व्हेल मछली को पानी का सबसे बड़ा जीव माना जाता है। व्हेल का शरीर बहुत विशाल होता है। यह पानी के जहाज को भी आसानी से पलट सकती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि व्हेल की उल्टी (Whale Vomit) किसी को भी अरबपति बना सकती है? आपको सुनने में यह बात अजीब जरूर लग रही होगी लेकिन यह पूरी तरह से सच है।
व्हेल की उल्टी (Whale Vomit) की कीमत हीरे और सोने के आभूषणों से कई गुना ज्यादा होती है। भारत में भी व्हेल की उल्टी की कीमत करोड़ों-अरबों में है। आज हम आपको बताएंगे कि आखिर किस वजह से व्हेल की उल्टी की कीमत इतनी अधिक है।
तो चलिए जानते हैं :-
व्हेल के शरीर से निकलने वाले अपशिष्ट को कई वैज्ञानिक उल्टी बताते हैं, तो कई इसे मल बताते हैं। कई बार यह पदार्थ रेक्टम के जरिए बाहर आता है, लेकिन कभी-कभी पदार्थ बड़ा होने पर व्हेल इसे मुंह से उगल देती है।
वैज्ञानिक भाषा में इसे एम्बरग्रीस कहते हैं। व्हेल की आंतों से निकलने वाला एम्बरग्रीस काले या स्लेटी रंग का ठोस, मोम जैसा ज्वलनशील पदार्थ होता है। यह पदार्थ व्हेल के शरीर के अंदर उसकी रक्षा करता है।
व्हेल समुद्र से दूरी बनाकर रखती है। इसकी वजह से एम्बरग्रिस (Ambergris) को किनारे आने में काफी समय लग जाता है। समुद्र का नमकीन पानी और धूप इस एम्बरग्रिस को चिकनी, काली और भूरी गांठ में तब्दील कर देता है। इसके बाद यह मोम जैसा दिखता है। एम्बरग्रिस के वजन की बात करें तो यह 15 ग्राम से 100 किलो तक हो सकता है।
व्हेल की उल्टी का इस्तेमाल परफ्यूम बनाने में किया जाता है। इस वजह से भी दुनियाभर के बाजारों में इसकी काफी कीमत होती है। एम्बरग्रिस से बने परफ्यूम की खुशबू लंबे समय तक बनी रहती है।
कई देशों में एम्बरग्रिस से सुगंधित धूप और अगरबत्ती भी बनाई जाती है। इसके साथ ही यूरोप के लोगों का मानना है कि एम्बरग्रिस का टुकड़ा साथ रखने से प्लेग रोकने में मदद मिलती है।
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