दुनिया की अब तक की सबसे गहरी गुफा को क्रूबेरा गुफा या वोरोन्या गुफा के नाम से जाना जाता है, जो कि जॉर्जिया कृष्ण सागर के दक्षिण-पूर्वी तट पर स्थित है. क्रूबेरा गुफा की कुल लम्बाई 2197 मीटर है, जो कि एफिल टॉवर की लम्बाई 324 मीटर से भी लगभग 5 गुना ज़्यादा है. क्रूबेरा गुफा की खोज 1960 में हुई है. धरती के अंदर तक जाते हुए इसमें कई शाखाएं नज़र आती हैं.
वोरोन्या गुफा में अंदर जाने लायक मौसम साल में सिर्फ़ 4 महीनें ही होता है, लेकिन दिलचप्स बात यह है कि आप बिना आज्ञा गुफा में नही जा सकते. अगस्त 2008 से यह क्षेत्र कूटनीतिज्ञ तनाव व मतभेदों से जूझ रहा है. जिसके चलते यहाँ जाने की आज्ञा आसानी से नहीं मिलती. वोरोन्या गुफा का मतलव है कि कौओं कि गुफा. जब इस गुफा में प्रवेश किया गया, तो वहाँ पर कौओं के बहुत सारे घोसलें बने हुए थे. इसलिए इस गुफा का नाम वोरोन्या गुफा पड़ा. वोरोन्या गुफा का नाम 1980 में रखा गया था.
क्रूबेरा गुफा को दुनिया की सबसे गहरी गुफा का दर्जा 2001 में मिला है. जब यूक्रेनी स्पेलिओलॉजिस्ट का एक दल इसमें 1710 मीटर (5610 फीट) गहराई तक गया. यह उस वक़्त तक ज्ञात सबसे गहरी गुफाओं से 80 मीटर ज़्यादा था.
2004 में दुबारा यूक्रेनी स्पेलिओलॉजिस्ट का एक दल इस गुफा में उतरा और इस बार वो 2080 मीटर (6820 फीट) कि गहराई तक गए. उसके बाद 2012 में विभिन्न देशों के स्पेलिओलॉजिस्ट का एक दल इस गुफा में उतरा और यह 2197 मीटर की गहराई तक गया. इस दल ने 27 दिन इस गुफा में बिताएं.
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