इस वीडियो में लोगों ने अपने हुनर से अदभुत और शानदार प्रदर्शन किया है. इस वीडियो में लोगों ने फुटबाल से, बास्केट बाल से और अलग-अलग चीजों के साथ अपने हुनर का प्रदर्शन किया है जिसको देखकर आप हैरान रह जायेंगे.
दुनिया के टॉप 9 मशहूर लोग जिन्होंने किए हैं यह महान अविष्कार!
ऐसे कई लोग हुए हैं जिन्होंने अपने हुनर से ऐसी महान खोजें की जिन्होंने मानव के इतिहास को पूरी तरह से बदल दिया. बेंजमिन फ्रेंकलिन, थॉमस एडिसन, निकोलस टेस्ला, अल्बर्ट आइन्स्टाइन जैसे महान लोगों की महान खोजों ने मानव के इतिहास को पूरी तरह से बदल दिया. यह हैं ऐसे 9 महान वैज्ञानिक जिन्होंने किए हैं महान अविष्कार!
इसाक न्यूटन
इसाक न्यूटन का जन्म 17वीं सदी के मध्य में हुआ था. इसाक न्यूटन ने आधुनिक विज्ञान की नींव रखी थी. इसाक न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण के होने का प्रमाण दिया था. सबसे दिलचस्प बात यह थी कि न्यूटन उस समय इंग्लैंड की रॉयल मिंट में काम करता था. फिर भी उसने अपनी नौकरी के क्षेत्र से अलग दुसरे क्षेत्र में यह महान अविष्कार किया था.
चार्ल्स बाबेज(Charles Babbage)
चार्ल्स बाबेज 19वीं सदी की शुरुआत के महान गणितज्ञ थे. उसको “कंप्यूटर का पिता” भी कहा जाता है. उन्होंने दुनिया का पहला ऑटोमेटिक कैलकुलेटर बनाया था. इसके साथ उन्होंने पंच कार्ड, चैन व असेम्बली और आधुनिक कंप्यूटर के लॉजिक का अविष्कार किया था. इन खोजों के 15 साल बाद उन्होंने फिर एक नये कंप्यूटर प्रोग्राम को विकसित करने की कोशिश की थी जो असफल रही थी.
माइकल फैराडे
अगर माइकल फैराडे ना होता तो आज हम बिजली का अच्छी तरह से इस्तेमाल ना कर पाते. उन्होंने बिजली से चलित मोटर का अविष्कार किया था. यह बात किसी को नहीं पता कि उन्होंने रबर के गुबारे का भी अविष्कार किया था. वर्ष 1824 में उन्होंने रबर की दो पतली शीटों के बीच आटा भर दिया और फिर इन शीटों के किनारों की आपस में जोड़ दिया और बाद में उसने इस में हाइड्रोजन भर दी जिससे यह गुबारा आराम से हवा में उड़ने लगा.
चार्ल्स डार्विन
चार्ल्स डार्विन एक मशहूर प्रकृतिवादी और भूविज्ञानी थे. उन्होंने अपने अविष्कारों से प्रकृति की सुन्दरता का वर्णन किया था. उन्होंने यह बताया था कि कुदरत में “सबसे मजबूत जीव जिंदा रहते हैं और सबसे कमज़ोर जीव मर जाते हैं“ उनका यह एक क्रांतिकारी विचार था. इसके साथ उनकी भूकम्पों का अध्ययन करने में भी दिलचस्पी थी.
एलेग्जेंडर ग्रैहम बेल
एलेग्जेंडर ग्रैहम बेल का नाम सुनते ही आप अपने फ़ोन के बारे में सोच रहे होंगे. असल में बेल “स्मार्ट टेलीग्राफ’ बनाने की कोशिश कर रहा था जो दो से ज्यादा संदेश दुसरे टेलीग्राफ में भेजने की क्षमता रखता हो. बाद में स्मार्ट टेलीग्राफ बनने की बजाए टेलिफोन बन गया. एलेग्जेंडर बहुत ही रचनात्मक सोच रखने वाले व्यक्ति थे. बेल की माँ बहरी थी इसलिए उसने बहरेपन पर अध्ययन करने के लिए एक टीम नियुक्त की थी और आवाज को रिकॉर्ड करने वाले यंत्र की खोज की थी उसने मेटल डिटेक्टर की भी खोज की थी.
विलियम होवार्ड टाफ्ट
विलियम होवार्ड टाफ्ट अमेरिका के राष्ट्रपति थे. वह एक प्रभावी प्रशासक थे. लेकिन बाद में विलियम होवार्ड टाफ्ट ने सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायधीश की भूमिका निभाई थी. उन्होंने फिर अदालत में न्यायालय की पूरी परिभाषा को बदल दिया था. उनके कोर्ट में न्यायधीश का पद सम्भालने से पहले अदालत की कारवाई बहुत धीमी होती थी. फिर उनके आने के बाद अदालत में मामलों की सुनवाई जल्दी जल्दी होने लगी थी.
चार्ल्स लिंड्बर्घ
चार्ल्स लिंड्बर्घ पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने पूरे अंटार्टिका को जहाज पार करके नया कीर्तिमान हासिल किया था. बहुत कम लोग यह जानते हैं कि उन्होंने जैव चिकित्सा अनुसंधान पर सफल निरीक्षण भी किया था. वह दिल की सर्जरी और अंग प्रत्यारोपण के बारे में जानने के लिए बहुत उत्सुक रहते थे. क्योंकि उसकी भाभी दिल की बिमारी से पीड़ित थी.
कार्ल मागी
कार्लटन कोल मैगी एक धर्मयुद्ध को बढ़ावा देने वाली अखबार का प्रशासक था. उसने अमेरिका में होने वाले बड़े-बड़े घोटालों का पर्दाफाश किया था. इससे अलग उसने 1935 में पार्किंग मीटर का भी आविष्कार किया था. उस समय वह कॉमर्स ट्रैफिक कमेटी का अध्यक्ष था.
डीन कामेन
डीन कामेन ने वर्ष 2001 आत्म संतुलन इलेक्ट्रिक स्कूटर का आविष्कार किया था. इससे अलग उन्होंने पोर्टेबल पंप दवा का भी आविष्कार किया था. जो रोग से ग्रस्त व्यक्ति के लिए बहुत ही फायदेमंद था. वह आज कल ऐसी टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे हैं जिसके आ जाने से आप किसी भी गंदे पानी को पीने योग्य साफ़ पानी में बदल सकते हैं.
मौसम बदलाव से सम्बंधित शीर्ष 10 चिंताजनक कारण!
पृथ्वी हर दौर में परिवर्तन के दौर से गुजरती है. करोड़ों सालों में पृथ्वी के आकार, जलवायु और जीव-जन्तुओं के आकार-प्रकार में असंख्य परिवर्तन आए हैं. पृथ्वी जो कि अंततः मनुष्य का घर बनी, हर पल बदलाव से गुजर रही है. इन बदलावों में कुछ प्राकृतिक थे तो कुछ मनुष्यजनित. कुछ ऐसे ही बदलावों की हम यहाँ चर्चा कर रहे हैं जो मानव-जनित होने के कारण मनुष्य के लिए ही घातक सिद्ध होने की पूर्ण सम्भावना रखते हैं.
हमें दुनिया के नक्शे को दोबारा से बनाना होगा
दुनिया में पानी का सिर्फ 2% हिस्सा बर्फ है. आपको यह 2% बहुत कम लग रहा होगा, लेकिन सच यह है कि अगर यह 2% बर्फ का हिस्सा पिघल गया तो समुन्द्र में पानी का स्तर 70 मीटर तक बढ़ जायेगा. वातवरण में बदलाव पहले से ही आर्कटिक पर दिखने लग गये हैं. एक अनुमान में यह आया है कि 2050 तक यह 2% हिस्सा पिघल जायेगा.
दुनिया में खाने की कमी का खतरा
दुनिया की आबादी हाल ही 7 अरब से ज्यादा पहुंच चुकी है और आंकड़े कहते हैं कि यह आबादी अगले 50 वर्षों में 2 अरब और बढ़ जाएगी. इस कारण से आगे जाकर दुनिया को 70% खाने की पैदावार करनी होगी. बदकिस्मती से वातावरण में आने वाले परिवर्तन इस काम को बहुत मुश्किल बना देंगे.
अंटार्टिक कार्बन रिलीज़
कार्बन डाइऑक्साइड पृथ्वी के वातावरण में स्वभाविक रूप में मौजूद है. औद्योगिक क्रांति की शुरुआत के बाद इसमें एक तिहाई की वृद्धि हुई है. सरकारें बहुत धीरे-2 इस खतरे के प्रति सचेत हो रही हैं. आर्कटिक ने अपने अंदर बहुत कार्बन जमा कर रखी है अगर आर्कटिक पिघल जायेंगे तो यह कार्बन वायुमंडल में जाकर पूरी दुनिया के लिए खतरा बन जाएगी.
महासागर अम्लीकरण
सारी कार्बन डाइऑक्साइड जो हमारे द्वारा छोड़ी जाती है, यह गैस वायुमंडल में नहीं जाती. इस कार्बन डाइऑक्साइड का तीसरा हिस्सा महासागरों द्वारा सोख लिया जाता है. हालांकि, बहुत ज्यादा कार्बन-डाइऑक्साइड को समुन्द्रों द्वारा सोखे जाने से ये समुन्द्र और भी जहरीले हो जायेंगे.
जीवों का विलुप्त होना
पृथ्वी पर जीवों का विलुप्त होना कुदरत का नियम है. कुछ विज्ञानियों का मानना है कि पृथ्वी पहले से ही विलुप्त होने के छठे द्वार में प्रवेश कर चुकी है. कई जीव-जंतुओं के निवास का विनाश और उनका ज्यादा मात्रा में शिकार ने जलवायु और उनकी मौजूदगी पर बहुत बुरा प्रभाव छोड़ा है.
कठोर मौसम (Extreme Weather)
वातावरण में बदलाव का यह अर्थ नहीं है कि वातावरण में कुछ डिग्री गर्मी का बढ़ना. एक अनुमान के अनुसार आने वाले कुछ वर्षो में मौसम के बदलाव से मरने वाले लोगों की प्रतिवर्ष संख्या 106,000 होगी और इस पर $184 अरब खर्च होंगे. इस बदलाव का असर पूरी दुनिया में दिखेगा.
अधिक हिंसक दुनिया
जब जलवायु परिवर्तन असल में अपना असर दिखाना शुरू करेगा, तब बहुत से लोगों के लिए पृथ्वी पर रहना बहुत मुश्किल हो जायेगा. तब लोगों में जमीन और कुदरती स्रोतों के लिए झगड़े होंगे. इसका उदाहरण सीरिया में दिख रहा है. विवादास्पद अध्ययन ने जलवायु परिवर्तन को इन हिंसक झड़पों से जोड़ दिया है.
विश्व की ग्लोबल कन्वेयर बैल्ट का बंद होना
ग्लोबल कन्वेयर बैल्ट एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें पानी धीरे-2 पूरी दुनिया में घूमता है. जलवायु में हो परिवर्तनों से यह ग्लोबल कन्वेयर बैल्ट चलनी बंद हो जाएगी जिससे पश्चिमी यूरोप के किसानों के लिए बर्फ से ढकी जमीन पर खेती करना मुश्किल हो जाएगा और उतर के आर्कटिक महासागर का तापमान 10 डिग्री तक बढ़ जायेगा.
यह पहले से अरबों के खर्चे कर रहा है
कोई भी नहीं जानता कि जलवायु से होने वाले परिवर्तनों से निपटने के लिए क्या कीमत चुकानी पड़ेगी. एक अध्यनन के अनुसार जलवायु परिवर्तन की वजह से हर वर्ष 4,00,000 लोग मर जाते हैं और इससे $1.2 खरब का नुकसान हर वर्ष हो रहा है. यह खर्च बहुत तेजी से बढ़ रहा है.
जलवायु हैकिंग
कोई भी यह नही बता सकता कि हमारे वातावरण में परिवर्तन कितना आएगा और यह कब तक चलेगा. ‘जीओ इंजीनियरिंग’ जिसको हम जलवायु हैकिंग भी बोलते हैं. इसमें सीधे तौर पर जलवायु को खुद इंजिनियर द्वारा बदला जायेगा. इसके परिणाम अच्छे भी हो सकते हैं और घातक भी.
51 आश्चर्यकारी सत्य जो आपको हैरान कर देंगे
जीवन, जगत और बहुत सी चीजों के बारे में 51 होश उड़ा देने वाले आश्चर्यकारी सत्य
- हमारी सौर-प्रणाली का 99 प्रतिशत से भी ज्यादा द्रव्यमान सूरज का है.
- मनुष्य कम से कम एक खरब अलग-अलग गंधों के बीच का अंतर बता सकता है.
- आपके शरीर का लगभग हर हिस्सा ब्रह्मांड के टूटे हुए तारे से बना हुआ है.
- हमारे सौर मंडल में एक क्षुद्रग्रह(Asteroid) के भी शनि ग्रह की तरह छल्ले हैं
- हमारे सौर-मंडल के बाहर भी हमारी पृथ्वी की तरह एक ग्रह हो सकता है.
- एक नर्व्हल(Narwhal) मछली के दांत नसों से भरे होते हैं.
- पेड़ों पर रहने वाले तारसिअर(tarsier) जीव के नेत्रगोलक(eyebaals) उसके दिमाग जितने बड़े होते हैं.
- अगर आप ठीक ढंग से 52 ताश के पत्तों में फेर बदल करते हो, तो फेर बदल के बाद जो ताश
के पत्तों का जो अनुक्रम होगा वह शायद इतिहास में पहली बार देखने को मिलेगा. - वयस्कों की हड्डियाँ बच्चों से कम होती हैं.
- मनुष्य सांस और खाना निगलने का काम एक ही समय में नहीं कर सकता.
- मानव के शरीर में 7,000,000,000,000,000,000,000,000,000 परमाणु हैं.
- मानव के दिमाग में 86 अरब न्यूरॉन हैं.
- आपके शरीर का हर एक परमाणु अरबों साल पुराना है.
- चिलटन नाम की एक सीप अपने दांतों को चुंबकीय बना सकती है.
- मधुमक्खियां फूलों के बिजली क्षेत्र का बोध लगाकर प्राग ढूँढती हैं.
- बीकड(Beaked) व्हेल 2 घंटों से ज्यादा अपनी सांस को रोक सकती है.
- झींगुर जैसा एक कीड़ा 80 किलोमीटर की रफ्तार से पंच लगा सकता है.
- वैज्ञानिक शोध में पाया गया है कि हमारा ग्रह एक बड़ा होलोग्राम हो सकता है.
- Aquila में इतनी गैस होती है जिससे बियर के खरब खरब ग्लास बना सकते हैं.
- तारों की तरफ देखना एक तरह से अपने भूतकाल में देखने जैसा है, क्योंकि तारों की रौशनी को
आप तक पहुंचने के लिए बहुत लंबा समय लगता है. - गोबर भ्रंग(Dung Beetles) ही एक ऐसा जीव है जो संचालन करने के लिए मिल्की वे का इस्तेमाल करता है. जब वो भारी टुकड़ों को लेकर जाते हैं, तो सही दिशा में जाने के लिए वह तारों की तरफ देखते हैं.
- एक शोध में पाया गया है कि मिल्की वे गैलेक्सी के 4 घुमावदार बाहें होती हैं न की दो.
- अगर आप अंतरिक्ष में रोते हैं तो आपके आंसू नीचे न गिर कर आपकी आँखों के साथ ही चिपके रहेंगे क्योंकि अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण नहीं होता.
- लगभग 32,000 साल पहले हिमयुग के दौरान एक गिलहरी ने बीज को जमीन में दफन किया था. आज उसी बीज से इस फूल को पैदा किया गया है
- वैज्ञानिकों ने सिर्फ 20 सालों में ही अंतरिक्ष में हजारों ग्रहों को खोज लिया है.
- हमारी पृथ्वी से लगभग 63 प्रकाश वर्ष दूर ऐसा एक ग्रह है जहां कांच की बारिश होती है.
- हमारी दुनिया के महासागरों में 20 लाख टन सोना है.
- यदि सभी महासागर सूख जाएँ तो इतना नमक बचेगा कि सभी महाद्वीप 5 फ़ीट की ऊंचाई तक ढक जायेंगे.
- आपके शरीर में बैक्टीरिया कोशिकाओं की संख्या मानव कोशिकाओं से भी ज्यादा होते हैं.
- जेलिफ़िश की एक ऐसी प्रजाति है जो कभी मर नहीं सकती.
- लेडीबर्ड नाम का पक्षी 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ सकता है.
- चाँद पर एक 3.5 इंच एल्यूमीनियम की मूर्ती है.
- हाल ही में वैज्ञानिकों ने सबसे दुर्लभ क्रिस्टल का जिरकॉन खोजा जो लगभग 4.4 अरब साल पुराना है.

- आप तारों के मध्य होने वाली आवाज को उपकरणों की मदद से अपने कानों से सुन सकते हैं.
- एक फोटोन को सूरज की सतह से सूरज की कोर तक जाने के लिए 1,70,000 साल लगेंगे.
- लेकिन इस फोटोन को सूरज की सतह से आप तक पहुंचने के लिए सिर्फ 8 मिनट्स लगेंगे.
- लगभग 4.5 अरब साल पहले मंगल ग्रह के आकर का धूमकेतु पृथ्वी से टकराया था जिसने पृथ्वी के एक बड़े टुकड़े को अंतरिक्ष में बिखेर दिया था. इन टुकड़ों ने फिर धीरे धीरे चाँद का रूप ले लिया था. धूमकेतु का टकराना इतना जबरस्त था कि इससे पृथ्वी के ध्रुवों को हल्का सा झुका दिया था.
- हमारा पहला पूर्वज जिसने धरती पर सबसे पहले कदम रखा था, वह एक चार पैरों वाली तिक्तालिक मछली थी.
- किशोरों का दिमाग व्यस्क लोगों से बहुत अलग होता है.
- एक वैज्ञानिक शोध में पाया गया है कि मगंल ग्रह के हर एक घन फुट में बढ़ी मुश्किल से 1 लिटर पानी मिलता है.
- आप व्हेल मछली की मोम की एयरप्लग से व्हेल मच्छली के जीवण और उसकी उम्र का अंदाजा लगा सकते हैं. जैसे हम पेड़ों की उम्र जानने के लिए उनके तने के छल्लों को गिनते हैं.
- यह एक ऐसा कीड़ा है जो आर्किड फूल की तरह दिखाई देता है.
- मनुष्य की जीवन प्रत्याशा पिछले 150 सालों से दोगुनी हो गयी है.
- मनुष्य के शरीर में पाए जाने वाले परमाणु अंदर से खाली होते हैं.
- ऑक्टोपस के तीन दिल होते हैं और इसके खून का रंग नीला होता है
- हिमालय पर्वत पर 200 लाशें हैं जिनको एक तरह से निशानों की तरह इस्तेमाल किया जाता है. जिनसे अंदाजा लगाया जाता है कि यह कौन सी जगह है और हम चोटी से कितनी दूर हैं.
- दुनिया में दो-तिहाई लोगों ने अपनी जिंदगी में कभी बर्फ(Snow) नहीं देखी है.
- अगर आप अपनी छींक को रोकने की कोशिश करेंगे तो आपके सर में या गले में रक्त वाहिका के टूटने का खतरा बढ़ जाता है. जिससे आपकी मौत भी हो सकती है.
- आप अपनी पूरी जिंदगी सिर्फ आलू और मक्खन खाकर भी जिंदा रह सकते क्योंकि इनमें इतने पोषक तत्व होते हैं. जो आपके शरीर की जरूरत को पूरा कर देते हैं.
- डॉलफिन मछली एक आँख बंद करके सोती है.
- दुनिया में भूखमरी से भी ज्यादा लोग मोटापे की समस्या से परेशान हैं.
भारत में ऐसी जगहें, जहां चलता है काले जादू का बोलबाला!
भारत में काला जादू बहुत ही प्रचलित है. कई भारतीय लोग अपनी समस्याओं का जल्द से जल्द हल निकालने के लिए जादू का सहारा लेते हैं. अधिकतर लोग काले जादू का उपयोग लोगों को वश में करने के लिए करते हैं. कुछ ढोंगी तो भगवान और आत्माओं के नाम पर लोगों की भावनाओं से खेलते है और उनसे पैसे ऐंठते है. भारत में कई ऐसी जगहें हैं, जहां काले जादू और अंधविश्वास के नाम पर कई गैरकानूनी कामो को अंजाम दिया जाता है. आइए जाने कुछ ऐसी ही जगहों के बारे में…….
मयोंग, असम (Mayong)

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असम में मायोंग गाँव के लोग काले जादू और टोटके का अधिक उपयोग करते हैं. ऐसा माना जाता है कि यहाँ पूरे साल लोग काले जादू और तंत्र मन्त्र का अभ्यास करते हैं. यहाँ के कुछ अघोरी तो इतने शक्तिशाली हैं कि वह पूरा साल गायब होकर ही अभ्यास करते रहते हैं. मायोंग गाँव के लोग अपने बच्चों को बचपन से ही काला जादू सिखाते हैं. प्राचीन समय में भी यहाँ काले जादू होता था. लेकिन हैरानी की बात यह है कि भारत में काला जादू प्रतिबंधित है फिर भी असम में काला जादू काफी फल-फूल रहा है. इस बात का खुलासा खुद राज्य सरकार ने RTI के अंतर्गत किया था.
पेरिंगोटुकारा, केरल

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केरल के छोटे से गाँव त्रिशूर में काले जादू किए जाने के प्रमाण मिले हैं. इसके चलते यह गाँव काफी लोकप्रिय हो गया हैं. काला जादू देखने के लिए यहाँ टूरिस्ट आते हैं. यहाँ चट्टान और कुट्टिचट्टन को विष्णु का अवतार मानते हैं जो भैंस की सवारी करते हैं और जीवन की परेशानियों को दूर करते हैं. यहाँ पुजारी पत्थरों को पास रखकर अलग-अलग तरह की पूजाएं करते हैं.
सुल्तानशाही, हैदराबाद

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हैदराबाद के सुल्तानशाही गाँव में काला जादू और अंधविश्वास का काफी बोलबाला है. यहाँ काले जादू के नाम पर कई गैरकानूनी काम होते हैं. यहाँ पर बाबा लोगों के जीवन से जुड़ी समस्याओं का समाधान करते हैं. बताया जाता है कि यहाँ पर काला जादू के नाम पर ढोंगी बाबा महिलाओं से यौन संबंध बनाकर उनकी समस्याओं को हल करते हैं.
वाराणसी शमशान, उत्तर प्रदेश

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वाराणसी में काला जादू करने वाले तांत्रिक साधुओं को अघोरी कहा जाता है. ये यहाँ के श्मशान घाट पर तंत्र मन्त्र का अभ्यास करते हैं. ये तांत्रिक कहते हैं कि ये काला जादू शिव भगवान, काली माता को खुश करने के लिए करते हैं ताकि वे उन्हें ज्यादा ताकत मिलें.
नीमतला घाट, कोलकाता

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कोलकाता को विद्वानों का शहर माना जाता है. फिर भी यहाँ काले जादू के नाम पर अनेकों गैरकानूनी काम किए जाते हैं. कोलकाता के नीमतला घाट को काले जादू का गढ़ माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि रात को अघोरी यहाँ जलाई जाने वाली चिताओं के मांस को खाते हैं. रात-रात भर काली मां की पूजा करते हैं. दिव्य शक्तियां पाने के लिए अघोरी पूरी रात पूजा करते रहते हैं.
एक ऐसा गाँव जहाँ है मर्दों की ऐंट्री पर बैन!

यह जानकर हर कोई हैरान होगा कि दुनिया में एक गाँव ऐसा भी है जहाँ मर्दों की ऐंट्री पर बैन है यानि उनके लिए वहाँ कोई भी जगह नहीं है। यह गाँव केन्या के समबुरू इलाक़े का उमोजा गाँव है. यह गाँव काँटों की बाड़ में घिरा हुआ है।
यह बेहद अनूठा है क्योंकि यहाँ केवल महिलाएँ हैं। अफ़्रीका में “सिंगलसैक्स” समुदाय वाला यह इकलौता गाँव है जहाँ पुरूषों के रहने पर पाबंदी है। पिछले 26 वर्षों से यहाँ केवल महिलाएँ ही रहती आ रही हैं।
समाज सेविका रेबेका लोलोसोली (Rebecca Lolosoli) ने वर्ष 1990 में इस गाँव को 14 ऐसी महिलाओं के रहने के लिए चुना था जिनके साथ स्थानीय ब्रिटिश जवानों ने बलात्कार किया था। इसके बाद यह गाँव पुरूष-प्रधान समाज में हिंसा का शिकार हुई औरतों के रहने का ठिकाना बन गया। इसके बाद बलात्कार, बाल-विवाह, घरेलू-हिंसा और अन्य शोषणों से दुखी व त्रस्त औरतें रह रही हैं।
केन्या की राजधानी नैरोबी से 380 कि.मी. दूर समबुरू प्रांत के इस गाँव में इस समय लगभग 250 महिलायें और बच्चे रह रहे हैं। इस गाँव की औरतें घरेलू हिंसा और घर में उनकी आश्रितों वाली स्थिति के ख़िलाफ़ हैं।
यह महिलाऐं गाँव में प्राथमिक पाठशाला, सांस्कृतिक केंद्र तथा सामबुरू राष्ट्रीय उद्यान देखने आने वाले पर्यटकों के लिए कैंपिंग साईट चला रहीं हैं। वे कमाई के लिए पारंपरिक आभूषण बना कर भी बेचती हैं।
गावं की महिलाओं को इन संस्थाओं से नियमित आमदनी होती है जिससे उनकी कपड़े, भोजन तथा रोज़मर्रा की ज़रूरतें पूरा होती हैं। गाँव के सभी बच्चे स्कूल जाते हैं और महिलाओं को भी पढ़ने-लिखने के लिए प्रेरित किया जाता है।
इस गाँव के अपने नियम हैं जिन्हें पूरा करना आवश्यक है। महिलाओं का पारंपरिक परिधान तथा आभूषण पहनना आवश्यक है।
हालांकि गाँव की औरतें पशुओं को चराने या अन्य किसी काम के लिए पुरूषों की सेवाएँ ले सकती हैं।
दुनिया के 10 सबसे लोकप्रिय खेल
दुनिया में कई किस्म के खेल खेले जाते हैं लेकिन कुछ खेल ऐसे होते हैं जिनका खुमार दर्शकों के सिर चढ़कर बोलता है. इन खेलों के प्रति दर्शकों की दीवानगी किसी जुनून से कम नहीं होती. आइए एक नजर डालते है दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों के बारें में.
फुटबॉल

फुटबॉल दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है. फुटबॉल की लोकप्रियता का अंदाजा फीफा के 208 सदस्य देशों की संख्या को देखकर लगाया जा सकता है. अगर भारत के लोकप्रिय खेल क्रिकेट से फुटबॉल की तुलना की जाए तो यह खेल फुटबॉल से काफी पीछे है क्योंकि आईसीसी में पूर्ण सदस्य देशों की गिनती केवल 10 है.
प्रत्येक चार साल बाद फीफा द्वारा आयोजित फुटबॉल विश्व कप में 208 देशों की टीमें हिस्सा लेतीं हैं. इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि फुटबॉल का खुमार लोगों के सिर चढ़कर बोलता है. फुटबॉल को किंग ऑफ द व्होल वर्ल्ड भी कहा जाता है. फुटबॉल के सारी दुनिया में 4.5 अरब प्रशंसक माने जाते हैं.
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क्रिकेट

दुनिया में सबसे ज्यादा खेले जाने वाले खेलों की इस सूची में क्रिकेट दुसरे नंबर पर आता है. क्रिकेट भारतीय उपमहाद्वीप में एक धर्म की तरह माना जाता है. क्रिकेट का जन्म इंग्लैंड में हुआ था और वही पर यह विकसित भी हुआ. लेकिन सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि जिस देश में इस खेल का जन्म हुआ वही देश आज तक एक भी वर्ल्ड कप नहीं जीत सका है.
क्रिकेट का सबसे ज्यादा जूनून भारत, पाकिस्तान, श्री लंका, बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, वेस्ट इंडीज, न्यूजीलैंड आदि देशों में है. क्रिकेट के पूरी दुनिया में लगभग 4 अरब प्रशंसक माने जाते हैं.
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हॉकी

हॉकी को दुनिया में तीसरा सबसे लोकप्रिय खेल माना जाता है. हॉकी के बारे में कहा जाता है कि यह खेल ईसा से दो हजार वर्ष पूर्व हॉकी का खेल ईरान में खेला गया था और बाद में इसे ग्रीस की ओलंपिक प्रतियोगिता में शामिल किया गया. इंग्लैंड ने हॉकी के नियम बनाए. ओलंपिक में पहली बार हॉकी 21 अक्टूबर, 1908 को लंदन में खेली गई थी. पूरी दुनिया में हॉकी के लगभग 220 करोड़ प्रशंसक हैं.
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टेनिस

टेनिस दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है. इतिहासकारों के अनुसार, टेनिस की शुरुआत 12 वीं शताब्दी में उत्तरी फ्रांस में हुई थी, जहां गेंद को हाथ की हथेली के साथ मार कर खेला जाता था.
रैकेट 16 वीं सदी में प्रयोग में आया और तब से इस खेल को टेनिस कहा जाने लगा. साल भर में टेनिस के 4 ग्रैंड स्लैम (आस्ट्रेलियाई ओपन, फ्रेंच ओपन, विबंलडन, यूएस ओपन) खेले जाते हैं. एशिया, यूरोप, अमेरिका समेत टेनिस के दुनियाभर में 1 अरब प्रशंसक हैं.
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वॉलीबॉल

वॉलीबॉल दुनिया का पांचवां सबसे लोकप्रिय खेल माना जाता है. वॉलीबॉल दुनिया के सबसे आसान खेलो में से एक है जिसे दुनिया के लगभग हर एक कोने में खेला जाता है. वॉलीबॉल खेलने के लिए सिर्फ एक बॉल और एक नेट की आवश्कता होती है.
वॉलीबॉल को ओलिंपिक में सबसे पहले 1964 में शामिल किया गया था. वॉलीबॉल के पूरी दुनिया में लगभग 90 करोड़ प्रशंसक है. वॉलीबॉल को यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, एशिया और अमेरिका में सबसे ज्यादा खेला जाता है.
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टेबल टेनिस

टेबल टेनिस भी दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है. टेबल टेनिस को पिंग पोंग भी कहा जाता है. टेबल टेनिस की शुरुआत सबसे पहले 1922 में इंग्लैंड में हुई थी. अब यह खेल अत्यधिक लोकप्रिय हो चुका है और संसार के 71 देशों में खेला जाता है. टेबल टेनिस के पूरी दुनिया में लगभग 85 करोड़ प्रशंसक हैं.
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बेसबॉल

बेसबॉल एक बल्ले एवं गेंद से खेले जाना वाला अमरीकी खेल है. सबसे पहले बेसबॉल इंग्लैंड में 1846 में खेला गया था. बेसबॉल को वास्तविक रूप और कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन उत्तरी अमेरिका ने दिए. बेसबॉल को अंतरराष्ट्रीय खेल भी संयुक्त राज्य अमेरिका ने ही बनाया था.
लेकिन आजकल के समय में क्यूबा में इस खेल का खुमार ज्यादा है और क्यूबा इस खेल में बहुत से ओलिंपिक गोल्ड जीत चूका है. बेसबॉल अमेरिका, कनाडा, जापान, उत्तरी अमेरिकी देश और क्यूबा में बहुत लोकप्रिय है. पूरी दुनिया में बेसबॉल के लगभग 50 करोड़ प्रशंसक माने जाते हैं.
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बास्केटबॉल

बास्केटबॉल दुनिया के लोकप्रिय खेलों में से एक है. बास्केटबॉल मूल रूप से अमेरिकी खेल है. बास्केटबॉल 19वीं शताब्दी में लोकप्रिय हुआ और जल्द ही इस खेल ने सारी दुनिया में अपनी पहचान बना ली. बास्केटबॉल अमेरिका, चीन, कनाडा, फिलिपींस में बहुत पसंद किया जाता है. बास्केटबॉल के दुनियाभर में लगभग 40 करोड़ से ज्यादा प्रशंसक हैं.
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गोल्फ

गोल्फ दुनिया के लोकप्रिय खेलों में शामिल है. गोल्फ की शुरुआत 13वी शताब्दी में स्कॉटलैंड में हुई थी. अमेरिका के शहरों में गोल्फ बहुत ज्यादा खेला जाता है और बहुत लोकप्रिय भी है. यूरोप, एशिया, अमेरिका और कनाडा में सबसे ज्यादा गोल्फ खेली जाती है और पूरी दुनिया में गोल्फ के लगभग 45 करोड़ प्रशंसक हैं.
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अमेरिकी फ़ुटबॉल

संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में अमेरिकी फ़ुटबॉल बहुत ही लोकप्रिय है. अमेरिकी फ़ुटबॉल को व्यवसायिक स्तर पर नियंत्रित करने वाली संस्थान का नाम नैशनल फ़ुटबॉल लीग है. अमेरिकी फ़ुटबॉल मुख्यतः यूरोप, अफ्रीका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया में खेला जाता है. अमेरिकन फुटबॉल के दुनियाभर में लगभग 40 करोड़ प्रशंसक हैं.
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दिलचस्प तस्वीरें: लोगों द्वारा अपने मन की बात कहने के अलग-अलग तरीके!!!
हर व्यक्ति का दूसरों को अपनी बात कहने का अलग-अलग तरीका होता है. जैसे कुछ लोग तो सीधे ही बता देते है, कुछ इंटरनेट पर शेयर करते है, कुछ वीडियो बना कर अपनी बात बताते है लेकिन कुछ लोग नहीं बता पातें. तब वह अपनी बात बताने के लिए तरह तरह के तरीके अपनाता है. आज हम आपको कुछ ऐसे ही दिलचस्प तस्वीरें दिखाने जा रहे हैं. आप भी इन तस्वीरों को देख कर सोचने पर मजबूर हो जाएंगे.
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बॉलीवुड के 24 अदभुत तथ्य जिनसे आप अनजान होंगे
बॉलीवुड अपने जादू, गपशप और अच्छी तरह से छुपाके रखे गए रहस्यों के लिए जाना जाता है. अगर आप समझते हैं कि आप बॉलीवुड के बारे में सब कुछ जानते हैं. तो यह सूची आपको द्वारा सोचने को मजबूर कर देगी. इस सूची में बॉलीवुड के सबसे रहस्यमई तथ्य हैं. यह हैं बॉलीवुड के 25 सबसे अदभुत तथ्य:-
- वहीदा रहमान जी ने अमिताभ बच्चन के साथ मां और प्रेमिका के दोनों किरदार निभाए हैं. उन्होंने 1976 में बनी अदालत फिल्म में अमिताभ बच्चन की प्रेमिका का किरदार निभाया था और 1978 में बनी फिल्म त्रिशूल में अमिताभ बच्चन जी की मां का किरदार निभाया था.
- आमिर खान की फिल्म “लगान” पहली ऐसी भारतीय फिल्म है जिसमें सबसे ज्यादा ब्रिटिश अभिनेता लिए गए थे.
- बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सुनील दत्त पहले आरजे स्टूडियो में काम करते थे और वह अभिनेत्री नरगिस का इंटरव्यू लेना चाहते थे. पर वह अभिनेत्री नरगिस जी के सामने इंटरव्यू में एक भी शब्द नहीं बोल सके और इंटरव्यू को कैंसिल कर दिया गया. वर्षों बाद जब सुनील दत्त जी को उनके साथ “मदर इंडिया” (1957) में काम करने का मौका मिला, तब उनको एक दुसरे से प्यार हो गया और बाद में उन दोनों ने शादी कर ली.
- बॉलीवुड की जानी मानी अभिनेत्री करीना कपूर ने फिल्म “हीरोइन” में 130 तरह के अलग अलग कपड़े पहने थे जिनको दुनिया के शीर्ष डिजाइनरों द्वारा तैयार किया गया था.
- बॉलीवुड की सुपर-हिट फिल्म “दिल वाले दुल्हनिया ले जायेंगे” में पहले शाहरुख़ खान की जगह सैफ अली खान को लेने वाले थे. मुश्किल से यकीन करनी वाली बात यह है कि इस फिल्म में हॉलीवुड अभिनेता टॉम क्रूज के बारे में भी विचार किया गया था.
- “रोकस्टार” फिल्म में क्लाइमेक्स पहले शूट किया गया था. दरअसल फिल्म के क्लाइमेक्स में रणबीर कपूर के किरदार के लम्बे बाल दिखाए जाने थे जब की फिल्म की शुरुआत में रणबीर कपूर के किरदार के छोटे बाल थे. इसलिए फिल्म के निर्देशक रणबीर कपूर के हेयर स्टाइल को बिगड़ना नहीं चाहते थे.
- बॉलीवुड के अभिनेता अनिल कपूर पहले जब मुंबई आये थे. तो वह राज कपूर जी के गेराज में अपने परिवार के साथ रहते थे. फिर बाद में वह मध्य वर्ग के उपनगरों में अपने परिवार के साथ रहने लगे.
- राज कपूर जी की फिल्म “मेरा नाम जोकर” पहली ऐसी हिंदी फिल्म थी जिसमे एक नही दो इंटरवल थे.
- अभिनेता अमजद खान जी को पहले “शोले” (1975) फिल्म में से हटा रहे थे. क्योंकि कथानक के लेखक जावेद अख्तर ने देखा कि अमजद खान की आवाज़, गब्बर सिंह के किरदार के लिए बहुत कमजोर है. पहले उनकी जगह अभिनेता डेनी जी को लेने वाले थे. फिर बाद में दुबारा अमजद खान जी का चयन कर लिया गया.
- जब बॉलीवुड अभिनेत्री श्री देवी सिर्फ 13 वर्ष की थी, तब उन्होंने फिल्म “मून्द्रू मुदिछु” महान अभिनेता रजनीकांत की सौतेली मां का किरदार निभाया.
- शेखर कपूर जी की मंगनी अभिनेत्री शबाना आजमी से हुई थी जो बाद में टूट गई.
- ‘मुग़ल-ए-आज़म’ फिल्म को तीन भाषाओँ हिंदी, इंग्लिश और तमिल में प्रदर्शित किया गया था. जब इस फिल्म का तमिल संस्करण बहुत बुरे तरीके से फ्लॉप हुआ तब इस फिल्म के इंग्लिश संस्करण को हटा दिया गया.
- ईला अरुण और अलका याग्निक को फिल्म खलनायक के मशहूर गीत ‘चोली के पीछे क्या है’ के लिए बैस्ट प्लेबैक सिंगिंग का पुरस्कार संयुक्त रूप से मिला था. यह इतिहास में पहला मौका था जब दो गायिकाओं ने एक पुरुस्कार को शेयर किया था.
- अभिनेत्री देविका रानी पहली ऐसी पढ़ी लिखी अभिनेत्री थी जिनके पास आर्किटेक्चर एंड डिजाईन की डिग्री थी.
- ‘कहो ना….प्यार है’ को सबसे ज्यादा पुरुस्कार मिलने से गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में दर्ज किया गया था. इस फिल्म को 92 अवार्ड्स मिले थे.
- गीत “अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो “ अब तक बना सबसे लम्बा गीत है. यह गीत 20 मिनट्स का है.
- हमारे श्री पूर्णतावादी, आमिर खान मशहूर क्रन्तिकारी “मौलाना अबुल कलाम आज़ाद” जी के वंश से संबंध रखते हैं.
- बॉलीवुड की अभिनेत्री कल्कि कोएच्लिन के पड़-दादा मौरिस कोएच्लिन एफिल टावर को बनाने वाले मुख्य इंजिनियर थे और उन्होंने अमेरिका के स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी पर भी काम किया था.
- अभिनेता ऋतिक का असल में उपनाम नागरथ है, रौशन नहीं.
- महान अभिनेता अशोक कुमार पहले बॉम्बे टाल्कीस में प्रयोग शाला का सहायक था.
- रणवीर सिंह, जिसका असल में नाम रणवीर सिंह भवानी है जो अभिनेत्री सोनम कपूर का चचेरा भाई है.
- मेरा नाम जोकर और एलओसी: दोनों फिल्मे अब तक की बनी सबसे लंबी फ़िल्में हैं इन फिल्मों की लम्बाई 255 मिनट्स की है.
- “सिलसिला” (1981) ही एक ऐसी फिल्म है जिसमें अभिनेता शशि कपूर जी ने अमिताभ बच्चन जी के बड़े भाई का किरदार निभाया था. बाकी सभी फिल्मों में जैसे कि दीवार, सुहाग, दो और दो पांच और नमक हलाल फिल्मों में अमिताभ बच्चन जी ने ही शशि कपूर जी के बड़े भाई का किरदार निभाया था.
- भारतीय हर वर्ष 270 अरब मूवी टिकटें खरीदते हैं, जो पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है.
भारत के शीर्ष 10 खुबसूरत राष्ट्रीय उद्यान
क्या आपको पता है कि भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान 1936 में बना था. भारत के पहले राष्ट्रीय उद्यान का नाम हेली नेशनल पार्क था लेकिन अब इसका नाम बदल कर जिम कोर्बेट राष्ट्रीय उद्यान रखा गया है. 1936 से लेकर अब तक भारत के पास 102 राष्ट्रीय उद्यान है जिनका क्षेत्रफल 39,919 वर्ग किलीमीटर तक फैला हुआ है. आइए जानें भारत के शीर्ष 10 राष्ट्रीय उद्यानों के बारे में……
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (Kaziranga National Park)

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान भारत के असम राज्य का एक राष्ट्रीय उद्यान है. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1905 में हुई थी. यह उद्यान 430 वर्ग किलीमीटर तक फैला हुआ है. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान एक सींग वाले गैंडे के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का प्राकृतिक परिवेश वनों जैसा है यहाँ उबड़-खाबड़ मैदान, लम्बी-ऊँची घास, मोटे वृक्ष, दलदली जमीन और उथले तालाब मिलेंगे. सर्दियों में यहाँ कई पक्षी साइबेरिया से भी आते हैं, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों पाई जाती है जैसे कि बाज, चीलें और तोते आदि.
गिर वन राष्ट्रीय उद्यान (Gir Forest National Park)

गिर राष्ट्रीय उद्यान भारत के गुजरात राज्य में स्थित है. जो कि 1420 वर्ग किलीमीटर तक फैला हुआ है. गुजरात का गिर राष्ट्रीय उद्यान समस्त भारत में एकमात्र ऐसी जगह है जहां एशियाई शेर पाए जाते हैं. गिर राष्ट्रीय उद्यान को देखने के लिए जून से लेकर अक्तूबर तक का समय सबसे अच्छा होता है. गिर राष्ट्रीय उद्यान में शेर के अलावा हिरन, सांभर, चीतल, नीलगाय, चिंकारा भालू और लंगूर देखने को मिलेंगे.
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान (Kanha National Park)

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश राज्य में स्थित एक प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान हैं. मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय उद्यान और जंगल दुनिया भर में प्रसिद्ध है यहाँ की प्राकृतिक सुन्दरता को देखने के लिए पर्यटक दूर दूर से यहाँ आते हैं. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान 1945 वर्ग किलोमीटर तक फैला हुआ है. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में बाघों व अन्य वन्य जीवों के साथ साथ पृथ्वी पर सबसे दुर्लभ हिरण प्रजातियों में से एक बारहसिंगा भी पाए जाते हैं.
बांदीपुर नेशनल पार्क (Bandipur National Park)

बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित हैं. बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान का क्षेत्रफल 874.2 वर्ग किलोमीटर है. यह उद्यान प्रकृति प्रेमियों के साथ साथ रोमांच प्रेमियों के लिए भी एक आदर्श स्थल है. बताया जाता है कि 1931 में मैसूर के महाराजा ने इस उद्यान की स्थापना की थी और उन्होंने इस उद्यान को अपनी निजी आरक्षित शिकारगाह के लिए बनवाया था. 1941 में इस उद्यान का नाम वेनुगोपाला उद्यान रखा गया था जो उस क्षेत्र के प्रमुख देवता के नाम पर आधारित था. इस उद्यान में कई प्रकार के जानवर पाए जाते हैं जैसे कि बाघ, चीता, हाथी, चार सींगों वाला हिरण, जंगली कुत्ते, भालू इत्यादी.
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान (Ranthambore National Park)

रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान के दक्षिणी जिले सवाई माधोपुर में स्थित है. यह उद्यान भारत के बेहतरीन बाघ आरक्षित क्षेत्रों में से एक माना जाता है. यह उद्यान अरावली और विंध्य की पहाड़ियों में 392 वर्ग किलोमीटर तक फैला है. इस उद्यान में शेर और चीते के आलावा जंगली सूअर, चिंकारा, हिरन, सियार, तेंदुए, जंगली बिल्ली और लोमड़ी आदि जानवर पाए जाते हैं.
सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान (Sundarbans National Park)

सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित है. यह उद्यान रॉयल बंगाल टाइगर का सबसे बड़ा सुरक्षित क्षेत्र माना जाता है. सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान मैन्ग्रोव के घने जंगलों से घिरा हुआ है. ऐसा माना जाता है कि सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान में बाघों की संख्या 103 है. इस उद्यान में आपको नमकीन पानी में रहने वाले मगरमच्छ भी मिलेंगे.
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क (Jim Corbett National Park)

जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड का एक विभिन्न अंग है. यह उद्यान रामगंगा की पातलीदून घाटी में 139.54 वर्ग किलोमीटर में बसा हुआ है. जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्योग में ‘वन्य प्राणी’ की संख्या बहुत अधिक है. जिनमे ज्यादातर सुअर, हिरन, चीतल, शेर, हाथी, भालू, बाघ, नीलगाय इत्यादी शामिल है. इस उद्यान में अजगर और कई अन्य संपो की प्रजातियाँ पाई जाती हैं.
ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क (Great Himalayan National Park)

ग्रेट हिमालयन नेशनल उद्यान हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला में स्थित है. ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क को 1984 में बनाया गया था लेकिन 1999 में इस उद्यान को राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था. ग्रेट हिमालयन पार्क को विश्व धरोहर का दर्जा प्राप्त है. यह उद्यान 620 वर्ग किलोमीटर तक फैला हुआ है. ग्रेट हिमालयन उद्यान में अनेकों वन्य जीवों की प्रजातियाँ पाई जाती है जैसे कि कस्तूरी हिरन, भूरे भालू, गोराल, थार, चीता, बरफानी चीता, भराल, मोनल, ट्रैगोपान, आदि.
डेजर्ट नेशनल पार्क (Desert National Park)

डेजर्ट राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान के थार मरुस्थल में स्थित है. डेजर्ट राष्ट्रीय उद्यान जैसलमेर से 40 किलोमीटर दूर है. इस उद्यान की स्थापना 1980 में हुई है और इसका क्षेत्रफल 3161 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है. डेजर्ट राष्ट्रीय उद्यान न ही राज्यस्थान का बल्कि पुरे भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्योग है. डेजर्ट राष्ट्रीय उद्यान में राजबाग और पद्मतलाव झीलों का लुफ्त उठा सकते हैं. इस उद्यान की यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा समय नवंबर से जनवरी तक का होता है.
खंगचेंदजोंगा राष्ट्रीय उद्यान (Khangchendzonga National Park)

खंगचेंदजोंगा राष्ट्रीय उद्यान भारत के सिक्किम राज्य में स्थित है. खंगचेंदजोंगा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1977 में हुई है और इसका क्षेत्रफल 1,784 वर्ग किलोमीटर है. 17 जुलाई, 2016 को यूनेस्को ने खंगचेंदजोंगा राष्ट्रीय उद्यान को विश्व धरोहर स्थलों की सूची में अंकित किया है.











