इतिहास गवाह है कि जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कई युगांतकारी खोजें हुई हैं, जिन्होंने मनुष्य जीवन को पूरी तरह से बदल के रख दिया. आग की खोज हो या पहिये का अविष्कार. इन जीवनोपयोगी खोजों ने जहाँ मनुष्य के जीवन को सरल बनाया, वहीँ चिकित्सा के क्षेत्र में कुछ ऐसी क्रांतिकारी खोजें हुईं, जिन्होंने मानव के औसत जीवन काल में अचानक कई वर्षों की वृद्धि कर दी. उदाहरण के तौर पर आज हम कुछ ऐसी ही शीर्ष 10 चिकित्सा की खोजों के बारे में बात करेंगे, जिन्होंने मानव स्वास्थ्य और जीवन को बेहतर बनाने में अत्यधिक मदद की.
अनेस्थेटिक (Anesthetic)
अगर आपने नौसेना इतिहास के किसी संग्रहालय का दौरा किया है, तो आपको पता होगा कि पहले सर्जिकल ऑपरेशन कैसे होते थे. रोगी ऑपरेशन के दर्द को सहने के लिए लकड़ी के दुकड़े को मुंह में दबाकर काटता था. 19वीं सदी के आखिर में अनेस्थेटिक की खोज हुई, जिसने रोगी को ऑपरेशन के वक्त होने वाले दर्द को खत्म कर दिया.
जन्म पर नियंत्रण
एक और ईजाद 19वीं सदी में हुई, वो थी जन्म पर नियंत्रण. ब्रिटेन में 1870 में जन्म दर 35.5 प्रति 1000 लोगों की थी और वर्ष 1900 में यह जन्म दर 29 प्रति 1000 हो गई. इसकी वजह सेक्स के बारे में अच्छी शिक्षा थी. बाद में यह कैंप अमेरिका में चला और वहां भी इसके नतीजे अच्छे निकले.
एम.एम.आर (MMR)
एम्.एम्.आर. के ईजाद से खरा के मरीज़ों में काफी गिरावट आयी. एम्एम्आर टीका खसरा, कंठमाला और रूबेला के खिलाफ एक प्रतिरक्षण टीका है. इस टीके के माध्यम से खसरा बीमारी से पीड़ित मरीज़ को ठीक किया जाता है. इसे पहली बार मौरिस हिलमेंन ने विकसित किया था.
एक्स-रे (X-RAY)
एक्स-रे एक चिकित्सा प्रक्रिया है, जो आज-कल बहुत आम है. जिसका अविष्कार अचानक से हुआ था. विल्हेल्म कोनार्ड ने 8 नवंबर 1895 में इसकी खोज की थी. उसने सबसे पहले इसका परीक्षण अपनी पत्नी पर किया था और जिसके नतीजे आज के एक्सरों से मिलते-जुलते थे.
इंसुलिन (Insulin)
इंसुलिन की ईजाद से मधुमेह के मरीज़ों को बहुत राहत मिली. अब मधुमेह के मरीज़ अपनी शुगर को देख सकते थे. इसको सबसे पहले 1921 में टोरंटो विश्वविद्यालय के विज्ञानी ने आविष्कार किया था और बाद में उसको इस आविष्कार पर नोबेल पुरुस्कार से सम्मानित किया गया.
आई.वी.ऍफ़ (IVF)
जन्म नियंत्रण अनचाहे गर्भधारण को सीमित करने के लिए बहुत बड़ी सफलता थी. इस अविष्कार को आलोचकों का भी सामना करना पड़ा था. यह अविष्कार न सिर्फ अनचाहे गर्भ को सीमित करता था, जिनके बच्चा होने की सम्भावना नहीं होती थी, उनको भी बच्चा पैदा करने के लिए सहायता करती थी.
रोगाणु सिद्धांत (Germ Theory)
रोगाणु सिद्धांत की खोज चिकित्सा विज्ञान में इतनी बड़ी सफलता थी कि इसने चिकित्सक प्रकिया को पूरी तरह से बदल के रख दिया था. रोगाणु सिधांत की खोज वर्ष 1854 में हुई, जब लन्दन में हैजे का प्रकोप था और इस खोज ने कई हैजा मरीज़ों को ठीक किया था और उनकी जान बचाई थी.
पेनिसिलिन (Penicillin)
पेनिसिलिन की खोज एक अभूतपूर्व खोज थी. पेनिसिलिन की खोज एलेग्जेंडर फ्लेमिंग द्वारा एक 1928 में एक अप्रत्याशित घटना से हुई. अब यह कई तरह के वायरस और संक्रमण के लिये इस्तेमाल होती है. पेनिसिलिन पहली एंटीबायोटिक थी और अब भी 60 वर्ष बाद इसका कई तरह की बीमारियों से लड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
चेचक टीकाकरण (Smallpox Vaccination)
पहले चेचक एक बहुत भयंकर बीमारी थी, जो लाखों लोगों की जान ले रही थी. चेचक टीकाकरण की खोज के बाद चेचक को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया था. चेचक बीमारी से हज़ारों की तादाद में कस्बे में बसने वाले लोग मर जाते थे और ये बीमारी एक कस्बे से दुसरे कस्बे तक फैलती रहती थी.
डी.एन.ऐ (DNA)
सभी खोजों में सबसे ऊपर है डीएनऐ की खोज. जिसकी वजह से पता लग पाया कि हमारा शरीर दूसरों से अलग कैसे है ? इसने आईवीऍफ़, फोर्सन्सिक और अन्य क्षेत्रों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इसकी खोज फ़्रांसिक और जेम्स वाटसन ने की थी, जिन्होंने पहला डीऍनए का मॉडल पेश किया था.
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