जानिए उपवास रखने से होने वाले फायदे
अलग−अलग धर्मों के लोग अपनी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार उपवास या व्रत रखते हैं और ईश्वर की आराधना करते हैं। वहीं अगर इसे साइंटिफिक नजरिए से देखा जाये तो उपवास रखने से हमारी सेहत को भी बहुत लाभ होता है। जी हां, उपवास रखना सेहत के लिए बेहद ही लाभकारी होता है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में−
इम्म्यून सिस्टम होता है मजबूत
उपवास रखने से शरीर का इम्म्यून सिस्टम मजबूत होता है। इस वजह से शरीर में बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। इसके अलावा कोलाइटिस ,थकान,कब्ज और सिरदर्द होने का खतरा काफी कम हो जाता है।
शरीर से विषैले तत्व निकलने में मदद होती है
आमतौर पर लोग दिनभर उल्टा−सीधा खाते हैं, लेकिन जब आप व्रत रखते हैं तो आपके शरीर द्वारा कोई भोजन नहीं खाया जाता है। ऐसे में शरीर में मौजूद फैट ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है। इतना ही नहीं, एक दिन भोजन स्किप करने और केवल जल या लिक्विड पीने से शरीर के सभी विषैले तत्व बाहर निकलते हैं।
पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद
उपवास का हमारे पाचन तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। महीने में कम से कम तीन बार उपवास रखने से हमारी पाचन क्रिया ठीक होती है। उपवास के दौरान हमारे पेट और लिवर को काफी आराम मिलता है।
वजन कम करने में सहायक
अगर आप सप्ताह में एक या दो बार उपवास रखते हैं। इससे वजन कम करने में भी सहायता मिलती है। उपवास के दौरान शरीर फैट को एनर्जी में तब्दील करता है, जिससे धीरे−धीरे आपका वजन कम होने लगता है। इसके अतिरिक्त इससे आपका मेटाबॉलिज्म भी बूस्टअप होता है। इस तरह उपवास रखने की आदत से आप अपना वजन आसानी से कम कर सकते हैं।
ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रण में रखता है
वर्ल्ड जर्नल ऑफ डायबिटीज द्वारा प्रकाशित 2017 के एक अध्ययन ने निष्कर्ष निकाला कि टाइप 2 डायबिटीज वाले लगभग 10 में से एक व्यक्ति को उपवास से लाभ हुआ क्योंकि इससे ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद मिलती है। उपवास इंसुलिन प्रतिरोध को कम करता है, जिससे इंसुलिन के लिए शरीर की संवेदनशीलता बढ़ जाती है और यह रक्त प्रवाह से ग्लूकोज को कोशिकाओं तक अधिक कुशलता से ले जाता है।
बेहतर मानसिक स्वास्थ्य
आपको शायद पता न हो लेकिन उपवास आपके शरीर के साथ−साथ मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है। उपवास के बाद, ब्लड में एंडोर्फिन का स्तर काफी बढ़ जाता है। यह आपको एक बेहतर मानसिक स्वास्थ्य प्रदान करता है। उपवास का प्रभाव व्यायाम की तरह ही होता है।
आंतों को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है
अगर आप अपनी आंतों को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो उपवास जरूर करें। उम्र के साथ−साथ व्यक्ति के इंटस्टाइल स्टेम सेल्स की कार्यक्षमता में गिरावट आती है, लेकिन उपवास के दौरान, कोशिकाएं ग्लूकोज के बजाय फैटी एसिड को तोड़ देती हैं और इससे नई कोशिकाएं बनने में मदद मिलती हैं।
डिप्रेशन कम होता है
उपवास मानसिक शांति का बेहतर विकल्प होता है इससे तनाव, चिंता और डिप्रेशन से बचा जा सकता है। व्रत रखने से मन शांत रहता है और हमारी इच्छाशक्ति भी मजबूत होती है।
बेहतर हीलिंग प्रोसेस
उपवास करने का एक सबसे बड़ा लाभ यह है कि इससे शरीर में हीलिंग प्रक्रिया को बढ़ावा मिलता है। दरअसल, जब भोजन पेट में मौजूद नहीं होता है, तो शरीर पाचन के बजाय अन्य महत्वपूर्ण कार्यों जैसे मेटाबोलिक गतिविधि और इम्म्यून सिस्टम पर ध्यान केंद्रित करता है। कई रिसर्च में भी इस बात की पुष्टि हुई है, यहां तक कि एथलीटों को प्रशिक्षण के दिनों में उपवास करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, ताकि अतिरिक्त फैट को बहाया जा सके और मांसपेशियों की वृद्धि को अनुकूलित किया जा सके।