संसार की सबसे लम्बी नदी नील नदी है जो अफ्रीका की सबसे बड़ी झील विक्टोरिया से निकलकर विस्तृत सहारा मरुस्थल के पूर्वी भाग को पार करती हुई उत्तर में भूमध्यसागर में मिल जाती है।
आज हम आपको इस नदी के बारे में कुछ रोचक तथ्य बताने जा रहे हैं तो आइये जानते हैं :-
- नील शब्द ग्रीक भाषा के “neilos” से बना है जिसका अर्थ है नदी।
- यह दुनिया की सबसे लंबी नदी मानी जाती है। यह कुल मिलाकर 6650 किमी लम्बी है।
यह भी पढ़ें :- धरती की विशालकाय नदी अमेज़न के बारे में रोचक तथ्य
- नील नदी अफ्रीका के लगभग 11 देशों से होकर गुजरती है इसमें मिस्र, सूडान, इथओपिआ प्रमुख देश है।
- इस नदी में दो सहायक नदियाँ मिलती है। एक दक्षिण सूडान से शुरू होती है जिसको “व्हाइट नाइल” कहा जाता है और दूसरी इथियोपिया से शुरू होती है इसको “ब्लू नाइल” कहा जाता है।
- इस नदी का ज़्यादातर हिस्सा मगरमच्छों से भरा हुआ है, जिसमें अफ्रीका के सबसे बड़े मगरमच्छ भी मौजूद है।
- अफ्रीका के अलावा कई देश इस नदी के किनारे बसे हुए हैं। जिस वजह से इस नदी का इस्तेमाल परिवहन के लिए भी किया जाता है।
- 1960 से 1970 के बीच नील नदी पर असवान डैम का निर्माण किया गया था, ताकि नील नदी में आने वाली बाढ़ से बचा जा सके।
यह भी पढ़ें :-रोचक तथ्य- म.प्र. और गुजरात की जीवन रेखा नर्मदा नदी
- प्राचीन मिस्र के पिरामिड के निर्माण में नदी की भी महत्वपूर्ण भूमिका थी, क्योंकि निर्माण के लिए इस्तेमाल पत्थरों को नाव से ले जाना था जो यहीं से लाए जाते थे।
- यह यातायात का बहुत अच्छा साधन है, खासकर बाढ़ के समय में जब सड़कों पर आना जाना मुश्किल हो जाता है।
- इस नदी के अंदर पानी के साथ-साथ मिट्टी भी बहुत उपजाऊ है जो आगे चलकर फसलों की उपज में मदद करती है।
- नील नदी दक्षिण से उत्तर की ओर बहती है प्राचीन मिस्र में दक्षिण को ऊपरी मिस्र और उत्तर को निचला मिस्र कहा जाता था।
- इस नदी पर सलाना उत्सव भी मनाया जाता है, जो अगस्त के महीने में आता है। जिसका नाम “वफा ए निल” है।
यह भी पढ़ें :-
भारत की सबसे लम्बी नदियों में से एक है ताप्ती नदी
कर्नाटक के ब्रह्मगिरि पर्वत से बहती कावेरी नदी
उड़ीसा का शोक – छत्तीसगढ़ की महानदी
ताजमहल के किनारे बहती यमुना नदी
सिंधु नदी – हजारों साल पुरानी सभ्यता की गवाह नदी