वैसे तो हर त्यौहार का अपना एक रंग और महत्व होता है, लेकिन हरे, पीले, लाल, गुलाबी आदि असल रंगों का त्यौहार होली बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। होली के आते ही वातावरण में एक मस्ती का आलम छा जाता है।
होली के दिन रंगों के माध्यम से सारी भिन्नताएं मिट जाती हैं और सब बस एक रंग के हो जाते हैं। हर किसी का तन-मन, प्रेम-उल्लास और उमंग के रंगों की फुहार से भर जाता है।
आइए जानते हैं अपनी राशि के अनुसार किस रंग से खेलें होली।
कब है होली
होली 2019 तिथि की बात करें तो, इस बार होली 21 मार्च 2019 को है और 20 मार्च 2019 को होलिका दहन है। होलिका दहन और होली के शुभ मुहूर्त का समय 20 मार्च की सुबह 10:44 से शुरू होकर 21 मार्च की शाम 07:12 तक है।
क्यों मनाई जाती है होली
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार हिरण्यकश्यप के पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु की भक्ति में लीन रहते थे। उनकी इस भक्ति से उनके पिता हिरण्यकश्यप नाखुश थे, इसीलिए उनके पिता ने अपने पुत्र को भगवान की भक्ति से हटाने के लिए कई प्रयास किए।
हिरण्यकश्यप की बहन होलिका को यह वरदान प्राप्त था कि वह आग में नहीं जल सकेगी। एक बार हिरण्यकश्यप ने अपनी ही बहन होलिका के जरिए प्रह्लाद को जिंदा जला देने का आदेश दिया, लेकिन भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रह्लाद की रक्षा की।
जब होलिका प्रह्लाद को जलाने के लिए आग में बैठी, तो वह खुद जल कर मर गई। तभी से इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में जाना जाता है और हिन्दू धर्म में होलिका दहन की परंपरा प्रचलित है। होलिका दहन से अगले दिन दुलहंडी (होली) खेला जाता है।
अपनी राशि के अनुसार किस रंग से खेलें होली
मेष – वृश्चिक राशि
इन राशियों का स्वामी मंगल है, जो ऊर्जा का कारक है और वहीं गुस्से का भी। इन दोनों राशि के लोगों के लिए गुलाबी और पीला रंग उत्तम रहेगा।
वृषभ – तुला राशि
इन राशियों का स्वामी शुक्र है और शुभ रंग सिल्वर है, लेकिन इस कलर का उपयोग करना ठीक नहीं रहेगा। इन दोनों राशि के लोग आसमानी और हल्के नीले रंगों का प्रयोग करें और अपने आसपास के माहौल को खुशनुमा बनाएं।
मिथुन – कन्या राशि
इन राशियों का स्वामी बुध है। इन राशि के लोग हल्के हरे रंग, गुलाबी, पीले, नारंगी, आसमानी रंगों का प्रयोग कर इस त्योहार को यादगार बनाएं।
कर्क राशि
इस राशि का स्वामी चन्द्रमा है। इसका रंग सफेद है, इसीलिए आप कोई भी रंग दही में मिलाकर प्रयोग करें। इस प्रकार रंगों भरी होली भी हो जाएगी और दही के प्रयोग से चेहरे पर हानिकारक प्रभाव भी कम होगा। इस राशि के लोग भावुक होते हैं, तो उनके साथ होली की मस्ती सादगी से ही होनी चाहिए।
सिंह राशि
इस राशि का स्वामी सूर्य है, इसीलिए इस राशि के रंग भी बड़े सुहावने हैं, जैसे गुलाबी हल्के हरे, नारंगी, पीले आदि। इन रंगों से आपका प्रभाव भी बढ़ेगा। इस राशि वाले लोग उत्साही होते हैं, तो इनके साथ खूब मस्ती वाली होली खेली जा सकती है।
मकर – कुंभ राशि
इन राशियों का स्वामी शनि है और इनका रंग आसमानी, नीला और फिरोजी होता है। ये राशि के लोग हरे रंग का भी प्रयोग कर सकते हैं। इन राशि वालों के साथ होली खेलना बड़ा ही दिलचस्प होता है।
धनु – मीन राशि
इन राशियों का स्वामी गुरु है, जो संत प्रवृत्ति का कारक है। इनका रंग पीला, नारंगी और गुलाबी हैं। ये राशि वाले लोग सादगीपसंद होते हैं। इनके साथ सलीके से होली खेलकर इनका दिल जीत सकते हैं।
होली पूजन विधि
लकड़ी और कंडों की होली के साथ घास लगाकर होलिका खड़ी करके उसका पूजन करने से पहले हाथ में असद, फूल, सुपारी, पैसा लेकर पूजन कर जल के साथ होलिका के पास छोड़ दें और अक्षत, चंदन, रोली, हल्दी, गुलाल, फूल तथा गूलरी की माला पहनाएं।
इसके बाद होलिका की तीन परिक्रमा करते हुए नारियल का गोला, गेहूं की बाली तथा चना को भूंज कर इसका प्रसाद सभी को वितरित करें। होली की पूजा करने से घर में सुख-शांति, समृद्धि, संतान प्राप्ति होती है।
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