पांच पहाड़ियों से घिरा हुआ है खूबसूरत राजगीर, जानिए क्या है खासियत!

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बिहार में मौजूद सबसे खूबसूरत ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों में एक है राजगीर। यह पांच पहाड़ियों से घिरा हुआ है और इसकी खूबसूरती बारिश के मौसम में काफी बढ़ जाती है।

पटना से लगभग 100 किलोमीटर दूर नालंदा जिले में पहाड़ियों और घने जंगलों के बीच मौजूद राजगीर में हिंदू, जैन और बौद्ध तीनों धर्मों के धार्मिक स्थल मौजूद हैं।

यह सिर्फ धार्मिक कारणों के लिए ही फेमस नहीं है, बल्कि एक खूबसूरत हेल्थ रेसॉर्ट के रूप में भी फेमस है। आज हम राजगीर की खूबसूरती के बारे में बात करने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं :-

भीम और जरासंध के बीच यहाँ हुई थी कुश्ती

राजगीर का संबंध द्वापर काल से हैं। आपने महाभारत में भीम और जरासंध की लड़ाई के बारे में तो जरूर सुना होगा। मगध के शासक जरासंध की राजधानी राजगीर ही थी।

भीम और जरासंध के बीच जिस अखाड़े में कुश्ती हुई थी, वह आज भी राजगीर में मौजूद है। राजगीर में हिंदू, जैन और बौद्ध तीनों धर्मों के धार्मिक स्थल मौजूद हैं।

राजगृह है पूराना नाम

मगध साम्राज्य की पुरानी राजधानी रही राजगीर का पूराना नाम राजगृह था। इस खूबसूरत और बेहद पुराने शहर में विश्व शांति स्तूप से लेकर घूमने की ढेर सारी जगहें मौजूद हैं। यहां मौजूद ब्रह्माकुंड और सप्तधाराओं में स्नान करने का विशेष महत्व है।

राजगीर में कुल 22 कुंड और 52 धाराएं

यहाँ कुल 22 कुंड और 52 धाराएं मौजूद हैं, जो इस स्थान की खूबसूरती को कई गुणा बढ़ा देती हैं। राजगीर के 22 कुंडों में ब्रह्माकुंड, सप्तधारा, व्यास, अनंत, मार्कंडेय, गंगा-यमुना, काशी, सूर्य, चंद्रमा, सीता, राम-लक्ष्मण, गणेश, अहिल्या, नानक, मखदुम, सरस्वती, अग्निधारा, गोदावरी, वैतरणी, दुखहरनी, भरत और शालीग्राम कुंड शामिल हैं।

औषधीय गुणों से युक्त हैं राजगीर के कुंड

राजगीर के सभी 22 कुंडों के पानी को पवित्र और औषधीय गुणों से युक्त माना जाता है। यहां आने वाले लोग इन कुंडों में स्नान करते हैं।

दर्शनीय स्थल

राजगीर के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में विश्व शांति स्तूप, सोन भंडार, जरासंध का अखाड़ा, बिंबिसार की जेल, नौलखा मंदिर, जापानी मंदिर, बाबा सिद्धनाथ मंदिर, जैन मंदिर, गृद्धकूट पर्वत, लाल मंदिर, घोड़ा कटोरा डैम, वेणुवन, सुरक्षा दीवार, जेठियन बुद्ध पथ, सप्तवर्णी गुफा आदि शामिल हैं।

480 एकड़ में हो रहा है सफारी का निर्माण

राजगीर के स्वर्णगिरि और वैभवगिरि पर्वत के बीच 480 एकड़ भूमि पर जू सफारी का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।  इसके बाद पर्यटक खुले में घूमते हुए शेर, भालू, बाघ और चीता सहित अन्य जानवरों को देख सकेंगे।

जू सफारी के होंगे पांच हिस्से

राजगीर में निर्माणाधीन जू सफारी के पांच हिस्से होंगे। इसमें हिरण, भालु, तेंदुआ, बाघ और शेर को रखा जाएगा। जू सफारी में जानवर खुले क्षेत्र में रहेंगे और दर्शक बंद गाड़ी में बैठ कर जानवरों को देखेंगे।

जू सफारी में जानवरों को डबल प्रोटेक्शन में रखा जाएगा। भालू सफारी करीब 20 हेक्टेयर इलाके में बन रही है, जहां यहां नर और मादा भालुओं को देखा जा सकेगा।

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