किसी भी राष्ट्र की पहचान के लिए कुछ प्रतीक अवश्य ही नियत किए जाते हैं। इन प्रतीकों के माध्यम से उस राष्ट्र को सारे संसार में जाना जाता है। राष्ट्रीय प्रतीक हमारी राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के पोषक है। ये देशवासियों में राष्ट्रीय भावना का संचार करते हैं, साथ ही मातृभूमि के लिए सदैव मरमिटने की प्रेरणा देते हैं।
हमारे देश के कुछ प्रमुख राष्ट्रीय प्रतीक निश्चित किए गए हैं- राष्ट्रीय ध्वज, राष्ट्रीय चिन्ह, राष्ट्रगान, राष्ट्रीय गीत एवं राष्ट्रीय पशु-पक्षी-पुष्प। इनके बारे में तो सभी को पता ही है परंतु कई अन्य प्रतीक ऐसे भी हैं जिनके बारे में कम ही जानकारी है। तो चलिए जानते हैं इस पोस्ट के माध्यम से:-
राष्ट्रीय ध्वज : 22 जुलाई, 1947 को भारत की संविधान सभा ने तिरंगे को देश का राष्ट्रीय ध्वज अपनाया था। तिरंगे में केसरिया रंग त्याग और बलिदान का, सफेद रंग सत्य, शांति और पवित्रता का और हरा रंग देश की सम्रद्धि का प्रतीक होता है।
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राष्ट्रीयचिन्ह: यह सारनाथ स्थित अशोक स्तम्भ में शीर्ष की सत्य अनुकृति है जो सारनाथ के संग्रहालय में सुरक्षित है। भारत सरकार ने 26 जनवरी, 1950 को इसे राष्ट्रीय चिन्ह के रूप में मान्यता प्रदान की।
राष्ट्र गान : बंगाल की पावन धरा में जन्मे नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने का गौरव पाने वाले प्रथम भारतीय प्रख्यात विश्व कवि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने राष्ट्र गान ‘गन गण मन’ की रचना की। इसके गायन में 52 सैकेंड लगते हैं।
राष्ट्रीय गीत : ‘वन्दे मातरम्‘ की रचना ‘बंकिम चन्द्र चटर्जी’ ने की थी। उन्होंने स्वधीनता महासंग्राम का वर्णन अपने सुप्रसिद्ध उपन्यास ‘आनन्द मठ‘ में किया और इसी में उन्होंने ‘वन्दे मातरम्‘ गीत लिखा था।
राष्ट्रीय पशु, पक्षी तथा पुष्प : राष्ट्रीय पशु के रूप में ‘सिंह’ तथा राष्ट्रीय पक्षी के रूप में ‘मोर’ एवं राष्ट्रीय पुष्प के रूप में ‘कमल’ को स्वीकार किया गया है।
सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार : भारत रल सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार और सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह असाधारण योगदान देने वाले व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है। इसकी शुरूआत 2 जनवरी, 1954 को हुई।
राष्ट्रीय फल : आम का वैज्ञानिक नाम ‘मैनजीफेरा इंडिका‘ है। इसे सभी फलों में राजा का दर्जा प्राप्त है।
राष्ट्रीयखेल : हॉकी को भारत का राष्ट्रीय खेल तब से माना जाता है जब से भारत ने ओलिम्पिक्स में हॉकी के खेल में लगातार 6 स्वर्ण पदक जीते थे।
राष्ट्रीय जलचर : गंगा की डॉलफिन को राष्ट्रीय जलचर के रूप में स्वीकार किया गया है। यह पावन गंगा की शुद्धता को प्रदर्शित करती है क्योंकि ये केवल साफ और शुद्ध पानी में ही जिन्दा रह सकती है।
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राष्ट्रीय वृक्ष : भारत का राष्ट्रीय वृक्ष बरगद के पेड़ को माना गया है। यह एकता और दृढ़ता का प्रतीक है। जिस प्रकार भारत के विभिन्न धर्म व जाति के लोग एक साथ निवास करते हैं, उसी प्रकार बरगद के पेड़ की शाखाओं पर छोटे या बड़े जन्तु निवास करते हैं। इस वृक्ष का हिन्दू धर्म में विशेष धार्मिक महत्व है और इसमें कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं।
राष्ट्रीयनदी : गंगा नदी भारत की सबसे लम्बी और पवित्र नदी है जो पहाड़ी, घाटी और मैदानी इलाकों तक फैली है। प्राचीन समय से ही भारतवासियों के लिए इसका बड़ा महत्व रहा है। गंगा की उत्पत्ति, हिमालय में गंगोत्री ग्लेशियर के हिम क्षेत्र में भगीरथी नदी के रूप में होती है।
राष्ट्रीय दिवस : भारत के राष्ट्रीय दिवस के रूप में स्वतंत्रता दिवस, गांधी जयंती और गणतंत्र दिवस को घोषित किया गया है।
राष्ट्रीय लिपि : संविधान के अनुसार देवनागरी लिपि में लिखी गई हिन्दी को आधिकारिक लिपि कहा गया है।
राष्ट्रीय कैलेंडर: यह दर्जा शक कैलेंडर को प्राप्त है। 1957 में इसे कैलेंडर कमिटी द्वारा बनाया गया था, जिसे भारतीय पंचाग की मदद से तैयार किया गया है। इसमें हिन्दू धार्मिक कैलेंडर के अलावा खगोल डाटा, समय भी लिखित है।
राष्ट्रीय शपथ : भारत हमारा देश है। हम सब भारतवासी भाई-बहन हैं…’-कोतेलुगू में ‘प्यिदीमर्री वेंकट सुब्बाराव’ द्वारा 1962 में लिखा गया था। इसे 26 जनवरी, 1965 से सभी स्कूलों में निर्धारित रूप से गाए जाने का प्रावधान बनाया गया है।
कुछ अन्य राष्ट्रीय प्रतीक
- राष्ट्रीय सरिसृप : किंग कोबरा।
- राष्ट्रीय विरासत पशु : हाथी।
- राष्ट्रीय सब्जी : कद्दू।
- राष्ट्रीय सूक्ष्म जीव (माइक्रोब): लैक्टोबैसिलस डेलबएकी जो एक प्रकार का बैक्टीरिया है ।
पंजाब केसरी से साभार
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