शहरों में रहने वालों को अक्सर स्वच्छ हवा के अभाव का सामना करना पड़ता है. गावों के विपरीत शहरों में बहुत अधिक प्रदूषण होता है तथा जंगलों और पेड़ों के अभाव में प्रदूषित हवा शुद्ध करने की प्रक्रिया मंद पड़ जाती है जिसके फलस्वरूप लोगों को प्रदूषित हवा का सेवन करना पड़ता है. इसके परिणामस्वरुप शहरी लोगों में सांस से संम्बंधित समस्याएँ, एलर्जी, सिरदर्द, थकान अधिक पायी जाती हैं.
शहरों में लोग घरों को अधिकतर बंद ही रखते हैं ताकि धूल-मिट्टी आदि घरों में न घुस सकें. गर्मियों में कूलर-एसी चलते हैं इसलिए भी लोग घरों को बंद रखना पसंद करते हैं जिसके कारण प्रदूषित हवा घर के अन्दर ही घूमती रहती है.
कई बार मच्छर, कॉकरोच मारने वाले स्प्रे, केमिकल वाला एयर फ्रेशनर, फिनायल, केमिकल पेंट्स आदि के प्रयोग से भी घर के अन्दर की हवा अशुद्ध हो जाती है जिससे कई शारीरिक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
इन समस्याओं से बचने के लिए जरूरी है कि घर के बाहर-अन्दर का बातावरण शुद्ध हो. शहरों में हम बाहर के वातावरण को स्वच्छ करने के लिए व्यक्तिगत तौर पर शायद ही कुछ कर सकते हैं. अंतिम समाधान घर के अन्दर के वातावरण को स्वच्छ रखने का है जो हमारे हाथ में हो सकता है.
अंतरिक्ष रिसर्च एजेंसी नासा (NASA) और एक अन्य अमेरिकी रिसर्च कंपनी के अनुसार घर के अन्दर पौधे रखने से न केवल घर हरा-भरा दीखता है बल्कि हवा भी प्रदूषण मुक्त होती है. कमरों, लिविंग और ड्राइंग रूम्स में लगाये जाने वाले कुछ पौधे सकारात्मकता और खुशनुमा माहौल बनाते हैं. हरे-भरे प्लांट्स दिलोदिमाग को शांत करके ताजगी का एहसास करवाते हैं, साथ ही ब्लड-प्रेशर और तनाव अथवा डिप्रेशन, अनिद्रा (नींद न आने की समस्या) जैसी शारीरिक और मानसिक व्याधिओं को कम करने और इनसे लड़ने में हमारी मदद करते हैं.
कुछ ख़ास पौधें हैं जो हम अपने घरों के अन्दर लगा कर अपने जीवन को अधिक खुशनुमा और शांतिपूर्ण बना सकते हैं. एक बार आजमा कर जरूर देखें. अगले पेज में देखें कि वह कौन से सुन्दर और खास प्लांट्स यानी पौधे हैं जो एक तरफ तो हमारे घर की खूबसूरती को तो बढ़ाते ही हैं ऊपर से हमें स्वस्थ और तरो-ताजा रखते हैं.