नवरात्रि हिंदुओं का एक प्रमुख पर्व है। यह एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ होता है ‘नौ रातें’। इन नौ रातों और दस दिनों के दौरान, देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है।
दसवाँ दिन दशहरा के नाम से प्रसिद्ध है। नवरात्रि वर्ष में चार बार आता है। पौष, चैत्र, आषाढ,अश्विन मास में प्रतिपदा से नवमी तक मनाया जाता है।
नवरात्रि के 9 दिनों में मां के 9 रूपों की पूजा- अर्चना की जाती है। मां को प्रसन्न करने के लिए भक्त व्रत भी रखते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि के दौरान विधि- विधान से मां दुर्गा की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
घट स्थापना मुहूर्त
घट स्थापना का समय या मुहूर्त प्रात:काल 06 बजकर 17 मिनट से 10 बजकर 11 मिनट तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 46 मिनट से 12 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। स्थानीय पंचांग भेद के अनुसार मूहूर्त में घट-बढ़ हो सकती है।
हमारे इस लेख में हम जानेंगे रशियों के अनुसार कैसा रहेगा शारदीय नवरात्रि, तो चलिए जानते हैं :-
मेष राशि
नवरात्रि के दौरान मेष राशि वाले जातकों पर माता की कृपा बनी रहेगी। इस दौरान आप अपने मन को काबू में रखने के लिए योग ध्यान का सहारा लें और गंभीरता से निर्णय लें तो आपके काम बनेंगे। विवाह योग्य कन्याओं को माता की लाल फूल से पूजा करनी चाहिए और मनोनुकूल वर की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।
वृष राशि
मन अशांत रहेगा। क्रोध से बचने का प्रयास करें। पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। भवन सुख में वृद्धि होगी। सुख-सुविधाओं का विस्तार होगा। खर्चों की अधिकता रहेगी। आय में भी सुधार होगा। वाहन के रखरखाव पर खर्च बढ़ सकते हैं। सेहत का ध्यान रखें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए नवरात्रि के नौ दिन किसी वरदान से कम नहीं है। इस दौरान आपको मेहनत का पूरा फल मिलेगा। रुके हुए काम चल पड़ेंगे। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। सेहत का ध्यान रखें। इस दौरान आपको भूमि या वाहन सुख की प्राप्ति हो सकती है। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातक अपने पारिवारिक जीवन को सुधारने के लिए नवरात्रि के दौरान प्रयास करेंगे और इन प्रयासों का अच्छा फल भी कर्क राशि के लोगों को मिलेगा। इस राशि के जातक अपने लवमेट या जीवनसाथी के साथ कहीं घूमने भी जा सकते हैं।
सिंह राशि
आत्मविश्वास तो भरपूर रहेगा परंतु मन परेशान भी हो सकता है। परिवार के साथ किसी धार्मिक स्थान की यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। परिवार का साथ मिलेगा, परंतु माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। रहन-सहन अव्यस्थित रहेगा। खर्च अधिक रहेंगे। शैक्षिक कार्यों पर भी ध्यान रखें। मित्रों का सहयोग मिलेगा।
कन्या राशि
किसी अज्ञात भय से परेशान हो सकते हैं। किसी धार्मिक स्थान की यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। यात्रा सुखद रहेगी। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में सुधार आएगा। किसी पुराने मित्र का आगमन भी हो सकता है। नौकरी में तरक्की के अवसर मिल सकते हैं। किसी संपत्ति से धन प्राप्त हो सकता है।
तुला राशि
नवरात्रि में तुला राशि वालों पर मां दुर्गा की विशेष कृपा बनी रहेगी। इसी दौरान किसी भी नए काम की शुरुआत उत्तम रहेगी। आपके जीवन में खुशियों का आगमन होगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त करेंगे। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और करियर में नए अवसर प्राप्त होंगे।
वृश्चिक राशि
नवरात्रि में मां दुर्गा की कृपा आप पर बनी रहेगी। स्वास्थ्य के लिहाज से नवरात्रि महत्वपूर्ण हैं। इस दौरान आपको कर्जों से मुक्ति मिलेगी। धन आगमन के साधन बढ़ेंगे। भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि हो सकती है।
धनु राशि
अपनी भावनाओं को वश में रखें। धैर्यशीलता बनाए रखने का प्रयास करें। कारोबार में परेशानियां आ सकती हैं। पिता से कारोबार के लिए धन की प्राप्ति हो सकती है। वाहन प्राप्ति के योग भी बन रहे हैं। नौकरी में तरक्की के मार्ग प्रशस्त होंगे।
मकर राशि
नवरात्रि के दौरान मकर राशि के जातक काफी सक्रिय नजर आएंगे और यही सक्रियता जीवन के सभी क्षेत्रों में इनको सफलता दिलाएगी घर में पूजा-पाठ के चलते आपको अपने अंदर भी सकारात्मकता महसूस होगी।
कुंभ राशि
नवरात्रि में आपके जीवन में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इस दौरान मां दुर्गा की असीम कृपा आप पर बनी रहेगी। करियर से जुड़ी समस्याओं का अंत होगा। कारोबारियों को लाभ होगा। वाद-विवाद से दूर रहें।
मीन राशि
वाणी में मधुरता रखें, वाणी में कठोरता का प्रभाव बढ़ सकता है। बातचीत में संतुलित रहें। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में सुधार होगा। नौकरी में परिवर्तन के अवसर मिल सकते हैं। किसी दूसरे स्थान पर जाना भी पड़ सकता है। आय में वृद्धि होगी। खर्च भी बढ़ेंगे। यात्रा अधिक रहेगी।
यह भी पढ़ें :-
- नवरात्रि के 9 दिनों में, जानिए किस दिन कौन सा भोग लगाएं!!
- जानिए नवरात्रि में कौन से कार्य करने से होगी मनोकामना पूर्ण !!
- नवरात्रि के नौ दिनों से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
- जानिए क्यों नवरात्रि के दौरान लहसुन-प्याज खाना वर्जित होता है?