23 रोचक तथ्य जिनसे आप अभी तक अनजान होंगे!

रोचक तथ्यों की सीरिज़ में हम इस बार 23 रोचक तथ्य लेकर आये हैं जिनसे आप अभी तक अनजान होंगे. तो पढ़िए और शेयर कीजिये!

  1. मगरमच्छ जब भोजन करता है तो आंसू बहाता है।
  2. लगभग सभी प्राणियों के शरीर में एक ही दिल होता है. लेकिन कटर फिश ऐसी मछली है जिसके
    शरीर में 3 दिल होते हैं
  3. एक रिसर्च के अनुसार अगर इंसान जितनी ज्यादा ठंडी जगह में सोता है तो उसे सपने उतने ही
    ज्यादा डरावने आने की संभावना होती है।
  4. जिन लोगों का आत्मविश्वास कम होता है वो लोग ज़्यादातर मोके पर दूसरे लोगों की आलोचना
    करते हैं
  5. वेटिकनसिटी दुनिया का सबसे छोटा देश है इसका क्षेत्रफल 0.2 वर्ग मील है और इसकी आबादी
    लगभग 770 है. इनमें से कोई भी इसका परमानेंट नागरिक नही है ।
  6. धरती के गुरूत्वाकर्षण के कारण पर्वतों का 15,000 मीटर से ऊँचा होना संभव नही है।
  7. हिमालयी याक के दूध का रंग गुलाबी होता है।
  8. आंख की मांसपेशियां एक दिन में 100000 बार हरकत करती हैं ।
  9. मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि लीवर है।
  10. हमारे चेहरे के दाएं और बाएं’ हिस्से बिल्कुल एक जैसे नहीं होते . हमारे कानों का स्तर भी एक जैसा
    नहीं होता.
  11. हमारी एक आंख की नज़र दूसरी आंख से ज़्यादा होती है। अधिकतर बायीं आँख ज्यादा शक्तिशाली होती है.
  12. उल्लू पीछे की तरफ भी देख सकता है।
  13. आज दुनिया में गुलाब की 800 से अधिक किस्में विकसित की जा चुकी है।
  14. मगध के सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य की यूनानी पत्नी हेलन ने भारत में महिलायो में साडी पहनने का
    चलन शुरू किया।
  15. अगर तुम Zerg Rush को गूगल करोगे तो गूगल सर्च रिजल्ट्स को खा जाएगा और Last में GG लिख देगा
  16. भारत की गायिका लाता मंगेशकर ने २० भारतीय भाषायों में लगभग 35000 गीत गए जो दुनिया
    में किसी भी गायिका द्वारा गाये गए गीतों में सबसे ज़्यादा हैं।
  17. दुनिया में बसे हुए शहरो में बनारस सबसे पुराना शहर है।
  18. लव मेरिज की शुरुआत 18 वी सदी के एक जोड़े ने की थी।
  19. सोने से पहले जिस आखिरी व्यक्ति का ख्याल आपके मन में आता है , वो आपकी ख़ुशी या दुःख का
    कारण होता है।
  20. आइसलैंड सबसे खुशहाल राष्ट्र है। एक मात्र ऐसा देश है जिसके पास आर्मी नहीं।
  21. दुनिया को आई फोन से परिचित कराने वाले स्‍टीव जॉब्‍स की कार पर कभी भी नंबर प्‍लेट नहीं
    लगा था।
  22. काले रंग के लोगो को कम दिल का दौरा पड़ता हैं।
  23. 55% लोग “उबासी” शब्द पढ़ने के बाद उबासी लेना शुरू कर देते हैं।

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दुनिया का सबसे लम्बे नाम वाला गांव

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यूनिटेड किंगडम के वेल्स मे आंगलेसी टापू पर स्थित एक सुदूरवर्ती गांव बड़ी संख्या में दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है. इसका आकर्षण इस बात को लेकर है कि यह विश्व में सबसे लम्बे नाम वाला गांव है. इसका आधिकारिक नाम Llanfairpwllgwyngyllgogerychwyrndrobwllllantysiliogogogoch (लान-वायर-पूल-गुइन-गिल-गो-गेर-यू-कवीरन-ड्रॉब-उल-लानडस-इल्लियों-गोगो-गोच) है जिसमे कुल 58 अक्षर है.

सितम्बर 2015 में जब इस गांव ने देश भर में सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया तो टी.वी. पर मौसम की जानकारी देने वाले लियाम डटन रातों रात मशहूर हो गए. दरअसल उन्होंने मौसम पूर्वानुमान के बुलेटिन में गांव का पूरा नाम बड़ी सहजता से लिया था. उनके उस वीडियो को हफ्ते भर में यू ट्यूब और फेसबुक पर २ करोड़ से ज़्यादा लोगों ने देखा था.

Longest Village Name

जाहिर है कि गैर-वेल्स वासियों के लिए इसके नाम का सही-सही उच्चारण करना बेहद कठिन है. हालाँकि ऐसा नहीं है कि इस नाम का सही-सही उच्चारण करना बेहद कठिन है. हालाँकि, ऐसा नहीं है कि इस नाम का कोई अर्थ नहीं है.

वैसे इसका अर्थ भी इसके नाम जितना ही अजीबो गरीब है. यह नाम वेल्स से अनुवादित किया गया है जिसका अर्थ है- ‘व्हाइट हे जल (नगर ) की घाटी में तेज़ भंवर के निकट सेंट मेरी का गिरजाघर और लाल गुफा वाला सेंट सुलियो का गिरजाघर’.

यह अजीब सा नाम प्रचार की एक चतुर चाल के रूप में 19वीं शताब्दी में सामने आया. कहते है कि 1850 के दशक में जब इस गांव से होकर रेल लाइन बिछाई जा रही थी, तो एक व्यक्ति ने टापू पर आने वाले यात्रियों को इस गांव की ओर आकर्षित करने के लिए यह नाम सुझाया था. इस तरीके ने काम भी किया और यहां से गुजरने वाले पर्यटक इसकी ओर आकर्षित होने लगे.

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बाघों का निवास – नाहरगढ़ किला

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आपको बता दे कि नाहरगढ़ किले को जयपुर के राजा सवाई जय सिंह द्वारा बनाया गया था. इस किले का निर्माण कार्य 1734 में पूरा किया गया था. नाहरगढ़ किला, अरावली पर्वत श्रृंखला में बना हुआ है. यह भारतीय व् यूरोपीय वास्‍तुकला का सुंदर समामेलन है. नाहरगढ़ से जयपुर शहर का नज़ारा देखने लायक होता है. दिन और रात दोनों ही समय जयपुर शहर लुभावना और खूबसूरत लगता है. इस किले का पहले नाम सुदर्शनगढ़ था. इस किले में रानियों के लिए 12 खास कमरे बनवाए गए थे और राजा के लिए शानदार कमरा बनाया गया था.

इस किले का नामकरण जयपुर के राजकुमार नाहर के नाम पर किया गया था। कहा जाता है कि राजकुमार की आत्‍मा, इस किले के निर्माण में काफी बाधा पहुंचाती थी, जिसके बाद किले के परिसर में एक मंदिर का निर्माण करवाया गया जिसमें राजकुमार की आत्‍मा की शांति के लिए काफी प्रयास किए गए थे। किले के नाम में आने वाला शब्‍द नाहरगढ़ का अर्थ होता है –  बाघों का निवास। किले में एक माधवेन्‍द्र भवन है जिसका इस्‍तेमाल राजा और उनके परिवारजनों द्वारा गर्मियों के दिनों में किया जाता था। वर्तमान में यह किला एक पिकनिक स्‍पॉट बन गया है जो जयपुर में काफी लोकप्रिय है। पर्यटक यहां आकर किले के परिसर में स्थित कैफेटेरिया और रेस्‍टोरेंट में एंजाय कर सकते है।

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ख़ूबसूरती की मिसाल : सिटी पैलेस

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आज हम आपको एक ऐसे ऐतिहासिक स्थल के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में अपने पहले कही नहीं सुना होगा।वैसे तो राजस्थान के जयपुर में बहुत से ऐतिहासिक स्थान है लेकिन सिटी पैलेस जयपुर का एक प्रमुख लैंडमार्क है और सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों में से भी एक है.

 

सिटी पैलेस का निर्माण

आपको बता दें कि सिटी पैलेस का निर्माण महाराजा सवाई जयसिंह ने 1729 से 1732 के मध्य में कराया था. यह एक राजस्थानी व मुगल शैलियों की मिश्रित रचना, एक पूर्व शाही निवास जो कि पुराने शहर के बीचों बीच खड़ा है. इस खूबसूरत परिसर में कई इमारतें, विशाल आंगन और आकर्षक बाग हैं जो इसके राजसी इतिहास की निशानी है. सिटी पैलेस जयपुर में मुख्य पर्यटक आकर्षण और एक प्रमुख मील का पत्थर है. महाराजा सवाई जय सिंह ने अपने शासनकाल के दौरान यह सुंदर पैलेस का निर्माण किया था.

ऐसा कहा जाता है कि राजा जय सिंह ने एक बाहरी दीवार का निर्माण किया था, जो कि एक बड़े क्षेत्र में फैल गई, उस वक़्त वह जयपुर के आमेर किले में रहते थे, शहर महल से केवल 11 किमी दूर था. बढ़ती आबादी के कारण और पानी की कमी को दूर करने के लिए इस महल का आयोजन किया गया था.

सिटी पैलेस की ख़ास चीजें

सिटी पैलेस एक विशाल परिसर है और इसमें कई भवन, आंगनों और उद्यान शामिल हैं. सिटी पैलेस एक बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है, जो जयपुर के पुराने शहर का सातवां हिस्सा है. यह जयपुर के पुराने शहर की दीवार के मध्य में स्थित है. त्रिपोलिया गेट, वीरेन्द्र पोल और उदय पोल इस महल के तीन मुख्य द्वार हैं.

इस शानदार महल में चंद्र महल और मुबारक महल दो मुख्य महल हैं. महल के तीसरे आंगन में भी चार छोटे द्वार हैं, जिन्हें चार सत्रों का प्रतिनिधित्व करने के लिए माना जाता है. मोर गेट शरद ऋतु के मौसम का प्रतिनिधित्व करता हैं, लोटस गेट गर्मियों के मौसम का प्रतीक है जबकि वसंत ऋतु के लिए लेहरिया गेट और गुलाब गेट सर्दियों का प्रतिनिधित्व करता है.

 

जयगढ़ किले का इतिहास

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जयगढ़ किला राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थल में से एक है. यह भारत के इतिहासिक स्मारकों में शामिल है. जयगढ़ किले का निर्माण जयपुर शहर को सुरक्षित करने के लिए किया गया था. मूल रूप से आमेर किले की रक्षा के लिए बनाया गया था, जयगढ़ किले की वास्तुकला आमेर किले के समान है. किले को दिया जाने वाला दूसरा नाम विजय किला है.

जयगढ़ किले का निर्माण

किले का निर्माण सावन जय सिंह द्वितीय द्वारा 15वीं से 18वीं शताब्दी के बीच लाल रेत के पत्थरों का उपयोग कर बनाया गया था. यह भारत के गुलाबी शहर जयपुर से 15 कि.मी. की दूरी पर स्थित है. यह किला राजा और शाही परिवार के लिए एक आवासीय स्थान के रूप में बनाया गया था. बाद में किले का इस्तेमाल हथियारों को रखने के लिए किया जाता था.

किले के दो प्रवेश दरवाजे

जयगढ़ किला, राजस्थान की राजधानी जयपुर में अरावली पर्वतमाला में चील का टीला नामक पहाड़ी पर बना है. इस किले के दो प्रवेश द्वार है जिन्‍हे दूंगर दरवाजा और अवानी दरवाजा कहा जाता है जो क्रमश: दक्षिण और पूर्व दिशाओं पर बने हुए है. किले में स्थित सागर तालाब में पानी को इक्‍ट्ठा करने की उचित व्‍यवस्‍था है. किले का निर्माण, सेना की सेवा के उदेश्‍य से किया गया था, जिसकी दीवारे लगभग 3 कि.मी. के क्षेत्र में फैली हूई है.

किले में है प्रसिद्ध तोप

किले के शीर्ष पर ए‍क विशाल तोप रखी है जिसे जयवैन कहा जाता है, इस तोप का वजन 50 टन है. इस तोप में 8 मीटर लंबे बैरल रखने की सुविधा है जो दुनिया भर में पाई जाने वाली तोपों के बीच सबसे ज्‍यादा प्रसिद्ध तोप है. किले के सबसे ऊंचे प्‍वाइंट पर दीया बुर्ज है जो लगभग सात मंजिले पर स्थित है, यहां से पूरे शहर का मनोरम दृश्‍य दिखाई पड़ता है.

अब तक नहीं मिला खजाना

लोककथाओं के अनुसार, शासकों ने किले की मिट्टी में एक विशाल खजाना दफनाया हुआ था, हालांकि, यह खजाना कभी मिला नहीं। यह माना जाता है कि 1970 के दशक में राजस्थान की सरकार ने खजाना खोजा था और इंदिरा सरकार ने भले ये कहा हो कि कोई खजाना नहीं मिला, मगर जो सामान बरामद बताया गया और उसे जिस तरीके से दिल्ली भेजा गया वह कई सवाल छोड़ गया.

व्हाइट हाउस से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें

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व्हाइट हाउस अमेरिका का सर्वाधिक विख्यात आवास होने के साथ-साथ देश के सबसे बड़े आवासों में से एक है. स्वाभाविक है कि इससे कई रहस्य जुड़े हुए है. आज हम आपको अमेरिकी राष्ट्रपति के इस आधिकारिक आवास से जुड़ी कुछ ख़ास व अनजानी बातें बताने जा रहे है.

चॉक्लेट शॉप

व्हाइट हाउस में विभिन्न समारोहों का आयोजन होता है जिनमे तरह-तरह के मिष्ठान तथा व्यंजन परोसे जाते है. व्हाइट हाउस की अनेक रसोइयों में से एक है चॉक्लेट शॉप. भूतल पर स्थित इसी रसोई में खास समारोहों के लिए मिष्ठान तथा विशेष व्यंजन बनाते है. वार्षिक ईस्टर एगरोल समारोह के लिए अंडे तथा प्रत्येक हॉलीवुड सीजन के लिए जिंजरब्रैड से व्हाइट हाउस की प्रतिकृति भी यहीं तैयार होती है.

 

सिनेमा

व्हाइट हाउस में एक फैमिली थिएटर भी है. 42 सीटों वाला यह सिनेमा ईस्ट विंग में है. आग्रह मिलने पर फिल्मकार अपनी फिल्मों को यहां दिखाने का विशेष इंतज़ाम करते है. फिल्मकारों को बेसब्री से इंतज़ार रहता है कि राष्ट्रपति उनकी फिल्म देखने का आग्रह करें। गत वर्ष एनीमेशन फिल्म ‘फाइंडिंग डोरी’ सुर्ख़ियों में थी क्योंकि डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद व्हाइट हाउस में दिखाई जाने वाली यह पहली फिल्म थी.

 

 

चीनी मिट्टी के खूबसूरत बर्तनों का विशाल संग्रह

व्हाइट हाउस में चीनी मिट्टी के बेहद खूबसूरत बर्तनों का अपार संग्रह है. भूतल पर बने ‘द व्हाइट हाउस चाइना रूम’ को 1917 में तत्कालीन प्रथम महिला एडिथ विल्सन ने बनवाया था ताकि चीनी मिट्टी के बर्तनों के बढ़ते संग्रह को सहेजा जा सके. इस कमरे में करीब-करीब प्रत्येक राष्ट्रपति कार्यकाल में इस्तेमाल किये गए चीनी मिट्टी के बर्तन सहेजे गए है. यहाँ जॉर्ज वाशिंगटन के कार्यकाल के वक़्त से लेकर अब तक के चीनी मिट्टी के बर्तन मौजूद है.

चांदी के बर्तनों का कमरा

चाइना रूम के साथ ही वेरमेईल रूम है जहां चांदी के बर्तनों का संग्रह है. पहले यह जनरल सोशल रूम था जिसे 1956 में बदल दिया गया जब मार्गेट थॉमसन बिडल से व्हाइट हाउस को चांदी के बर्तनों का विशाल संग्रह मिला था. कमरे को अमेरिका की पहली महिलाओं के चित्रों से भी सजाया गया है.

 

म्यूजिक रूम

हाउस संग्रहालय के अनुसार हिलेरी क्लिंटन ने व्हाइट हाउस की तीसरी मंज़िल पर स्थित एक सिटींग रूम को म्यूजिक रूम में बदल दिया था ताकि उनके पति बिल क्लिंटन वहां सेक्सोफोने बजा सके.

 

 

बोलिंग एली

चॉक्लेट शॉप के निकट हैरी एस. ट्रमन की बोलिंग एली है. यह देखने के लिए आने वालों में यह खास लोकप्रिय है. यहाँ पहली बोलिंग एली का निर्माण 1947 में हैरी ट्रमन के लिए किया गया था. 1969 में रिचर्ड निक्सन ने इस वर्तमान स्थान नार्थ पोर्टिको के नीचे शिफ्ट करवाया था.

 

पुलिस कांस्टेबल को बहादुरी का अनोखा इनाम

पुलिस कांस्टेबल को बहादुरी का अनोखा इनाम

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बेंगलुरु पुलिस ने एक कांस्टेबल को उसकी बहादुरी के लिए न सिर्फ नकद इनाम दिया, बल्कि एक हफ्ते का हनीमून पैकेज पेड लीव के साथ दिया. अब जैसे ही ये खबर फैली किसी अनजान शख्स ने एक हज़ार रुपये का इनाम आपनी तरफ से भी भेजा है. कांस्टेबल वेंकटेश ने शायद ही कभी सोंचा होगा कि डीसीपी की मौजूदगी में वो न सिर्फ कुर्सी पर बैठेगा, बल्कि उसे सम्मानित भी किया जाएगा.

रात के तक़रीबन ढाई बजे होंगे जब वो सड़क पर किसी शख्स की चीख सुनकर अकेला ही दौड़ पड़ा. उस शख्स से मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोग मोबाइल और पैसे छीन रहे थे और पुलिस को आते देख भाग खड़े हुए, लेकिन वेंकटेश ने उन्हें नहीं छोड़ा. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सीमांत कुमार सिंह ने बताया कि, ‘कांस्टेबल वेंकटेश ने उनको 4 किलोमीटर तक चेस करके उनमे से एक अपराधी को अकेले ही पकड़ लिया.

वहीं, किसी अनजाव शख्स ने कांस्टेबल वेंकटेश की हौसला अफजाई के लिए एक हज़ार रुपये का चेक भी भेजा है. वेंकटेश की नवंबर में शादी है और अब उसे हनीमून के खर्चे की भी चिंता नहीं है.

वाइटफील्ड के डीसीपी अब्दुल अहद ने कहा, ‘हमने उसे 10 हज़ार रुपये का इनाम दिया. हम चाहते थे कि उसके परिवार को दक्षिण भारत की यात्रा पर भेजे, लेकिन जब पता चला कि उसकी शादी होने वाली है तो हमने उसे हनीमून पैकेज दे दिया है.

इस पहल की भी काफी तारीफ हो रही है. इनाम तो मिला ही बड़े अधिकारियों की नज़र में भी आये और अब वेंकटेश का नाम भी सबकी जुबान पर है.

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चित्तौड़गढ़ किला- जौहर का गढ़

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आपको बता दें कि चित्तौड़गढ़ भारत के सबसे बेहतरीन स्मारकों में से एक है और भारत का सबसे बड़ा किला हैं. चित्तौड़गढ़, जिसे चित्तौड़ भी कहा जाता है, 7वीं से 16वीं शताब्दी तक, राजपूतों के तहत यह किला मेवाड़ की राजधानी था.

चित्तौड़गढ़ किला राजस्थान का सबसे प्रसिद्ध किला है. यह किला 7वीं शताब्दी में विभिन्न मौर्य शासकों द्वारा बनाया गया था. ऐसा कहा जाता है कि महाभारत काल में पांडव भाईयों में से भीम ने इस किले का निर्माण किया था. चित्तौड़गढ़ किला, 180 मीटर ऊंचा पहाड़ी पर खड़ा है, और 700 एकड़ में फैला है.

यह उदयपुर से 112 किलोमीटर की दूरी पर, राजस्थान में चित्तौड़गढ़ में गम्भरी नदी के पास एक उच्च पहाड़ी पर स्थित है. किले में रोमांस, साहस, दृढ़ संकल्प और त्याग की एक लंबी कहानी है. इस राजसी किले का इतिहास खिलजी के समय में देखा जा सकता है. किले पर तीन बार हमला किया गया और हर बार राजपूत योद्धाओं द्वारा इस किले को बचाया गया था. 1303 में रानी पद्मावती को अपना बनाने की अपनी इच्छा पूरी करने के लिए अल्लाउद्दीन खिलजी द्वारा पहली बार किले पर हमला किया गया था.

यह माना जाता है कि रानी पद्मावती और राजदबार की महिलाओं ने अल्लाउद्दीन खिलजी के समाने प्रस्तुत होने के बजाय आग की चिता में बलिदान दे दिया था. इस बलि को किले की महिलाआं द्वारा ‘जौहर’ कहा जाता था. दूसरी बार, किले को 1535 में गुजरात के सुल्तान बहादुर शाह ने बर्खास्त कर दिया था, जिससे विशाल विनाश हुआ. तीसरा हमला मुगल सम्राट अकबर द्वारा 1567 में महाराणा उदय सिंह पर विजय प्राप्त करने के लिए किया गया था। अंततः 1616 में मुगल सम्राट जहांगीर के शासन के तहत किले को राजपूतों में वापस कर दिया गया था.

चित्तौड़ का किला देश के सबसे उत्कृष्ट किलों में से एक माना जाता है और वास्तव में ‘राजस्थान राज्य का गौरव’ है. यह माना जाता है कि चित्तौड़गढ़ का नाम चित्ररंगा से लिया गया है, जो स्थानीय कबीले के शासक थे और खुद को मौर्य बताते थे. एक अन्य लोककथा का मानना था कि भीम ने किले के निर्माण के लिए, जमीन पर जोर से मारा और जिससे सतह पर भीमलेट कुंड बना है.

किले के अंदर भगवान कृष्ण और खूम्बा श्याम के प्रफुल्लित भक्त मीरा के मंदिर हैं. चित्तौड़गढ़ किले को जल किले के रूप में भी जाना जाता है. किले में 84 जल स्त्रोत थे, उनमे से केवल 22 मौजूद हैं, जिनमे कुँए, कुंड, और बावरी शामिल हैं. यह किला 700 हेक्टेयर से अधिक में फैला हुआ है, जिसमें जल स्त्रोत का 40 प्रतिशत हिसा हैं. औसत जलाशय की गहराई लगभग 2 मीटर है इसलिए, इन जलाशयों में लगभग 4 बिलियन लीटर पानी जमा कर सकते हैं और चार साल तक 50,000 की सैनिकों की प्यास बुझा सकते है.

विजय स्तंभ (स्तंभ), किर्ती स्तम्भ, गौमुख जलाशय, राणा कुंभ पैलेस, पद्मिनी पैलेस और किले के सात दरवाजें इसके कुछ प्रमुख आकर्षण हैं. किले मोटे तौर पर एक मछली के आकार में बना हुआ हैं. किले परिसर में 65 ऐतिहासिक इमारतें हैं, जिनमें से 4 महल परिसर, 19 मुख्य मंदिर और 4 स्मारक हैं. किले की संरचनाएं और विशेषताएं राजस्थानी वास्तुकला की शैली को दर्शाती हैं.

चित्तौड़गढ़ शहर और यह किला ‘जौहर मेला’ नामक सबसे बड़े राजपूत त्योहार की मेजबानी करता है. ध्वनि और यहां  लाइट शो भी आयोजित किया जाता है और यह 7 बजे से शुरू होता है. वर्ष 2013 में चित्तौड़गढ़ किला को यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया था.

खेत में लगाये गए काजल अग्रवाल के पोस्टर

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वैसे तो फसलों को बचाने के लिए किसान टोटकों का प्रयोग करते हैं. लेकिन हैदराबाद के 30 वर्षीय किसान अनवर ने अपने दो एकड़ खेत पर साउथ से बॉलीवुड में आने वाली एक्ट्रेस काजल अग्रवाल के कटआउट लगाये है. किसान का कहना है कि इससे उसे लाभ भी मिलने लगा है. बताते चलें कि गांवों में अपनी फसलों को बुरी नज़र से बचाने के लिए तरह तरह के तरीके अपनाये जाते हैं.

मामला हैदराबाद से 120 किमी दूर संगारेड्डी जिले के गोलापल्ली गांव का है. मुंबई मिरर में छपी खबर के मुताबिक, किसान का कहना है कि उसने जब से काजल की फोटो लगवाई है, उसके खेतों की फसल में अंतर देखने को मिला है. पहले पौधे सूख जाते थे, लेकिन अब नहीं सूख रहे. सड़क के किनारे खेत होने के कारण हर राहगीर फसल पर नज़र डालता है. पहले फसले सूख जाया करती थी और बहुत नुक्सान झेलना पड़ता था, लेकिन अब फंसले खराब नहीं होती. गांवों में मानते हैं कि फसल पर बुरी नज़र पड़ने से पौधे सूख जाते हैं या फिर मर जाते हैं. इस खेत में अनवर सब्जियां उगाता हैं.

किसान का कहना है कि काजल की फोटो लगाने के बाद से हर किसी की नज़र सीधे पौधे पर नहीं पढ़ती. भले ही लोग उसके इस आइडिया पर मजा लेते होंगे, लेकिन उसे इस तरीके से फायदा हो रहा है. वह कहते है कि वहां काजल के सबसे बड़े फैन हैं. बता दें कि इससे पहले नेल्लोर जिले में किसान ए चेंचू रेड्डी ने फसल को बचाने के लिए सनी लियोनी का पोस्टर खेतों में लगवाया था. किसान ने ‘मुझसे जलना मत’ भी लिखा था. रेड्डी ने भी लियोनी की तस्वीर लगाने के बाद फसलों के बचने का दावा किया था.

भूतिया गुड़िया- 5 पौंड में मोल ली गई मुसीबत 866 पौंड में बिकी!

वैज्ञानिकों को क्यों हैरान करता है इंसान का शरीर?

यह स्थापित तथ्य है कि इंसान का शरीर प्रकृति की सर्वोतम रचना है. वैसे तो सभी प्राणियों में कोई न कोई विचित्र बात है लेकिन जितने अदभुत तथ्य इंसान के बारे में खोजे गये हैं उतना शायद किसी और प्राणी के बारे में नहीं खोजे गये हैं. इंसान के बारे में कुछ ऐसे ही रोचक और हैरान कर देने वाले कुछ जाने-अनजाने विचित्र तथ्य हमें सोशल मीडिया के जरिये मिलते रहते हैं, जिन्हें हमने यहाँ फंडाबुक के नियमित पाठकों के लिए संकलित किया है. तो आप भी देखिये इंसानी शरीर में वे कौन से अंग और गतिविधियां हैं जो सचमुच में हैरान करने वाले हैं.

जबरदस्त फेफड़े

हमारे फेफड़े हर दिन 20 लाख लीटर हवा को फिल्टर करते हैं. हमें इस बात की भनक भी नहीं लगती. फेफड़ों को अगर खींचा जाए तो यह टेनिस कोर्ट के एक हिस्से को ढंक देंगे.

इंसान का शरीर, ऐसी और कोई फैक्ट्री नहीं

इंसान का शरीर हर सेकंड 2.5 करोड़ नई कोशिकाएं बनाता है. साथ ही, हर दिन 200 अरब से ज्यादा रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है. हर वक्त शरीर में 2500 अरब रक्त कोशिकाएं मौजूद होती हैं. एक बूंद खून में 25 करोड़ कोशिकाएं होती हैं.

लाखों किलोमीटर की यात्रा

इंसान का खून हर दिन शरीर में 1,92,000 किलोमीटर का सफर करता है. हमारे शरीर में औसतन 5.6 लीटर खून होता है जो हर 20 सेकेंड में एक बार पूरे शरीर में चक्कर काट लेता है.

धड़कन, धड़कन

एक स्वस्थ इंसान का हृदय हर दिन 1,00,000 बार धड़कता है. साल भर में यह 3 करोड़ से ज्यादा बार धड़क चुका होता है. दिल का पम्पिंग प्रेशर इतना तेज होता है कि वह खून को 30 फुट ऊपर उछाल सकता है.

सारे कैमरे और दूरबीनें फेल

इंसान की आंख एक करोड़ रंगों में बारीक से बारीक अंतर पहचान सकती है. फिलहाल दुनिया में ऐसी कोई मशीन नहीं है जो इसका मुकाबला कर सके.

नाक में एंयर कंडीशनर

हमारी नाक में प्राकृतिक एयर कंडीशनर होता है. यह गर्म हवा को ठंडा और ठंडी हवा को गर्म कर फेफड़ों तक पहुंचाता है.

400 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार

तंत्रिका तंत्र 400 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से शरीर के बाकी हिस्सों तक जरूरी निर्देश पहुंचाता है. इंसानी मस्तिष्क में 100 अरब से ज्यादा तंत्रिका कोशिकाएं होती हैं.

इंसान का शरीर, जबरदस्त मिश्रण

शरीर में 70 फीसदी पानी होता है. इसके अलावा बड़ी मात्रा में कार्बन, जिंक, कोबाल्ट, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फेट, निकिल और सिलिकॉन होता है.

बेजोड़ झींक

झींकते समय बाहर निकले वाली हवा की रफ्तार 166 से 300 किलोमीटर प्रतिघंटा हो सकती है. आंखें खोलकर झींक मारना नामुमकिन है.

बैक्टीरिया का गोदाम

इंसान के वजन का 10 फीसदी हिस्सा, शरीर में मौजूद बैक्टीरिया की वजह से होता है. एक वर्ग इंच त्वचा में 3.2 करोड़ बैक्टीरिया होते हैं.

ईएनटी की विचित्र दुनिया

आंखें बचपन में ही पूरी तरह विकसित हो जाती हैं. बाद में उनमें कोई विकास नहीं होता. वहीं नाक और कान पूरी जिंदगी विकसित होते रहते हैं. कान लाखों आवाजों में अंतर पहचान सकते हैं. कान 1,000 से 50,000 हर्ट्ज के बीच की ध्वनि तरंगे सुनते हैं.

दांत संभाल के

इंसान के दांत चट्टान की तरह मजबूत होते हैं. लेकिन शरीर के दूसरे हिस्से अपनी मरम्मत खुद कर लेते हैं, वहीं दांत बीमार होने पर खुद को दुरुस्त नहीं कर पाते.

मुंह में नमी

इंसान के मुंह में हर दिन 1.7 लीटर लार बनती है. लार खाने को पचाने के साथ ही जीभ में मौजूद 10,000 से ज्यादा स्वाद ग्रंथियों को नम बनाए रखती है.

झपकती पलकें

वैज्ञानिकों को लगता है कि पलकें आंखों से पसीना बाहर निकालने और उनमें नमी बनाए रखने के लिए झपकती है. महिलाएं पुरुषों की तुलना में दोगुनी बार पलके झपकती हैं.

नाखून भी कमाल के

अंगूठे का नाखून सबसे धीमी रफ्तार से बढ़ता है. वहीं मध्यमा या मिडिल फिंगर का नाखून सबसे तेजी से बढ़ता है.

तेज रफ्तार दाढ़ी

पुरुषों में दाढ़ी के बाल सबसे तेजी से बढ़ते हैं. अगर कोई शख्स पूरी जिंदगी शेविंग न करे तो दाढ़ी 30 फुट लंबी हो सकती है.

खाने का अंबार

एक इंसान आम तौर पर जिंदगी के पांच साल खाना खाने में गुजार देता है. हम ताउम्र अपने वजन से 7,000 गुना ज्यादा भोजन खा चुके होते हैं.

बाल गिरने से परेशान

एक स्वस्थ इंसान के सिर से हर दिन 80 बाल झड़ते हैं.

सपनों की दुनिया

इंसान दुनिया में आने से पहले ही यानी मां के गर्भ में ही सपने देखना शुरू कर देता है. बच्चे का विकास वसंत में तेजी से होता है.

नींद का महत्व

नींद के दौरान इंसान की ऊर्जा जलती है. दिमाग अहम सूचनाओं को स्टोर करता है. शरीर को आराम मिलता है और रिपेयरिंग का काम भी होता है. नींद के ही दौरान शारीरिक विकास के लिए जिम्मेदार हार्मोन्स निकलते हैं.