अपने देश में हम आजाद हैं, यह तो हम सभी जानते ही हैं और हम अपने देश में बिना किसी रुकावट के कहीं भी आ-जा सकते हैं।
देश के कानून ने भी हमें यह मौलिक अधिकार दिया है कि भारत के किसी भी हिस्से में हम आ-जा सकते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरान होगी कि भारत में कुछ जगहें ऐसी भी हैं, जहां संविधान का भी राज नहीं चलता। इन जगहों पर भारतीयों के जाने पर रोक है।
आइए जानते है भारत की उन 5 जगहों के बारे में जहाँ नहीं जा सकते भारतीय :-
कसोल कैफे (हिमाचल प्रदेश)
हिमाचल प्रदेश के कसोल में भारतीयों को फ्री कसोल कैफे में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। कसोल हिमाचल प्रदेश का एक छोटा सा गांव है। इस गांव को लोग मिनी इज़राइल के नाम से जानते हैं।
साल 2015 में कैफे ने एक भारतीय महिला को सर्व करने से साफ मना कर दिया था। कैफे का कहना था कि वह सिर्फ अपने मेंबर्स को ही सर्व करते हैं।
इस घटना के बाद कैफे की काफी आलोचना भी हुई थी और इस पर नस्लवाद के आरोप भी लगे थे। आपको बता दें कि कैफे के आसपास अंकित सभी साइन बोर्ड भी हिब्रू भाषा में हैं।
यूनो-इन होटल, बैंगलोर
बैंगलोर में यूनो-इन होटल जापानी लोगों के लिए बनाया गया था, जिसे 2012 में स्थापित किया गया था। इस होटल पर नस्लवाद के गंभीर आरोप लगे थे और साल 2014 में ग्रेटर बैंगलोर सिटी कॉर्पोरेशन द्वारा होटल को बंद करवा दिया गया था।
होटल के प्रबंधन का कहना था कि उन्होंने जापान की कई कंपनियों के साथ अनुबंध (समझौता) कर रखा है, जिसके चलते वह सिर्फ जापानी पर्यटकों को ही अपनी सेवाएं देते हैं।
गोवा के कुछ बीच
गोवा अपने खूबसूरत समुद्र तटों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। भारतीयों के लिए, गोवा देश के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है।
हालाँकि देश सहित दुनिया भर से कई पर्यटक गोवा बीच पर आते हैं, फिर भी गोवा में कुछ स्थान ऐसे हैं जहाँ भारतीयों को प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।
गोवा के इस तट पर प्रवेश करने वाले भारतीयों पर प्रतिबंध आधिकारिक नहीं है, लेकिन स्थानीय निवासियों के अनुसार, भारत के पर्यटक विदेशी पर्यटकों के लिए समस्याएं पैदा करते हैं और उनके साथ गलत व्यवहार करते हैं।
दरअसल, कहा जाता है कि भारतीय विदेशी महिलाओं पर भद्दे कमेंट करते हैं। उनकी पोशाकों पर भी फ़ब्तियां कसते हैं, जिसकी वजह से भारतीयों को वहां जाने से रोका जाता है।
ऐसी स्थिति में, स्थानीय लोगों ने कई समुद्र तटों पर भारतीय पर्यटकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। गोवा में अंजुना बीच एक ऐसी जगह है जहाँ आप किसी भी भारतीय पर्यटक को घूमते हुए नहीं देखेंगे।
नॉर्थ सेंटिनल आइलैंड
अंडमान-निकोबार द्वीप समूह का एक द्वीप नॉर्थ सेंटिनल आइलैंड भी है, जहां सिर्फ आदिवासी निवास करते हैं। यह द्वीप बाहरी दुनिया से संपर्क नहीं रखता है। साल 2018 में एक अमेरिकी ईसाई धर्म प्रचारक की मौत के बाद यह द्वीप चर्चा में आया था।
इस तरह के कबीलों में रह रहे आदिवासियों की रक्षा के लिए वहां आम लोगों का प्रवेश पूरी तरह वर्जित रखा गया है, इसके लिए बाकायदा कानून की भी व्यवस्था की गई है।
नॉर्थ सेंटिनल द्वीप 23 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यहां पर रह रहे आदिवासियों की संख्या महज 100 के करीब है। इस द्वीप पर बाहर से आए हुए किसी भी व्यक्ति का जाना वर्जित है।
पुडुचेरी के कुछ बीच
पुडुचेरी भारत का एक खूबसूरत छोटा सा शहर है, जहां की जनसंख्या भी बहुत कम है। यहां पर अक्सर विदेशी पर्यटक आते हैं।
गोवा की तरह यहां भी कुछ बीच ऐसे हैं, जहां भारतीयों का जाना मना है, हालांकि यह आधिकारिक तौर पर नहीं है। फॉरेनर्स ओनली बीच पर आपको विदेशी सैलानी घूमते दिख जाएंगे, लेकिन इस बीच पर इंडियंस नहीं दिखते।
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