किसी एक जगह से दूसरे जगह जाने के लिए हवाई जहाज ही परिवहन का सबसे तेज साधन है। इसके माध्यम से हजारों मिलों की दूरी बहुत कम समय में तय की जा सकती है। आज हम आपको विश्व के उन शीर्ष 10 खतरनाक हवाई अड्डों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन पर जहाज उतारना बहुत मुश्किल है।
इन हवाई अड्डों का अत्यधिक ऊंचाई पर या नीचे होना, जटिल लोकेशन या वातावरण और छोटे रनवे पर सही ऊंचाई पकड़ना आदि सब कुछ बेहद खतरनाक हैं। इन हवाई अड्डों या पट्टियों पर किसी भी जहाज को उड़ाना पायलटों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण हैं।
सबा (Saba) हवाई अड्डा – दुनिया का सबसे छोटा रनवे।
सबा हवाई अड्डा, नीदरलैंड्स के 28 मील दूर दक्षिण में सबा टापू पर स्थित है। सबा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का रनवे दुनिया के सभी हवाई अड्डो के रनवे से छोटा हैं। इसकी कुल लंबाई 400 मीटर (1300 फीट) है। इस हवाई अड्डे की लैंडिंग पट्टी अदभुत और चुनौतीपूर्ण है।
तोंकांतीं (Toncontin) हवाई अड्डा, होंडुरास।
तोंकांतीं अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में सुरक्षित लैंडिंग के लिए पहाड़ों के बीच में से गुजरना पड़ता हैं। यह समुद्र तल से 3294 फीट (1,004 मीटर) ऊपर एक घाटी में स्थित है।
तोंकांतीं हवाई अड्डे पर विमानों को उतरने के लिए 45 डिग्री कोण पर 7,000 फुट नीचे घाटी में स्थित हवाई पट्टी तक पहुचना पड़ता हैं।
आसपास के पहाड़ी इलाके की वजह से यात्रियों को हवाई पट्टी पर उतरते समय मुश्किलों का सामना करना पड़ता हैं। लगातार तेज़ हवाओं के चलने से पायलट को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं।
लागार्डिया (LaGuardia) अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, न्यूयॉर्क।
लागार्डिया हवाई अड्डे में लैंडिंग करते समय बहुत ही खुबसुरत नज़ारा दिखाई देता हैं। लागार्डिया हवाई अड्डे का रनवे 7000 फुट लंबा है और इसको 196 फुट और अधिक बढ़ाया गया, जो पानी के ऊपर हैं।
हवाई अड्डे के स्थान पर तिरछी नज़र से देखे, तो पता चलता है कि यह मिडटाउन मैनहट्टन के शहर से सिर्फ आठ मील की दूरी पर स्थित है।
कुर्चेवेल (Courchevel) अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, फ्रांस।
कुर्चेवेल हवाई अड्डा सिर्फ 525 मीटर लंबा हैं। रनवे को 18.5% ढलान दी गईं हैं, जो कि हवाई अड्डे पर उतरने और उड़ान भरने के समय पायलट के सामने बहुत खतरनाक परिस्थिति पैदा करती हैं।
वेलिंगटन (Wellington) अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, न्यूजीलैंड।
वेलिंगटन हवाई अड्डा 6,351 फुट रनवे से शुरु होता है और नीले पानी में खत्म हो जाता हैं। वेलिंगटन हवाई अड्डा देखने के लिए बहुत खुबसुरत हैं, लेकिन उड़ान भरने के लिए बहुत ही मुश्किल हैं।
कई टक (Kai Tak) एयरपोर्ट हांगकांग।
कई टक एयरपोर्ट में उतरने और टेक ऑफ करना खुद को जोखिम में डालने जैसा हैं। एयरपोर्ट के नज़दीक लोगों की भीड़ और आसपास की ऊँची बिल्डिंग यहां उतरने में सबसे बड़ी मुश्किलों पैदा करती हैं।
लुक्ला (Lukla) हवाई अड्डा, नेपाल।
लुक्ला हवाई अड्डे को तेनजिंग-हिलेरी हवाई अड्डे के नाम से जाना जाता है। इस हवाई अड्डे का नाम दो पुरुषों के नाम पर रखा है, जिन्होंने माउंट एवरेस्ट पर पहली बार विजय प्राप्त की थी।
अंटार्कटिका के बर्फ रनवे पर फिसलन लैंडिंग।
अंटार्कटिका सबसे ठंडा स्थान है। अंटार्कटिका में कोई पक्का रनवे नही हैं। लैंडिंग करते समय सिर्फ बर्फ की लंबी पट्टी ही दिखाई देती हैं और उस पे लैंडिंग करना चुनौतीपूर्ण हैं।
प्रिंसेस जुलिअन (Princess Juliana) अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा,नीदरलैंड्स।
यह हवाई अड्डा कैरेबियन के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक है। इस हवाई अड्डे की लम्बाई 7,150 फीट से भी कम है। बड़े विमानों को उड़ान भरने के लिए कम से कम 10,000 फीट की आवश्यकता होती है। सुरक्षित लैंडिंग करने के लिए कम से कम 8,000 फुट की ज़रूरत होती है।
पारो (Paro) हवाई अड्डा, भूटान।
यह हिमालय हवाई अड्डों में सबसे खतरनाक हवाई अड्डों में शीर्ष पर है। केवल आठ पायलट ही यहां विमान उतारने में सफल हो पाए है। समुद्र के स्तर से 1.5 मील की दूरी पर है और ऊपर से 18,000 फुट उचीं चोटियों से घिरा हुआ है।
रनवे सिर्फ 6,500 फुट लंबा है। पारो हवाई अड्डा दुनिया का सबसे खतरनाक लैंडिंग हवाई अड्डा हैं। पारो हवाई अड्डा हिमालय की खड़ी पहाड़ियों के बीच बसा दुनिया का सबसे खतरनाक हवाई अड्डा है।
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