जानिए कुछ रोचक तथ्यों के बारे में
- ये तो हम सब जानते हैं कि लड़के लड़कियों को रिंग देकर प्रपोज करते हैं लेकिन क्या जानवरों के बीच में भी ऐसा कुछ हो सकता है..जी हाँ, पेंगुइन्स के बीच कुछ ऐसा ही होता है। अधिकतर प्रजातियों के पेंगुइन्स पूरी लाइफ के लिए किसी एक पार्टनर को ही चुनते हैं और अपनी पसंदीदा पेंगुइन को पाने के लिए मेल पेंगुइन्स उसे सबसे स्मूथ, और गोलाकार पत्थर देते हैं। अगर फिमेल को वो पत्थर पसंद आ गया तो वो उसे अपने घोंसले में रख देती है और जल्द ही दोनों साथ रहने लगते हैं…मानो प्रपोज करने के बाद शादी कर ली हो।
- हम में से ज्यादातर लोग ईमेल का प्रयोग करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सबसे पहले ईमेल किसने किसे और कब भेजा था। बिजनेस इनसाइडर के मुताबिक ईमेल इन्वेंट करने का श्रेय “रे टॉमलिंसन” को जाता है और उन्होंने 1971 में सबसे पहला ईमेल खुद को ही भेजा था। उनके मुताबिक़ उन्होंने ईमेल में रैंडम्ली कुछ टाइप कर दिया था और भेज दिया था।
- जब प्रथम विश्व युद्ध अपने चरम पर था और सेनाएँ एक दुसरे के खून की प्यासी थीं…तभी अचानक एक दिन बिना किसी संधि या घोषणा के युद्ध थम सा गया….यहाँ तक कि दोनों तरफ के सैनिकों ने “No Man’s Land” पर आकर एक दूसरे के साथ खाना-पीना खाया और फुटबॉल भी खेला….लेकिन फिर अगले दिन से ही युद्ध वापस शुरू हो गया…. क्या आप जानतें हैं कि युद्ध को रोकने वाला वो स्पेशल डे कौन सा था ? वह दिन 25 दिसम्बर 1914, यानी Jesus Christ का जन्मदिन था जिसने इतने भयंकर युद्ध के बीच भी मानव के अन्दर की मानवता को जगाया और एक दूसरे से प्रेम पूर्वक पेश आने पर मजबूर कर दिया।
- आपने लूडो तो ज़रूर खेला होगा पर क्या आप जानते हैं कि लूडो में जो पासा होता है उसके किसी भी दो विपरीत दिशाओं का योग कितना होता है? इनका योग 7 होता है। पासे में कुल 6 फेस होते हैं।
1 के विपरीत 6
2 के विपरीत 5
3 के विपरीत 4
अगर आप इनमें से किसी भी जोड़े को जमा करेंगे तो योग 7 आएगा।
- आज हर कोई फ़ोन उठा कर हेल्लो बोलता है…लेकिन आपको जानकार आश्चर्य होगा कि 1876 में जब फ़ोन इन्वेंट हुआ था तब लोग फ़ोन उठा कर हेल्लो नहीं एहोय बोलते थे। दरअसल, फ़ोन के इन्वेन्टर Alexander Graham Bell का मानना था कि फोन उठा कर एहोय बोला जाए, लेकिन बेल के प्रतिद्वंदी महान वैज्ञानिक थॉमस एडिसन चाहते थे कि लोग फ़ोन उठा कर हेल्लो बोलें और 1880 आते-आते हेल्लो को एहोय के मुकाबले कहीं ज्यादा पसंद किया जाने लगा और अंत में सभी लोग फ़ोन पर हेल्लो बोलने लगे।
- कुत्तों का ख्याल आते ही उनके जोर -जोर से भौंकने कि बात भी जहन में आ जाती है…लेकिन क्या कोई ऐसा कुत्ता भी हो सकता है जो भौंकता ही नहीं हो l जी हाँ, बसेनजी कुत्तों की एक ऐसी ब्रीड है जो बिल्कुल भी नहीं भोंकती, लेकिन इसका ये मतलब भी नहीं है कि वो कोई आवाज़ ही नहीं निकालते ….आवाज़ निकालते हैं लेकिन वो आवाज़ एक सुरीले गाने की तरह होती है।
- इंग्लिश अल्फाबेट में सिर्फ दो ऐसे लेटर्स होते हैं जिनके ऊपर डॉट लगा होता है और वह हैं i और j। खैर ये तो हम सब जानते हैं….लेकिन क्या आपको पता है कि i और j के ऊपर जो डॉट लगे होते हैं उनका एक स्पेसिफिक नाम होता है…जिसे “tittle ” कहते हैं। जो संभवतः अंग्रेजी के tiny और little words से मिलकर बना है, जिनका अर्थ छोटे होने से है।
- बचपन से लेकर आज तक आप जब भी जूते-चप्पल की दूकान में गए होंगे तो वहां मौजूद पैर का साइज़ मापने वाली डिवाइस को ज़रूर देखा होगा, लेकिन क्या आप उस डिवाइस का नाम बता सकते हैं? उस डिवाइस का भी एक नाम होता है उसे ब्रेननॉक डिवाइस कहते हैं क्योंकि उसका इन्वेंशन अमेरिका के चार्ल्स ब्रेननॉक ने 1926 में किया था इसलिए इस डिवाइस का नाम ब्रेननॉक रखा गया।
- दुनिया के क्रूर शाशकों में मंगोल शाशक चंगेज खान का नाम काफी ऊपर आता है, लेकिन आपको ये जानकार आश्चर्य होगा कि 13 वीं सदी के इस एम्परर के इतने अधिक बच्चे थे कि एक ऐतिहासिक जेनेटिक्स पेपर के अनुसार आज दुनियाभर में चंगेज खान के हज़ार नहीं , लाख नही बल्कि 1 करोड़ साठ लाख प्रत्यक्ष वंशज हैं।
- जब ठण्ड बहुत बढ़ जाती है तो भालू व अन्य कई जानवर पूरे विंटर सीजन सोते ही रहते हैं, इसे हम हाइबरनेशन कहते हैं लेकिन आप शायद ये ना जानते हों कि ऐसे भी कई जानवर होते हैं जो गर्मियों के मौसम में सोने चले जाते हैं जैसे कि स्नैल, कछुए और मगरमच्छ गर्मियों के कई दिन सोने में बिता देते हैं। जिस प्रकार सर्दियों में सोने को हाइबरनेशन कहते हैं, वैसे ही गर्मियों में सोने को estivation कहते हैं।