हाथी स्थल-प्राणियों में सबसे बड़ा प्राणी है। वर्तमान समय में हाथियों की केवल दो प्रजातियां जीवित हैं, ऍलिफ़्स(Elephas) तथा लॉक्सोडॉण्टा(Loxodonta)l
इनके इलावा एक ओर भी प्रजाति मॅमथस थी जो कि अब विलुप्त हो चुकी है। ऍलिफ्स प्रजाति अफ्रीका में पाई जाती है और लॉक्सोडॉण्टा भारत में;
हाथी संसार का सबसे भारी स्थल-जीव है। आमतौर पर इनका वजन 10 हजार किलो तक होता है. कुछ बहुत बड़े हाथियों का वजन 32 हजार किलो तक भी हो सकता है।
आईये जानते हैं हाथियों के बारे में रोचक और अद्भुत तथ्य
- वर्तमान समय में हाथियों की दो ही प्रजातियां बची हैं। दुनिया में प्राप्त हुए विभिन्न जीवाश्मों से पता चला है कि आज से 5 करोड़ साल पहले हाथियों की करीब 170 प्रजातियां पाई जाती थीं। यह जीवाश्म ऑस्ट्रेलिया और अंर्टाकटिका को छोड़ कर सभी महाद्वीपों में पाए गए हैं।
- हाथी लेट कर नही बल्कि खड़े-खड़े ही सोते हैं। हाथी दिन में ज्यादा से ज्यादा 4 घंटे ही सोते हैं।
- हाथी एक एकलौता जानवर है जिसके चार घुटने होते है और वह कूद नही सकता।
- मादा हाथी हर 4 साल में एक बच्चे को जन्म देती है। मादा हाथी का गर्भकाल औसतन 22 महीने तक का होता है. 1 प्रतिशत मामलों में जुडवा बच्चे जन्म लेते हैं। नव जन्में हाथी की लंम्बाई लगभग 83 सेंटीमीटर और वजन 112 किलोग्राम तक का होता है।
- हाथी के शरीर का सबसे मुलायम हिस्सा उनके कान के पीछे होता है जिसे क्नुले (knule) कहते है। हाथियों को संभालने वाले महंत अपने पैरों का उपयोग करके क्नुले के जरिए हाथियों को निर्देश देते हैं।
- एक हाथी की चमडी लगभग एक इंच तक मोटी होती है। हाथी अपनी सूँड से फर्श पर गिरा छोटा सा सिक्का भी उठा सकता है।
- व्यस्क अफ्रीकन हाथी की लम्बाई 13 फीट तक हो सकती है जबकि भारतीय हाथी की लम्बाई 10 फीट तक बढ़ती है। अफ्रीकन हाथियों के कान भारतीय हाथियों के कानों से बड़े होते हैं। हाथियों का जीवन काल औसतन 70 साल तक होता है। झुंड का नेतृत्व भी बड़े उम्र के नर या मादा हाथी करते हैं। हाथी के दाँत उसके जीवन काल के दौरान बढ़ते रहते है।
- हाथी की सूँड ऊपरी होंठ और नाक से जुड़ी होती है।
- जानवरों में हाथियों का दिमाग सबसे बड़ा होता है।
- नर हाथी 12 से 15 साल की आयु के बीच झुंड़ छोड़ देते हैं।
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