उत्तरी ध्रुव नॉर्थ पोल से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी
- उत्तरी ध्रुव, पृथ्वी पर उत्तरी गोलार्ध में स्थित वह बिंदु है जहां पृथ्वी का घूर्णन अक्ष उसकी सतह से मिलता है l
- उत्तरी ध्रुव को नॉर्थ पोल, ज्योग्राफिकल नॉर्थ पोल और टेरेसट्रीयल नॉर्थ पोल भी कहा जाता है l
- उत्तरी ध्रुव का लेटीट्यूड अक्षांश 90 डिग्री है, सभी देशांतर रेखाएं उत्तरी ध्रुव पर मिलती है इसलिए उत्तरी ध्रुव को किसी भी डिग्री देशांतर से व्यक्त किया जा सकता है l
- आपको जानकर हैरानी होगी कि उत्तरी ध्रुव पर आप जिस भी दिशा में कदम बढाएंगे वह दिशा दक्षिण ही होगी क्यूंकि उत्तरी ध्रुव पर जाकर सिर्फ एक ही दिशा बचती है l
- उत्तरी ध्रुव आर्कटिक महासागर के ऊपर स्थित है, अत्यधिक ठंड होने की वजह से यहां समुद्र के ऊपर बर्फ की एक मोटी परत जमी रहती है l
- उत्तरी ध्रुव का सबसे नजदीक द्वीप कफड़लुब्बेन द्वीप (Kaffedlubben island) है जो कि नॉर्थ पोल से 700 मील की दूरी पर है l
- आपको जानकर आश्चर्य होगा कि यहां 6 महीने तक दिन रहता है तथा वर्ष के 6 महीने रात रहती है ऐसा उत्तरी ध्रुव के पृथ्वी के घूर्णन अक्ष के करीब होने की वजह से होता है यह परिघटना अलास्का, नॉर्वे और आर्कटिक सर्कल में पड़ने वाले कई दूसरे देशों में भी देखी जा सकती है l
- उत्तरी ध्रुव पर गर्मियों के दौरान सूर्य हमेशा क्षितिज के ऊपर रहता है तथा सर्दियों के मौसम में यह हमेशा क्षितिज के नीचे रहता है l
- उत्तरी ध्रुव पर सूर्य उदय 20 मार्च के आसपास होता है तथा सूर्य 3 महीनों का समय लेकर आकाश में अपने उच्चतम स्थान5 डिग्री ऊपर तक आकाश में ऊंचा उठता है इसके बाद यह धीरे-धीरे डूबने लगता है तथा 23 सितंबर के लगभग अस्त हो जाता है l
- पृथ्वी के सभी स्थानों पर समय का मापन आकाश में सूर्य की स्थिति के अनुसार दर्शाया जाता है जैसे कि सुबह सूर्योदय होता है तथा दिन के मध्य में सूर्य हमारे सर के ऊपर पहुंच जाता है तथा शाम को पश्चिम में अस्त हो जाता है l
- उत्तरी ध्रुव पर यह व्यवस्था पूरी तरह गड़बड़ा जाती है क्योंकि उत्तरी ध्रुव पर सूर्य वर्ष में केवल एक बार ही उदय और एक बार ही अस्त होता है इसलिए वहां समय का निर्धारण संभव नहीं है l
- पृथ्वी के भौतिक उत्तरी ध्रुव पर सबसे पहले पहुंचने का दावा 2 लोगों ने किया था l उनमे से फ्रेडरिक कुक (Frederick cook) ने दावा किया कि वे 21 अप्रैल सन 1908 को अपने दो एस्किमो साथियों अहवलेह और एतुकिशुक (Ahwelah & Etukishook) के साथ उत्तरी ध्रुव पर सबसे पहले पहुंच गए थे l उत्तरी ध्रुव पर सबसे पहले पहुंचने का दूसरा दावा रॉबर्ट एडविन पेअरी (Robert Edwin Peary) और मैथ्यू हेंसन (Matthew Henson) ने किया, उन्होंने कहा कि वह 6 अप्रैल 1909 को अपने चार एस्किमो साथियों Ootah, Seeglo, Egingwah, Ooqueah के साथ उत्तरी ध्रुव पर सबसे पहले पहुंचे l
- (Ann Bancroft) एन बैनक्रॉफ्ट उत्तरी ध्रुव पर पहुंचने वाली सबसे पहली महिला थी।
- उत्तरी ध्रुव दक्षिणी ध्रुव की तुलना में थोड़ा गर्म है सर्दियों में उतरी धुर्व पर तापमान -50 डिग्री सेल्सियस से -13 डिग्री सेल्सियस तक रहता है गर्मियों में उतरी ध्रुव का तापमान जीरो डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहता है।
- उत्तरी ध्रुव पर जमी हुई बर्फ दो से चार मीटर मोटी होती है इसके नीचे ज़मीन नहीं बल्कि ठंडा आर्कटिक महासागर है।
- उत्तरी ध्रुव पर ध्रुवीय भालु- पोलर बीयर पाए जाते हैं यहां पोलर बियर ही मुख्य रूप से पाए जाने वाले प्राणी है।
- पक्षियों की कई प्रजातियां उत्तरी ध्रुव में देखी गई है जिनमें से स्नो बंटिंग, नॉर्थन फुलमर ब्लैक लेग्गड़ किट्टीवेक (snow bunting, northern fulmar black legged kittiwake) प्रमुख है l
- उत्तरी ध्रुव के ठीक नीचे के पानी में बहुत ही कम मछलियां मिलती हैं क्योंकि वर्ष भर यह पानी अत्यधिक ठंडा रहता है अत्यधिक गहराई पर यहां श्रिम्प और एमपीफोड्स जैसे प्राणी ही पाए जाते हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय नियमों के मुताबिक नॉर्थ पोल पर किसी भी देश का कब्जा नहीं है, उत्तरी ध्रुव के आसपास आर्कटिक क्षेत्र में रूस, कनाडा, नॉर्वे, डेनमार्क यूनाइटेड स्टेट्स आफ अमेरिका देश पाए जाते हैं।
- उत्तरी ध्रुव पर तापमान बहुत कम है तथा वहां पर जमीन भी नहीं है मोटी बर्फ की परत के नीचे केवल महासागर है इसलिए वहां मानव बस्तियां नहीं है पंरतु आर्कटिक सर्कल में कुछ जनजातियां रहती हैं जिनमें एस्किमो और
इनुइत (Inuit) जाति प्रमुख है।