Thursday, December 12, 2024
10.5 C
Chandigarh

भारत के उच्च न्यायालयों से जुड़ीं कुछ दिलचस्प बातें!

भारत का उच्चतम न्यायालय भारत का शीर्ष न्यायिक प्राधिकरण है. जिसे भारतीय संविधान के भाग 5 अध्याय 4 के तहत स्थापित किया गया है. राज्य स्तर पर सबसे बड़ी न्यायिक शक्ति उच्च न्यायालय के पास होती है. भारत में कुल मिलाकर 24 उच्च न्यायालय हैं जिनका क्षेत्राधिकार राज्य, केंद्र शासित प्रदेश या राज्यों का समूह होता है. आइए जाने भारत के सबसे पुराने और प्रसिद्ध उच्च न्यायालयों के बारें में.

कोलकता हाईकोर्ट

kolkata-high-courtकोलकाता उच्च न्यायालय भारत के सबसे पुराने उच्च न्यायालयों में से एक है. इसकी स्थापना उच्च न्यायालय अधिनियम, 1861 के तहत 1 जुलाई 1862 को की गई थी. इस उच्च न्यायालय का अधिकार क्षेत्र पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तक है. इस न्यायालय परिसर का निर्माण आर्किटेक्ट वाल्टर ग्रैनविले ने किया था. सन् 2001 में कलकत्ता का नाम बदल कर कोलकाता रखा गया.

मुंबई उच्च न्यायालय

Bombay-High-Courtमुंबई उच्च न्यायालय का उद्घाटन उच्च न्यायालय अधिनियम, 1861 के तहत 14 अगस्त 1862 को किया गया था. 1995 में बम्बई शहर का नाम बदल कर मुंबई रखा गया. मुंबई उच्च न्यायालय, चार्टर्ड उच्च न्यायालय और देश के सबसे पुराने उच्च न्यायालयों में से एक है. मुंबई उच्च न्यायालय का अधिकार क्षेत्र महाराष्ट्र के अलावा गोवा, औरंगाबाद, नागपुर, दमन एवं दीव, दादरा एवं नगर हवेली तक है. मुंबई हाईकोर्ट का निर्माण 1862 में आर्किटेक्ट जे.ए फुलर ने किया था. यह मुंबई की सबसे बड़ी सरकारी बिल्डिंग है इसको बनाने की कुल लागत 16 लाख 44 हजार 5 सौ 28 रूपये  आई थी. महात्मा गांधी जी ने भी 1891 में अपनी वकालत इसी उच्च न्यायालय से शुरू की थी.

इलाहाबाद उच्च न्यायालय

allahabad-high-courtइलाहाबाद उच्च न्यायालय भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का उच्च न्यायालय है. इस राज्य का उच्च न्यायालय मूल रूप से ब्रिटिश राज में भारतीय उच्च न्यायालय अधिनियम 1861 के अन्तर्गत 17 मार्च 1866 को आगरा में स्थापित किया गया था. इस उच्च न्यायालय के पहले न्यायाधीश सर वाल्टर मॉर्गन थे. सन् 1869 में इसे आगरा से इलाहाबाद स्थानान्तरित किया गया. 11 मार्च 1919 को इसका नाम बदल कर इलाहाबाद उच्च न्यायालय रख दिया गया. यह न्यायालय भारत में स्थापित सबसे पुराने उच्च न्यायालयों में से एक है.

चेन्नई उच्च न्यायालय

madras-high-cortचेन्नई उच्च न्यायालय का उद्घाटन उच्च न्यायालय अधिनियम, 1861 के तहत 11 जून 1892 में हुआ. चेन्नई उच्च न्यायालय भारत-अरबी शैली का एक उत्कृष्ट उदाहरण है इसका डिजाइन जे.डब्ल्यू ब्रसिंग्टन (Brassington) ने 1892 में तैयार किया था. बाद में प्रसिद्ध वास्तुकार हेनरी इरविन के मार्गदर्शन से इसे पूरा किया गया. यह उच्च न्यायालय चेन्नई में स्थित है. यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा न्यायालय परिसर है.

हैदराबाद उच्च न्यायालय

hyderabad-high-courtहैदराबाद उच्च न्यायालय की स्थापना 5 नवंबर 1956 को आंध्र राज्य अधिनियम, 1953 के तहत की गई थी. यह न्यायालय परिसर लाल और सफेद पत्थरों से बना हुआ है. इस परिसर का निर्माण हैदराबाद के निजाम सप्तम मीर उस्मान अली खान ने किया था. हैदराबाद उच्च न्यायालय के अधिकार क्षेत्र में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्य है.

Related Articles

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

15,988FansLike
0FollowersFollow
110FollowersFollow
- Advertisement -

MOST POPULAR