मूंगफली को आप प्रोटीन और फाइबर का भंडार कह सकते हैं। इसे सस्ता बादाम भी कहा जाता है । इस बात से ही ये अनुमान लगाया जा सकता है कि इसमें लगभग वो सारे तत्व पाए जाते हैं जो बादाम में होते हैं ।
इसमें कई सारे ऐसे गुण मौजूद होते हैं जो कि हमारी बहुत सी शारीरिक समस्याओं का समाधान कर देते हैं। ह्रदय की समस्या हो या फिर भूलने की बीमारी, मूंगफली का यदि संतुलित मात्रा में सेवन किया जाए तो सब सही हो सकता है।
सर्दियों के मौसम में इसका सेवन अधिक किया जाता है। मुट्ठीभर मूंगफली में 426 कैलोरी, 5 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 17 ग्राम प्रोटीन होता है। इसमें विटामिन ई, और बी 6 की भरपूर मात्रा होती है।
इसमें कई औषधीय गुण भी होते हैं। कुछ लोगों को तली हुई मूंगफली पसंद होती है जबकि कुछ लोगों को भुनी हुई मूंगफली पसंद होती है।
गुड़-मूंगफली को टाइमपास के रूप में भी खाया जाता है। ठंड के दिनों में मूंगफली खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
पोषक गुण
इसमें एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, बीटा कैरोटीन होते हैं। ये सभी पोषक तत्व शरीर को पोषण देते हैं और शरीर को अत्यधिक ठंड से भी बचाते हैं।
अगर आप भोजन के बाद 50 या 100 ग्राम मूंगफली का सेवन करते हैं, तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। यह भोजन के पाचन में मदद करता है। ये शरीर में रक्त के प्रवाह को भी बढ़ाती है।
फायदे
इसमें मौजूद मैंगनीज रक्त में और कैल्शियम के अवशोषण, फैट और कार्बोहाइड्रेट मेटाबोलिज्म और ब्लड शुगर को संतुलित रखने में मदद करता है। रोज खाना खाने बाद 50 ग्राम मूंगफली खाने आपकी बॉडी का ब्लड रेशो इनक्रीज हो सकता है
इसमें प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में होते है। यह एनर्जी का भी अच्छा स्रोत हैं। अतः इसे खाने पर जल्दी भूख नहीं लगती।
ये दोनों पोषक तत्व भूख को कम करते हैं । जिससे वजन कम करने मे मदद मिल सकती है। मूगंफली के रोज सेवन से जल्द ही वजन कम किया जा सकता है।
सर्दियों में मूंगफली की आवश्यकता क्यों है?
सर्दियों में मूंगफली खाने से शरीर पर ठंड का प्रभाव कम हो जाता है। मूंगफली सर्दियों में महामारी के प्रसार को रोकने के लिए खाई जाती है, जैसे कि बुखार, सर्दी, और खांसी।
यह आपके इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में भी मदद करती है। सर्दियों में खांसी होना बहुत आम है, लेकिन अगर आप रोज एक या दो मुट्ठी मूंगफली खाते हैं, तो आप खांसी की समस्या से बच सकते हैं।
परन्तु अगर आपको खांसी शुरू हो जाती है, तो गलती से भी इसका सेवन न करें, नहीं तो खांसी खराब हो सकती है। खांसी रुकने पर आप मूंगफली खा सकते हैं।
हृदय रोग की रोकथाम
इन दिनों हार्ट अटैक, स्ट्रोक और ब्रेन हैमरेज बढ़ रहे हैं। यह स्थिति व्यक्ति की गलत जीवन शैली, खराब कोलेस्ट्रॉल स्तर के कारण होती है।
ये उपरोक्त बीमारियों के मुख्य कारण हैं लेकिन मूंगफली का नियमित और सीमित सेवन आपको इन बीमारियों से दूर रख सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इसमें शरीर को गर्म करने वाले गुण होते हैं।
इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड भी होता है। यह शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने का काम करता है।
रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है
मूंगफली का सेवन आपके मेटाबॉलिज्म और मांसपेशियों को मजबूत रखने का काम करता है। इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन शरीर में हर कोशिका तक खून पहुंचाने का काम करता है।
इससे त्वचा कोमल और स्वस्थ रहती है। हर कोई अपनी त्वचा को प्राकृतिक और सुंदर बनाने के लिए कई तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करता है।
महंगे सौंदर्य उत्पादों का उपयोग करने के बजाय भीगी हुई मूंगफली का सेवन आपकी त्वचा को कई तरह से फायदा पहुंचा सकता है।
मूंगफली त्वचा को प्राकृतिक रूप से चमकदार बनाने में मदद करती है। इसमें त्वचा रोगों जैसे सोरायसिस और एक्जिमा के इलाज के लिए औषधीय गुण भी होते हैं।