आज हम आपको दुनिया के सबसे पुराने और खूबसूरत गिरजाघर के बारे में बताने जा रहे हैं. आपको बता दें कि इस गिरजाघर का नाम नोट्रे डेम है और वह फ्रांस की राजधानी पेरिस में बना हुआ है. हर साल लाखों पर्यटक नोट्रे डेम गिरजाघर को देखने के लिए वहां जाते हैं.
चर्च का निर्माण और अब की हालत
इस चर्च का निर्माण वर्ष 1163 में शुरू हुआ था और इसको बनने में 180 साल लगे थे. अब यह गिरजाघर 850 वर्ष से अधिक पुराना हो चुका है और इसकी हालत भी अब बहुत खराब हो चुकी है.
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ह्यूगो ने इस चर्च की हालत को देखकर लिखा था,” निश्चित रूप से पैरिस का नोट्रे डेम गिरजाघर एक शानदार इमारत है और जैसे-जैसे यह महान इमारत बूढी हो रही है, अफ़सोस होता है कि वक़्त और इंसानों दोनों की मार से इसकी हालत बहुत खराब हो गई है.
चर्च की ख़ासियत
इस चर्च की एक ख़ासियत यहां का संगीत है. चर्च का इतिहास बताता है कि संगीत यहां हमेशा से मौजूद रहा है. इस चर्च में पूरे साल में संगीत की तीन गायक मंडलियां अपने कार्यक्रम प्रस्तुत करतीं हैं.
इसके अलावा चर्च की एक और ख़ास बात आपको बता दें कि यहां मौजूद घंटियों की आवाज़ बेहद लोकप्रिय है. इसमें सबसे बड़ी घंटी चर्च के दक्षिणी टॉवर में वर्ष 1685 में लगाई गई थी और इस घंटी की आवाज़ से ही वर्ष 1944 में फ्रांस की आज़ादी को ध्वनित किया गया था.
इतिहास में दर्ज हुआ गिरजाघर का नाम
अब इस चर्च का नाम इतिहास में ‘मास्टरपीस‘ के तौर पर दर्ज हो चुका है.
आपको बता दें कि हाल ही में गिरजाघर आने वाले पर्यटकों से फीस लेने के प्रस्ताव में गर्मागर्म बहस छिड़ गई थी. फ्रांसीसी चर्च ने इस विचार को सिरे से ख़ारिज करते हुए कहा है कि नोट्रे डेम को देखना नि:शुल्क रहना चाहिए.
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