कुदरत के रहस्यों को आज तक ना कोई समझ पाया और ना ही शायद कभी समझ पाएगा। प्रकृति ने हमारी पृथ्वी को बेशुमार खूबसूरत और रोमांचक चीज़े प्रदान की है जो दुनियाभर में हमें देखने को मिलती है। उन्ही में से एक है “कैनो क्रिस्टल्स नदी”l
वैसे तो दुनिया में बहुत सी खूबसूरत नदियां हैं। लेकिन एक ऐसी नदी है जो मौसम के साथ अपना रंग बदलती है। इस नदी का नाम है “कैनो क्रिस्टल्स”।
कैनो क्रिस्टल्स (Caño Cristales) नदी दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप के कोलंबिया के “सरानिया दी ला मैकरेना” (Serranía de la Macarena) इलाके में बहती है। यह नदी आगे जाकर ग्वायाबैरो नामक बड़ी नदी में मिल जाती है।
कैनो क्रिस्टल्स नदी का रंग कभी पीला तो कभी हरा, कभी लाल और कभी नीला, कभी काला हो जाता है। इसलिए इसे “रिवर ऑफ फाइव कलर्स” भी कहा जाता है। इस नदी को ‘लिक्विड रेनबो’ के नाम से भी जाना जाता है।
यह नदी प्रकृति की एक अनूठी कला है जो हर किसी को आश्चर्यचकित कर देती है।
कैनो क्रिस्टल्स नदी की लंबाई करीब 100 किलोमीटर है, वहीं इसकी चौड़ाई करीब 20 मीटर है।
क्या है रंग बदलने का कारण
कुछ लोग नदी को देखकर ये सोचते हैं कि नदी का रंग किसी शैवाल या काई से के कारण बदल जाता है, परन्तु ऐसा नहीं है। दरअसल इस कैनो क्रिस्टल्स नदी में मैकारैनिया क्लैवीगैरा नाम का एक पौधा है, जिसके कारण इसका रंग बदलता रहता है।
इस पौधे को अगर निश्चित जल या निश्चित सूरज की रौशनी मिलती रहे तो इसका रंग हल्का या फिर गहरा लाल होता जाता है। ज़्यादातर दिनों में इस नदी का रंग हल्का या गहरा गुलाबी और हल्का या गहरा लाल होता है l कभी-कभी इसका रंग नीला, पीला, नारंगी और हरा भी हो जाता है।
कब बदलता है नदी का रंग
कैनो क्रिस्टल्स नदी के रंग बदलने की ये प्रक्रिया जून से लेकर नवंबर के बीच कुछ सप्ताह में दिखती है। प्रकृति का यह खूबसूरत नज़ारा बहुत ही अद्भुत होता है।
ऐतिहासिक रूप से इस नदी को विश्व की सबसे खूबसूरत नदी भी कहा जाता है। “नेशनल जिओग्राफिक” के अनुसार यह नहीं “गार्डन ऑफ एडेन”( The Garden of Eden) यानि देवताओं की नगरी में स्थित है।
यहाँ पर बड़ी संख्या में लोग घूमने आते है। यहां घूमने आने वाले ज़्यादातर लोग पास ही के टाउन ला मैकरेना और ट्रेक शहर के नेशनल पार्क से होते हुए यहां पहुंचते हैं।
प्रकृति की इस खूबसूरती के बरकरार रखने के लिए यहां कुछ नियम भी बनाए गए हैं, जैसे एक ग्रुप में 7 से ज़्यादा लोग यहां नहीं जा सकते और एक दिन में 200 से ज़्यादा लोगों को इस क्षेत्र में जाने की अनुमति नहीं है।