भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रुद्राभिषेक सर्वोत्म उपाय है। रुद्राभिषेक का अर्थ रुद्र आर्थात भगवान शिव का अभिषेक करने से है। शिवरात्रि, प्रदोष और सावन के महीने में रुद्राभिषेक करने का विशेष महत्व होता है।
रुद्राभिषेक को लेकर ऐसी मान्यता है कि इससे हमारी कुंडली के महापाप भी जलकर भस्म हो जाते हैं और हम में शिवत्व का उदय होता है, भगवान शिव का शुभाशीर्वाद प्राप्त होता है।
सभी मनोरथ पूर्ण करने के लिए एकमात्र सदाशिव रुद्र के पूजन से सभी देवता स्वत: ही प्रसन्न हो जाते हैं। आज इस पोस्ट में हम आपको रुद्राभिषेक से होने वाले विशेष लाभ के बारे में बताने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं:-
- असाध्य रोगों को शांत करने के लिए कुशोदक से रुद्राभिषेक करें।
- भवन-वाहन की मनोकामना पूर्ण करने के लिए दही से रुद्राभिषेक करें।
- लक्ष्मी प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करें। सावन के महीने में आपको धन की प्राप्ति होगी। इसके अलावा धन वृद्धि के लिए शहद और घी से अभिषेक करें।
- तीर्थ के जल से अभिषेक करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है।
- इत्र मिले जल से अभिषेक करने से बीमारी नष्ट होती है।
- पुत्र प्राप्ति के लिए दुग्ध से और यदि संतान उत्पन्न होकर मृत पैदा हो तो गोदुग्ध से रुद्राभिषेक करें। ऐसा करने से आपको जल्द ही स्वस्थ संतान की प्राप्ति होगी।
- सरसों के तेल से अभिषेक करने पर शत्रु पराजित होता है। गोदुग्ध से तथा शुद्ध घी द्वारा अभिषेक करने से आरोग्यता प्राप्त होती है।
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