“मिश्री वाली कैंडी” बनाने के लिए एक बर्तन में उबलता पानी भरें। उसमें शक्कर का संतृप्त (सैचुरेटेड) घोल बनाएं यानी तब तक शक्कर मिलाते जाओ जब कि वह घुलनी बंद होकर तले में बैठने न लग जाए। उसके बाद बर्तन के मुंह को गत्ते के टुकड़े से ढंक दें।
इस गत्ते के टुकड़े में चार-पांच धागे इस तरह बांधें कि वे शक्कर के घोल के अंदर लटकते रहें। अब बर्तन को दो-तीन दिन के लिए किसी छायादार स्थान पर रख दें।
उसके बाद आप देखोगे कि धागों पर शक्कर के अनेक ‘क्रिस्टल’ जम गए हैं। यही वह मिश्री है जिसे आप परचून की दुकान से खरीद कर लाते हो। अब अगर आप चाहो तो उन्हें खा सकते हो।
इससे ‘रॉक कैंडी’ भी बना सकते हैं
मिश्री से स्वादिष्ट कैंडी या टॉफी भी बनाई जा सकती है।
सामग्री
लकड़ी की चॉपस्टिक, 1 कप पानी, 2-3 कप चीनी, एक लंबा संकरा गिलास या जार।
संकरे गिलास या जार में ऊपर बताई विधि से तैयार चीनी के घोल को ठंडा होने दें। उसके बाद इस घोल में लकड़ी की चॉपस्टिक को पैंसिल या दूसरी सीख से बांध कर कांच के अंदर इस तरह लटकाएं कि वह तल से 1 इंच ऊपर रहे।
इसे ऐसी जगह रख दें जहां इसे कोई छेड़े न। अगले कुछ दिनों में सीख के साथ चीनी के क्रिस्टल चिपक जाएंगे और आपकी कैंडी तैयार हो जाएगी। यदि आप रंगीन ‘रॉक कैंडी’ बनाना चाहते हैं तो चीनी के पानी में फूड कलर मिलाएं।
कैसे होता है ऐसा?
जब पानी और चीनी मिलाते हैं तो एक बहुत गाढ़ा घोल बन जाता है। इसका मतलब है कि अगर दोनों बहुत गर्म हों तो पानी केवल चीनी को थामे रह सकता है।
पानी ठंडा होते ही घोल से चीनी बाहर आकर धागे या चॉपस्टिक पर चिपकने लगती है जो चीनी के क्रिस्टल्स को आकर्षित करने का काम करते हैं। थोड़े से धैर्य के साथ आपके पास चखने के लिए एक स्वादिष्ट ‘साइंटिफिक ट्रीट’ होगी।
पंजाब केसरी से साभार
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