस महीने के मध्य में इन राशि के जातकों को अच्छे लाभ मिलेंगे, जिससे उन्हें संतुष्टि होगी। इसके साथ ही काम में चुनौतियां भी हो सकती है, लेकिन सूर्य, शुक्र और बुध की स्थिति के कारण यह समस्या दूर हो सकती है।

सिंह राशि का स्वामी सूर्य ग्रह है। राशिचक्र में इस राशि का पांचवां स्थान है। ईमानदारी व न्यायप्रियता इस राशि का विशेष गुण होता है। इस राशि के लोग कार्यों में व्यस्त रहना पसंद करते हैं। मगर ज्यादा बातचीत पसंद नहीं करते हैं। इस राशि के जातक अपने दृष्टिकोण में तेज होते हैं। वे निर्णय लेने में तेज होते हैं। मित्रों से मिलजुल कर रहते हैं। कोई व्यक्ति इनसे छल करता है तो ये क्रोधित हो जाते हैं। इन्हें स्वतंत्र रहना प्रिय है। ये चापलूसी करना पसंद नहीं करते हैं। किसी भी बात को गोपनीयता बनाए रखना कभी-कभी थोड़ा कठिन हो रहता है।
यह महीना सिंह राशि के जातकों के लिए अत्यधिक अनुकूल नहीं है। मार्च मासिक कुंडली के अनुसार शनि सातवें भाव में है, आठवें भाव में बृहस्पति होने के कारण, मिश्रित परिणाम हो सकते हैं। इस माह स्वास्थ्य पर अधिक देखभाल की आवश्यक है। बृहस्पति सूर्य और बुध इस महीने अनुकूल स्थिति में नहीं हैं और इस वजह से, ये मूल निवासी अपनी चाल में जल्दबाजी कर सकते हैं और मुसीबत में पड़ सकते हैं।

कन्या का स्वामी ग्रह बुध है, इस कारण से इस राशि के जातक बहुत बुद्धिमान होते हैं। बुध को ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है। कन्या राशि के जातक परिवर्तनशील होते हैं। धन अर्जित करने के प्रति उत्सुक रहते हैं। कन्या राशि के जातक हमेशा उन्नति करने वाले और स्वाभिमानी होते हैं। कन्या राशि वाले मेहनती और व्यवस्थित जीवन पसंद करते हैं. इनको कार्यों का प्रबंधन करने में मजा आता है. अनुशासन प्रिय होते हैं. इन्हीं कारणों से ये सफल रहते हैं। ऐसे लोग कार्य क्षेत्र में व्यावहारिक और काम में दक्ष होते हैं, लेकिन काफी प्रयास के बाद भी इनको सफलता नहीं मिलती है तो निराश हो जाते हैं। इस राशि के लोग समीक्षा करने में माहिर होते हैं। दूसरे के गुण और दोष का विवचेन करते हैं।
मार्च मासिक राशिफल 2023 के अनुसार रिश्तों के मामले में यह महीना मध्यम परिणाम दे सकता है, क्योंकि राहु और केतु दूसरे और आठवें भाव में हैं। अन्य मासिक ग्रह शुक्र, बुध और सूर्य अनुकूल स्थिति में नहीं हैं। शनि छठे भाव में पंचम भाव के स्वामी के रूप में स्थित है, बृहस्पति 21 अप्रैल, 2023 तक चंद्र राशि पर अपनी दृष्टि रखता है और सातवें भाव में स्थित है। सप्तम भाव में गुरु के स्थित होने से ये जातक अपनी कठिनाइयों को दूर करने कि स्थिति में होंगे।
लेकिन इन जातकों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की आवश्यकता है क्योंकि सूर्य, शुक्र और बुध ग्रह अत्यधिक अनुकूल नहीं हैं। इन जातकों को अपने आहार पर ध्यान देने और समय पर भोजन करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

तुला राशि 12 राशियों में से 7वीं राशि है। इस राशि की आकृति तराजु लिए पुरुष जैसे होती है। तुला राशि का स्वामी शुक्र है। इस राशि के जातक राजनीति में माहिर होते हैं। अपना काम कैसे करना है, यह बात इनको अच्छे से पता होती है। कई बार ये बिना किसी कारण के ही क्रोधित हो जाते हैं। इस राशि के जातकों की रुचि रचनात्मक कार्यों में अधिक होती है। इन जातकों को घूमने फिरने का ज्यादा शौक होता है। इनमें हास्य की अच्छी समझ भी होती है। इस राशि के लोग मधुर बोलने वाले और दूसरों पर दया करने वाले होते हैं।
तुला राशि के जातकों को इस महीने स्वास्थ्य वित्तीय और परिवारिक संबंधों में औसत परिणाम प्राप्त होंगे। इस महीने के दौरान इन जातकों के लिए असुरक्षा की भावना संभव हो सकती है। यह पहले और सातवें भाव में राहु / केतु की उपस्थिति के कारण हो सकता है।आपकी चंद्र राशि के संबंध में छठे भाव में बृहस्पति का स्थान होने के कारण वित्त के लिए सही नहीं रह सकता है। अचानक खर्च बढ़ सकते हैं, जिनके कारण जातक को कर्ज लेना पड़ सकता है।
इन जातकों के लिए पंचम भाव में शनि की उपस्थिति अच्छी स्थिति हो सकती है और आध्यात्मिक की ओर आपका ध्यान जा सकता है जिसका परिणाम सकारात्मक होगा।
मार्च मासिक राशिफल के अनुसार इस महीने की शुरुआत उच्च परिणाम प्राप्त करने के लिए बेहतर हो सकता है। लेकिन महीने के मध्य में अच्छे परिणाम देखने को नहीं मिल सकते हैं। इस महीने की पन्द्रह तारीख के बाद सप्तम भाव में स्थित शुक्र ग्रह राशि के स्वामी के रूप में इन जातकों को राहत और सफलता प्रदान कर सकता है।

वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह मंगल होता है। ये ग्रह वृश्चिक राशि के लोगों को गंभीर, निडर, समय पर ज़िद्दी, तीव्र और भावुक बनाता है। वृश्चिक राशि के जातकों को कोई भी हल्के में लेने की भूल नहीं कर सकता है। इन्हे अपनी शर्तों पर जीने के लिए जाना जाता है और ये अपने भाग्य को पूरी तरह से अपने वश में रखने के लिए भी जाने जाते हैं। वृश्चिक राशि के जातक बेहद संवेदनशील होते हैं और ये अपने जीवन में कुछ बड़ा ज़रूर ही हासिल करते हैं। इस राशि के लोगों को परम्पराओं से ज्यादा प्रेम नहीं होता है। इन्हे चुनौती देने और बेहद महत्वाकांक्षी होते हैं।
इन राशि के जातकों को यह महीना पैसों के मामले में अच्छे परिणाम देने वाला हो सकता है। लेकिन चतुर्थ भाव में शनि की स्थिति के कारण पारिवारिक संबंधों में कुछ रुकावटें आ सकती हैं। छठे भाव में राहु की स्थिति के चलते यह महीना आपको सभी बाधाओं से छुटकारा दिला सकता है। इसके अलावा छठे भाव में राहु आपको अच्छा स्वास्थ्य दे सकता है।
बारहवें भाव में केतु की उपस्थिति इन जातकों को असुरक्षित भावनाओं और मन में अशांति प्रदान कर सकती है।

धनु राशि का प्रतीक धनुष लिए हुए मनुष्य और आधे घोड़े के समान होता है। धनु राशि का स्वामी बृहस्पति ग्रह होता है। इस राशि के जातक द्विस्वभाव वाले होते हैं, इस कारण से कई बार अनिर्णय की स्थिति बन जाती है। ये लोग रोमांच से भरपूर और साहसी होते हैं। बृहस्पति इनका स्वामी ग्रह है, इसलिए इनका झुकाव धार्मिक प्रवृत्तियों की ओर होता है। धनु राशि वालों पर गुरु का प्रभाव होता है, इसलिए ये बुद्धिमान, प्रतिभाशाली और विवेकी होते हैं। इसके अलावा ये लोग साहसी और मेहनती होते हैं। ये हार मानने वालों में से नहीं होते हैं। सफलता के लिए पूरा जी जान लगा देते हैं. ये लोग मस्ती करने वाले भी होते हैं।
धनु राशि के जातकों का महीना आध्यात्मिक उन्नति व करियर की उन्नति आदि की दृष्टि से भाग्यशाली हो सकता है। तीसरे भाव में शनि, द्वितीय भाव का स्वामी शनि होने के कारण इन जातकों की आर्थिक स्थिति भी इन माह मजबूत रहेगी। धन में वृद्धि धीरे धीरे होगी। अगर आप सोच रहे हैं कि अचानक से धन की प्राप्ति होगी तो यह संभव नहीं है। इस महीने के मध्य में सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। यात्रा, धन भाग्य, करियर के मामले में यह महीना अनुकूल रहेगा। शनि को अनुकूल रूप से तीसरे भाव में है इस कारण इस राशि के जातकों को विदेश में काम करने का मौका मिल सकता है।
जो जातक इस माह व्यापार कर रहे हैं वे अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे निकल सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। जातक अपने व्यवसाय के संबंध में एक अनूठी रणनीति विकसित करने में सक्षम होंगे।

मकर राशि का प्रतीक मकर जैसी आकृति वाला होता है। मकर राशि का स्वामी ग्रह शनि है। इस राशि के जातक अपनी बात के पक्के होते हैं। आप इन पर भरोसा कर सकते हैं। स्वामी ग्रह शनि के कारण मकर राशि का जातक अनुशासन के साथ जीवन व्यतीत करता है। मकर राशि का जातक अपनी मेहनत और लगन के दम पर जिस भी क्षेत्र में होता है, वहां उच्च पद प्राप्त करता है। मकर राशि वाले ईमानदार, लगन के पक्के और मेहनती होते हैं। अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए ये शार्टकट का प्रयोग नहीं करते हैं। ये लोग महत्वाकांक्षी होते हैं।
इस राशि के जातकों का इस महीने का सफर उतार चढ़ाव भरा रहेगा। वित्तीय मामले में इन जातकों का समय कुछ खास नहीं रहेगा। धन के प्रवाह में संकुचन हो सकता है। खर्चे अचानक से बढ़ सकते हैं। बचत की कोई भी संभावना इस महीने नजर नहीं आ रही है। चौथे भाव में राहु की उपस्थिति के कारण इन जातकों को अपने परिवार के संबंध में अधिक धन खर्च करने पड़ सकते हैं। सुख सुविधाओं की हानि हो सकती है। अचानक माताजी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है जिस वजह से खर्च अधिक बढ़ सकते हैं। 22 अप्रैल 2023 तक तीसरे भाव में बृहस्पति होने के कारण धन में प्रॉफिट मिलेगा, लेकिन आपको सोच विचार कर खर्च करने होंगे। दूसरे भाव में शनि की मौजूदगी के कारण धन कमाने के बारे में अधिक विचार कर सकते हैं। आपको इस महा एक अच्छा बजट प्लान करना होगा।
मार्च मासिक राशिफल 2023 के अनुसार, चौथे भाव में राहु की उपस्थिति के कारण स्वास्थ्य मामले में थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है। इश माह आपको पेट से संबंधित समस्या हो सकती है। दशम भाव में केतु की उपस्थिति इन जातकों को आध्यात्मिक गतिविधियों से संबंधित यात्रा पर जाने के लिए प्रेरित कर सकती है।

कुंभ राशि का स्वामी ग्रह भी शनि होता है। स्वामी ग्रह शनि होने की वजह से कुंभ जातक अपने विचारों, जीवन और गति में केवल स्वतंत्रता पसंद करते हैं। कुम्भ राशि के लोग अक्सर महान आविष्कारक या तकनीकी विशेषज्ञ साबित होते हैं। कुंभ राशि का चिन्ह एक ‘घड़ा’ होता है। कुंभ राशि में जन्मे लोग मानव जाति के प्रति प्यार और समाज की बेहतरी के लिए कुछ भी कर गुजरने का ज़ज़्बा रखते हैं लेकिन उसी समय में ये शांत और अलग हो जाते हैं और भावनात्मक लगाव से रहित हो जाते हैं। अमूमन तौर पर कुंभ जातक शर्मीले स्वभाव के होते हैं और इनमें बात करने की ज़्यादा कोई इच्छा नहीं होती है। हालाँकि इनकी इच्छाशक्ति बेहद प्रबल होती है।
इस महीने के दौरान जातकों को करियर, धन, परिवार और स्वास्थ्य के मामले में मिश्रित परिणामों का सामना करना पड़ सकता है। इस राशि के जातकों को स्वास्थ्य और करियर पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि करियर के क्षेत्र में थोड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इस माह में प्रमुख ग्रहों की स्थिति अच्छी नहीं है क्योंकि शनि अपनी ही राशि में स्थित है। जिसके चलते जातक को महीने के मध्य में सकारात्मक परिणाम की उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है।
बृहस्पति इस महीने इन जातकों को लाभ प्रदान करेगा, क्योंकि बृहस्पति दूसरे भाव में मौजूद होगा। नतीजतन, ये जातक धन लाभ पाएंगे, लेकिन वे बचत करने में असमर्थ होंगे। राहु-केतु तीसरे और नौवें भाव में स्थित होंगे और इन जातकों को विदेश यात्रा करने और आध्यात्मिक खोज हासिल करने में मदद कर सकते हैं। प्रथम भाव में शनि की अपनी राशि में होने से इन जातकों को अपने करियर में अत्यधिक चुनौतीपूर्ण परिणाम और अधिक जिम्मेदारियों का सामना करना पड़ सकता है। इस महीने में जातकों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।

ज्योतिष चक्र की 12वीं राशि मीन राशि है। इस राशि का चिह्न मछली होता है। इस राशि का स्वामी देव गुरु बृहस्पति है। मीन जातक आध्यात्मिक, निस्वार्थ और मोक्ष की ओर आत्मा की यात्रा पर ध्यान केंद्रित करते हैं। मीन जातक अपनी ही आदर्शवादी दुनिया में रहना पसंद करते हैं। मछली की ही तरह शांत मीन जातक भी बहुत कोमल और दयालु होते हैं। मीन जातकों का स्वभाव काफी सहानुभूति-पूर्ण होता है जिसके चलते लोग भी इन्हे काफी पसंद करते हैं। मीन राशि के जातक काफी धार्मिक होते हैं और इनकी सबसे ख़ास बात यही होती है कि इस राशि के लोग काफी बुद्धिजीवी भी होते हैं।। मीन राशि के लोग कलात्मक विचारों के धनी होते हैं। मीन राशि के जातक किसी भी परिस्थिति को आसानी से समझ सकने का हुनर रखते हैं और किसी भी नए माहौल में ढंग से घुल-मिल जाते हैं।
मार्च मासिक राशिफल 2023 के अनुसार, बृहस्पति, राहु/केतु और शनि ग्रहों की प्रतिकूल स्थिति के कारण इस राशि के जातकों को स्वास्थ्य, धन, करियर और रिश्ते पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है। बृहस्पति पहले भाव में स्थित है, जो इस महीने इन जातकों को लाभ देगा। इसके बाद ये जातक अच्छा धन अर्जित करने में सक्षम होंगे, लेकिन साथ ही साथ अधिक खर्चे बढ़ जाएंगे। पंचम, सप्तम और नवम भाव पर स्वामी ग्रह बृहस्पति की दृष्टि आपको सफलता दिला सकती है।
राहु और केतु दूसरे और आठवें भाव में स्थित होंगे जो जातकों को अधिक धन कमाने व बचाने में कठिनाई ला सकती हैं। बारहवें भाव में शनि की अपनी राशि में होने से ये जातक कठिन चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। नौकरी में अचानक परिवर्तन या नौकरी छूटने आदि की भी संभावना पैदा हो सकती है। इन जातकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने स्वास्थ्य पर नियंत्रण रखें।