गर्मियों में हमें अपने शरीर का खास ख्याल रखना पड़ता है। सही खान-पान से लेकर जीवनशैली में बदलाव गर्मियों के हानिकारक प्रभावों से हमें बचा सकते हैं। भीषण गर्मी में चलते रहने और अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए हाइड्रेटेड रहना सबसे महत्वपूर्ण कारक है।
वैसे तो प्यास बुझाने के लिए पानी सबसे महत्वपूर्ण पेय है, लेकिन आप गर्मियों में अन्य पेय पदार्थों को भी आजमा सकते हैं जो न केवल आपकी प्यास को संतुष्ट करते हैं बल्कि आपके शरीर को भी ठंडा रखते हैं।
इस पोस्ट में हम जानेगें गर्मी को मात देने के लिए कुछ बेहतरीन पेय पदार्थों के बारे में तो चलिए जानते हैं (वीडियो भी देखें):-
आम पन्ना
आम पन्ना एक तरोताज़ा कर देने वाला पेय है जिसे हर आयु वर्ग के लोग चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए पी सकते हैं। यह पेय कच्चे आम से बनाया जाता है।
यह बहुत ही स्वादिष्ट होता है और आपको भीषण गर्मी से लड़ने में मदद करता है। इसलिए, यदि आपकी यात्रा करने की कोई योजना है तो आप निश्चित रूप से इस अद्भुत पेय को अपने साथ ले जा सकते हैं।
छाछ
छाछ में हमारे शरीर को अत्यधिक गर्मी में भी ठंडा रखने के लिए आवश्यक प्रोबायोटिक्स, विटामिन और खनिज होते हैं। रोजाना या दिन में दो बार छाछ पीने से आपके शरीर को ठंडक मिल सकती है। अपनी ऊर्जा को बहाल करने और अपने शरीर को स्वाभाविक रूप से ठंडा करने के लिए एक गिलास ठंडा छाछ जरूर पिएं।
गन्ने का जूस
गर्मी के दिनों में एक गिलास गन्ने के जूस से बेहतर और क्या हो सकता है? इसका स्वाद बहुत ही अद्भुत होता है। हालांकि, इसके स्वाद के अलावा और भी इसमें कई गुण हैं जैसे कि यह स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है और कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन, फास्फोरस आदि का एक बड़ा स्रोत है।
तरबूज़ का जूस
आम के अलावा, तरबूज एक और ऐसा फल है जो गर्मी की मात देने के लिए एक अच्छा स्त्रोत है। आमतौर पर तरबूज में 92% पानी होता है, जो डिहाइड्रेशन को रोकने और शरीर को ठंडा रखने में मदद करेगा।
तरबूज विटामिन-बी का अच्छा स्रोत है, जो शरीर में ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाने का काम करता है। तरबूज जरूरी विटामिन, जैसे बी6 से समृद्ध होता है, जो ऊर्जा के अच्छे स्रोत माने जाते हैं।
अगर तरबूज या इसके जूस का नियमित रूप से सेवन किया जाए तो यह आपके शरीर की गर्मी को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
जलजीरा
गर्मी के मौसम में झटपट तैयार होने वाला चटपटा पेय ‘जलजीरा’ उत्तर भारत का बहुत पॉपुलर ड्रिंक है। जिसे कुछ जगहों पर शिकंजी भी कहा जाता है।
बर्फ, नींबू और मसालों सी बना जलजीरा ड्रिंक पेट को ठंडा तो रखता ही है, साथ ही पाचन और इम्यूनिटी को भी बढ़ाता है।
यह उत्तर भारत में विशेष रूप से लोकप्रिय है जहां अक्सर सड़कों पर विशाल मिट्टी के मटके के साथ ठेले, पुदीने की पत्तियों और बूंदी से सजा हुआ ठंडा जल जीरा बेचते हैं।
ठंडाई
ठंडाई काफी लोकप्रिय पारंपरिक पेय है जो उत्तर भारतीय राज्यों जैसे दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, यूपी, आदि में प्रसिद्ध है। भीषण गर्मी में ठंडाई के ताज़ा स्वाद से बेहतर कुछ नहीं है।
कोकम शरबत
कोकम न केवल आपकी प्यास बुझाने में मदद करता है, बल्कि यह निर्जलीकरण और सनस्ट्रोक को भी रोकता है, जिसकी गर्मियों में बहुत आवश्यकता होती है।
कोकम में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-एजिंग गुण होते हैं और यह शरीर की गर्मी को कम करने में भी मदद करता है, जिससे गर्मियों के लिए ठंडा और ताज़ा कोकम शरबत एक बेहतरीन विकल्प बन जाता है।
जिगरथंडा
जिगरथंडा जिसका शाब्दिक अर्थ है “ठंडा दिल” एक ऐसा पेय है जो बहुत सी चीजों का मिश्रण है। तमिलनाडु के दक्षिण भारतीय शहर मदुरै में विशेष रूप से प्रसिद्ध यह पेय आम तौर पर तैयार किया जाता है। इसमें ढेर सारी आइसक्रीम, ठंडी बासुंदी, मलाई वाला दूध और बादाम, गोंद, चाइना ग्रास और रूट सिरप शामिल हैं।
पनाकम
पनाकम एक ताज़ा मसालेदार पेय है जो गुड़, पानी, काली मिर्च, अदरक पाउडर और इलायची और नींबू के साथ बनाया जाता है।
पनाकामी श्री राम नवमी उत्सव के लिए बनाया जाने वाला एक विशेष पेय है। इसे गर्मियों के लिए कूलिंग ड्रिंक के रूप में भी बनाया जा सकता है। पनाकम को पनागम या पनका के नाम से भी जाना जाता है।
सोलकढ़ी
सोलकढ़ी वैसे तो एक प्रकार का पेय है, लेकिन आमतौर पर इसे चावल के साथ खाया जाता है या कभी-कभी भोजन के बाद या साथ में पिया जाता है।
यह गोवा, दक्षिणी महाराष्ट्र और उत्तरी कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में काफी लोकप्रिय है। सोलकढ़ी नारियल के दूध के रूप में ताजे नारियल के तरल अर्क से तैयार की जाती है। इससे आपके पाचन तंत्र क्रिया सही रहती है।
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