‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ नाम की खतरनाक गेम लोगों की जान ले रही है. मेट्रो वेबसाइट के मुताबिक ‘ब्लू व्हेल’ के कारण रूस में अब तक 130 बच्चे खुदकुशी कर चुके है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दुनिया भर में अब तक करीब 200 से ज्यादा लोग “ब्लू व्हेल चैलेंज” खेलकर आत्महत्या कर चुके है इनमें से अकेले रूस में ही 130 लोग मारे गये हैं जिनमे से ज्यादातर अवयस्क हैं. भारत, चीन, अमेरिका और पाकिस्तान समेत दुनिया के 19 देशों में भी इस गेम को खेल कर आत्महत्या करने या कोशिश करने के सैकड़ों मामले सामने आ चुके हैं.
यह गेम 25 साल के रूसी नागरिक फिलिप बुडेकिन ने साल 2013 में बनाया था. इस गेम को खेलकर सुसाइड का पहला केस रूस में साल 2015 में आया. इसके बाद फिलिप को जेल में डाल दिया गया. हालांकि, फिलिप का दावा है कि खुदकुशी करने वाले बायोलॉजिकल कचरा होते हैं और यह गेम समाज में सफाई के लिए बनाया गया है
सुसाइड गेम में हैं 50 टास्क
‘द ब्लू व्हेल गेम’ में 50 दिन तक हर रोज टास्क बताए जाते हैं.
हर टास्क को पूरा करने पर बाजु पर एक कट लगाने के लिए कहा जाता है.
आखिर में व्हेल की आकृति उभरती है.
इसमें हाथ पर ब्लेड से एफ-57 उकेरकर फोटो भेजने को कहा जाता है.
इसके साथ ही सुबह 8 बजे उठकर हॉरर वीडियो या फिल्म देखने के लिए और क्यूरेटर को भेजने के लिए कहा जाता है.
हाथ की 3 नसों को काटकर उसकी फोटो क्यूरेटर को भेजनी होती है.
सुबह ऊंची से ऊंची छत पर जाने को कहा जाता है.
कागज पर व्हेल बनाकर क्यूरेटर को भेजना होता है.
व्हेल बनने के लिए तैयार होने पर अपने पैर में ‘यस’ उकेरना होता है. और नहीं तैयार होने पर अपने को चाकू से कई बार काटकर सजा देना होता है.
स्टेज चार में छत पर जाना होता है.
क्यूरेटर के द्वारा भेजी गई म्यूजिक को सुनना होता है.
49 टास्क पूरे करने के बाद…
50वें दिन प्लेयर को किसी ऊंचे छत से कूदकर खुदकुशी कर विजेता बनने की बात कही जाती है.
केंद्र सरकार ने ऑनलाइन कंप्यूटर एवं मोबाइल गेम ‘‘ब्लूव्हेल चैलेंज’’ खेलने वाले बच्चों पर दुष्प्रभावों की शिकायत के बाद इस गेम पर रोक लगाते हुये प्रमुख सर्च इंजन और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को यह गेम डाउनलोड करने संबंधी लिंक हटाने को कहा है. इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सर्च इंजन गूगल इंडिया, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया और याहू इंडिया के अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप को ब्लूव्हेल चैलेंज गेम को डाउनलोड करने की सुविधा या इससे जुड़ा कोई लिंक अपने प्लेटफॉर्म से तुरंत हटाने को कहा है.
मुंबई के अंधेरी ईस्ट में 9वीं में पढ़ने वाले 14 साल के मनप्रीत ने 6 मंजिला बिल्डिंग से कूदकर जान दे दी. आशंका जताई गयी है कि ब्लू व्हेल चैलेंज नाम की ख़तरनाक मोबाइल गेम का टास्क पूरा करने के लिए उसने यह कदम उठाया.
उसके दोस्तों के मुताबिक, मनप्रीत ने गूगल पर खुदकुशी के तरीके भी सर्च किए थे. मौत से पहले उसने रूस जाने की भी बात की थी, जहां उसे सीक्रेट ग्रुप के साथ गेम खेलनी था. इस खेल से जुड़ा भारत में खुदकुशी का ये पहला मामला है.
हालाँकि मनप्रीत के घरवालों का मानना है कि मनप्रीत सुसाइड गेम खेलने का आदि नहीं था और यह महज़ एक दुर्घटना थी. जबकि दोस्तों के अनुसार वह गेम खेल रहा था और इसके बारे में सोशल मीडिया पर फोटो आदि शेयर भी कर रहा था. उनके अनुसार मनप्रीत ने सुसाइड से ठीक पहले एक सेल्फी भी अपलोड की थी.
चंडीगढ़।। रेप की शिकार महज 10 साल की विक्टिम ने चंडीगढ़ के एक हॉस्पिटल में बेटी को जन्म दिया है। वीरवार को सर्जरी से उसकी डिलिवरी कराई गई। अब लड़की और नवजात बेटी की हालत खतरे से बाहर है और उन्हें स्पेशल केयर में रखा गया है।
लड़की की डिलिवरी 35वें हफ्ते में कराई गई है, क्योंकि उसके पेट में पल रहे बच्चे का वजन 2.1 किलो से भी कम था। ऐसे में नॉर्मल डिलिवरी में जान जाने का खतरा था।
इंसानियत को शर्मसार करने वाली इस घटना में लड़की के मामा ने उसका शारीरिक-शोषण किया था, जिससे वो प्रेग्नेंट हो गई। इसका पता तब चला जब उसके पेट में दर्द हुआ और उसे इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया जहाँ पर पता चला कि उसके पेट में 3 महीने गर्भ था।
इसके बाद लड़की के परिवार ने गर्भपात के लिए जुलाई महीने में चंडीगढ़ कोर्ट में अर्जी लगाई, लेकिन अबॉर्शन की इजाजत नहीं मिली।
परिवार सुप्रीम कोर्ट भी गया, लेकिन 32 हफ्ते यानि 7 महीने की प्रेग्नेंसी होने के चलते इजाजत नहीं मिली। कानूनन 26 हफ्ते के बाद कोर्ट की इजाजत के बगैर अबॉर्शन गैरकानूनी है। इस अवधि के बाद एबॉर्शन करने पर माँ की जान जा सकती है.
हॉस्पिटल में लड़की काउंसलिंग हुई तो पता चला कि उसके साथ उसके मामा ने 6 से 7 बार रेप किया था.
लड़की आज भी इस बात से अनजान है कि उसने किसी बच्चे को जन्म दिया है. उसे बताया गया है कि उसके पेट में पथरी थी जिसका ऑपरेशन किया गया है.
नवजात को कुछ दिन तक डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाएगा। इसके बाद चाइल्ड वेलफेयर कमेटी उसकी देखरेख करेगी, क्योंकि विक्टिम की फैमिली उसे चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के हवाले कर चुकी है। इसलिए नवजात 2 महीने तक कमेटी के पास रहेगी।
हर देश में कुछ अलग, चमत्कारी और लुभावने परिदृश्य होते हैं. किसी देश में ऊँचे-ऊँचे बर्फ से लदे पहाड़ और घाटियाँ हैं तो किसी में जीवन से भरपूर नेचर और वाइल्ड लाइफ. कहीं पर सुन्दर समुद्री जीवन और तट हैं तो कहीं पर सांस थामने वाली सुंदर झीलें. कहीं पर आसमान को छूते झरने हैं तो कहीं पर मन को छू लेने वाली संगीत से भरपूर नदियाँ.
हम यहाँ पर उन 20 सुंदर देश की सूची दे रहे हैं जो प्रकृति से प्रेम करने वाले हर पर्यटक की जीवन यात्रा का सपना और मंजिल है.
नेपाल
पहाड़ियों और ऊँचे पर्वतों से घिरा नेपाल प्राकृतिक सुन्दरता से भरपूर होने के कारण सैलानियों को अनायास ही अपनी तरफ आकर्षित करता है. नेपाल की राजधानी काठमांडू असाधारण विशिष्ट आर्किटेक्चर के स्थल के रूप में जानी जाती है. विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत माउंट एवेरेस्ट नेपाल में है.
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया के समुद्री तट लगभग 16,000 मील लम्बे हैं. इसमें दुनिया के सबसे खूबसूरत बीच यानि तट हैं. ऑस्ट्रेलिया की ग्रेट बैरियर रीफ चट्टानें पूरे विश्व में मशहूर है. ऑस्ट्रलिया का सिडनी शहर विश्व के 10 सबसे खूबसूरत शहरों में आता है. ऑस्ट्रेलिया में हमेर्सेली पर्वत श्रंखला पूरी दुनिया की दूसरी सबसे पुरानी पर्वत श्रंखला है.
फिलीपींस
फिलीपींस की खूबसूरती को कई बार इसके साथ लगते थाईलैंड की वजह से नज़रअंदाज कर दिया जाता है. फिलीपींस पूरे विश्व में सबसे सुन्दर देशों में से एक है. यह देश लगभग 7000 समुद्री टापुओं से बना है जिससे इसकी खूबसूरती का अंदाजा लगाया जा सकता है. फिलीपींस में पड़ता पलावन टापू पूरे विश्व में मशहूर है.
नॉर्वे
नॉर्वे यूरोप के सबसे खूबसूरत देशों में से एक है. नॉर्वे के ऍफ़जोर्ड गीरेंजर, नेफ्जोर्ड और सोग्नेफ़जोर्ड इस देश की सबसे सुंदर जगह हैं. इस देश के लोफोतें टापू को देख कर आप पूरी तरह से हैरान हो जायेंगे और ख़ुशी के मारे झूम उठेंगे.
ब्राज़ील
ब्राज़ील दुनिया के सबसे विविध जीवों का घर है. यह देश दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश है. यह देश अमेज़न(amazon) जंगलों और अमेज़न नदी का घर है. इस देश का पनातल जंगल पूरे विश्व में जंगली जीवों के लिए सबसे बड़ी और खूबसूरत जगह है और इस देश का रिओ दे जनेरिओ शहर दुनिया के सबसे सुंदर शहरों में से एक है.
चिली
चिली देश की सीमा भूमध्य रेखा को कवर करते हुए उप अंटार्कटिक के निकट तक फैली है. अक्षांश को देखा जाए तो यह देश लम्बाई में बहुत बड़ा है और दुनिया का अत्यधिक खूबसूरत देश भी है. यहां का अटाकामा मरुस्थल सबसे शानदार है.
भारत
भारत में राजस्थान और गोवा जैसी शानदार जगहों से लेकर उष्णकटिबंधीय बीच और हिमालय के लाजवाब ग्लेशियर हैं और यह वाराणसी के कस्बों से लेकर, दुनिया का सबसे शानदार स्मारक ताज महल जैसे अजूबों से भरा पड़ा है. दक्षिण भारत की अद्वितीय वास्तुकला से लेकर विश्व स्तर के समुद्र तट भारत में हैं. अफ्रीका के बाद भारत में ही सबसे शानदार वाइल्डलाइफ देखने को मिलती है.
यूगांडा
यूगांडा को “पर्ल ऑफ़ अफ्रीका” भी कहा जाता है. हालांकि यह देश बहुत छोटा देश है, यह देश दुनिया में अपनी अदभुत नदियों के लिए जाना जाता है. यहां दुनिया की सबसे लंबी नील नदी वहती है. इस नदी का जन्म “पर्वतों के शिखरों” से होता है. यहां पर विक्टोरिया लेक दुनिया की सबसे अदभुत नदी है.
स्विट्ज़रलैंड
स्विट्ज़रलैंड में यूरोप के ऐल्प्स के रूप में सबसे खूबसूरत पर्वत हैं. यह देश दुनिया में अपनी शानदार पहाड़ियों और सबसे साफ़ सुथरे देशों में से एक के लिए जाना जाता है. इस देश के सबसे खूबसूरत कस्बे और गलियां इस देश की खूबसूरती ओर बड़ा देती हैं.
कनाडा
कनाडा के पहाड़ दुनिया के सबसे खुबसूरत पहाड़ों में से एक है. इस देश के 12 अपोस्त्लेस और नेशनल पार्क दुनिया के सबसे सुंदर जगहों में से एक है. वैंकोवर दुनिया के सबसे खूबसूरत शहरों में से एक है. इस देश में दुनिया का सबसे लम्बा समुंद्री तट है.
केन्या
केन्या को “मासाई मारा” की धरती और वाइल्ड अफ्रीका की तस्वीर भी कहा जाता है. इस देश में जंगली-प्रवासी एक जगह से दूसरी जगह पर भारी तादाद में जाते हैं.जो अपने आप में एक अदभुत द्रश्य होता है. इस देश की नेशनल पार्कों में सबसे ज्यादा वन्य जीव रहते हैं. जो दुनिया भर से पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं.
इटली
निश्चित तौर पर यह यूरोप की सबसे सुंदर जगह है और यह पर्यटकों के लिए सबसे महान जगह है. इटली की राजधानी रोम दुनिया का सबसे शानदार शहर है. यहां दुनिया की सबसे खूबसूरत चर्च हैं और यहाँ का आर्किटेक्चर लोगों के दिलों को छू लेता है.
तंज़ानिया
तंज़ानिया में सेरेंगेती, विक्टोरिया झील, नाट्रन झील और मान्यरा झील पाई जाती है.यहां पर किलिमंजरो पर्वत जो समुन्द्र तल से 3 मील ऊँचा, भी है . यह “फ्रेडी मरकरी” का जन्म स्थल होने के साथ-2 यहां पर सबसे अच्छी वाइल्ड लाइफ भी पर्यटकों को देखने के लिए मिलती है.
कोलंबिया
आप हैरान हो सकते हैं कि यह दक्षिणी अमेरिकी देश कोलंबिया हमारी शीर्ष 10 सबसे खूबसूरत देशों में कैसे आ सकता है, लेकिन कोलंबिया अपनी इस जगह के लायक है. इस देश की कुदरती सुंदरता ही इस देश को अलग नहीं बनाती बल्कि इस देश में इसके छोटे शहर इस देश को सबसे अलग बनाते हैं.
अर्जेंटीना
अर्जेंटीना अपनी विचारोत्तेजक खूबसूरती के लिए जाना जाता है. इस देश में दो सबसे प्रभावशाली झरने बहते हैं. इस देश में मोंटे सेर्रो और मोंटे फित्जरॉय नामक सबसे ऊँचे पर्वत पाए जाते हैं.जिनकी समुन्द्र तल से ऊंचाई 6000 फीट है.
नामीबिया
अफ्रीका के मारुथल वाले देश खूबसूरती का अड्डा हैं.इस देश में एतोषा नेशनल पार्क दुनिया के सबसे महान रिसेर्वों में से एक हैं. यहां जंगली जीवों को पूरी तरह से सुरक्षित रखा जाता है.यहां पर पाया जाने वाला सोस्सुस्व्लेई मारुथल, दुनिया का अकेला सबसे सुंदर मारुथल है.
चीन
दुनिया के इस तीसरे सबसे बड़ा देश के पास दुनिया की खूबसूरत जगह भी हैं. चीन में मेकोंग नदी दुनिया की सबसे अदभुत नदी है. माउंट एवेरेस्ट और माउंट कोगिर दुनिया के सबसे बड़े पर्वत इसी चीन के बॉर्डर में पाए जाते हैं. चीन की सभ्यता पूरे विश्व में कहीं भी देखने को मिल सकती है.
न्यूज़ीलैंड
दुनिया के 20 सबसे खूबसूरत देशों में न्यूज़ीलैंड तीसरे नंबर पर आता है. इस देश का वेलिंगटन शहर दुनिया के शीर्ष 10 सबसे खूबसूरत शहरों में से एक है. न्यूजीलैंड का ऑकलैंड शहर अपने बीचों से लोगों को आकर्षित करता है.
यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका
अमेरिका का योसेमिते पार्क दुनिया का सबसे सुंदर और आकर्षित पार्क है.यह पार्क अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में है. इस देश में दुनिया के शीर्ष झरने बहते हैं.अगर आपको यह सब अदभुत नहीं लगता तो आप को अमेरिका में दुनिया के सबसे पुराने पेड़ भी मिलेंगे जो आपको यहां आने को मजबूर कर देंगे.
साउथ अफ्रीका
हर वर्ष दुनिया भर से पर्यटक दक्षिण अफ्रीका घूमने आते हैं. क्योंकि सभी देशों के पास ऐसी कुदरती सुन्दरता नहीं होती, जो दक्षिण अफ्रीका के पास है.जंगली जीवों का घर माना जाने वाला अफ्रीका में मरीन लाइफ भी देखने को मिलती है.यहाँ दुनिया की सबसे अच्छी नेशनल पार्कें मिलती हैं.
भारत केवल एक देश ही नहीं बल्कि यह सबसे प्राचीनतम जीवन-पद्धतियों और संस्कृतियों में से एक परिपूर्ण सामाजिक व्यवस्था है. यह एक सबसे समृद्ध और जादुई संस्कृतियों और धर्मों का देश है. इस देश में अलग-अलग धर्मों के लोग एक साथ बिना किसी खास समस्या के मिलजुल कर रहते हैं.
समय के साथ-2 भारत में ऐसी कई रस्में और रीति-रिवाज प्रचलन में आए हैं जो जाने-अनजाने इस विविधतापूर्ण सामाजिक व्यवस्था का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं. कुछ रीति-रिवाज तो इतने अजीब हैं कि बाहरी यानि विदेशी व्यक्ति इन्हें जान कर इन पर सहसा यकीन ही नहीं कर पाते. वे अपने आप से पूछते से प्रतीत होते हैं, नो! डोंट टेल मी! आई डोंट बिलीव इट!!
तो देखिये भारत के 10 ऐसे हैरतअंगेज रीति-अंदाज जो किसी भी बाहरी व्यक्ति को बहुत ज्यादा कन्फयूज कर सकते हैं!!
अरेंज मैरिज (व्यवस्था विवाह)
अरेंज्ड मैरिज यानि माता-पिता या सगे-संबंधियों द्वारा तय किया गया विवाह. वैसे तो अरेंज्ड मैरिज व्यवस्था कभी पूरे विश्व में प्रचलित थी. धीरे-धीरे अरेंज्ड मैरिज का प्रचलन 18वीं शताब्दी में सारी दुनिया से खत्म हो गया लेकिन भारत में यह 21वीं सदी में भी चल रही है.
दो ऐसे इंसान जो कुछ दिन तक एक-दूसरे को जानते तक नहीं थे, उम्र भर के लिए बंधन में बाँध दिए जाते हैं. हालाँकि यह व्यवस्था प्राचीनकाल में अपनाये जाने वाली स्वयंवर व्यवस्था के विपरीत है जिसमें लड़का-लड़की को अपना जीवन साथी चुनने के अधिकार होता था. अनुमान है कि यह व्यवस्था बाल-विवाह व्यवस्था के कारण अधिक प्रचलित हुई.
ऑनर किलिंग यानि तथाकथित ‘सम्मान’ की रक्षा हेतु हत्या, भारत में सबसे घिन्नौने कृत्यों में से एक है. भारत में विवाह करने वाले युवक-युवती की ख़ुशी और मर्जी ही सब कुछ नहीं. युवक-युवती निश्चित जाति, धर्मं, समुदाय और सामाजिक स्थिति से होने चाहिएं तभी शादी संभव है.
इन ‘नियमों’ की अवहेलना करने वालों की हत्या भी की जा सकती है ऐसा उनके रिश्तेदारों का मानना है. माता-पिता, भाई और बाकि सभी रिश्तेदार इन नियमों को तोड़ने वाले अपने बेटा-बेटी, सगे भाई-बहिन आदि को बिना किसी हिचक के मार डालते हैं. यह इस सामाजिक कुरीति का सबसे हैरानीजनक और खेदजनक पहलू है.
दहेज प्रथा
पुराने समय में लड़की के विवाह पर लड़की के मां-बाप अपनी पहुँच के अनुसार बेटी की विदाई कुछ जरुरी घरेलू सामान और गहनों, कपड़ों आदि के साथ विदा करते थे ताकि नए घर में उसे एडजस्ट करने कोई परेशानी न हो. समय के साथ-2 माँ-बाप का यह स्वैच्छिक फैसला ससुराल वालों की तरफ ट्रान्सफर हो गया और लोग मजबूरीवश नकदी, महंगे उपहारों के साथ लड़की की विदाई करने-करवाने लगे. लड़की के ससुराल वाले शादी से पहले लड़की के माँ-बाप के साथ विदाई में दिए जाने वाले उपहारों के लेन-देन यानि दहेज़ का सौदा करने लगे.
आज भी ‘उचित’ दहेज़ न लाने वाली लड़कियों को मार दिया जाता है ताकि लड़के की फिर से शादी करके और दहेज़ लाया जा सके. लड़के-लड़कियों को दहेज़ लाने वाली मशीन माना जाने लगा. हजारों बेटियां इस दहेज़ रुपी दानव का शिकार हो चुकी हैं लेकिन आज भी यह कुप्रथा कायम है. भले ही दहेज़ प्रथा भारत में अवैध है लेकिन फिर भी हर रोज कोई-न-कोई बेटी इसका शिकार हो रही है.
कन्या भ्रूण हत्या
भारत में लोग कई कारणों से लड़की को बोझ समझा जाता है. सभी को हर हाल में लड़का चाहिए. इसकी खातिर वे लड़की का जन्म होने से पहले ही उसको गर्भ में मार देते हैं. इसके विपरीत लड़कों को श्रेष्ठ और परिवार का ‘चिराग’ माना जाता है. भारत में कन्या भ्रूण हत्या पर प्रतिबंध है फिर भी कई लोग अवैध तरीके से लड़की को गर्भ में मार देते हैं.
बाल विवाह
कानूनन भारत में महिला की शादी की उम्र 18 वर्ष है और एक पुरुष की 21 वर्ष. फिर भी भारत में विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में बाल विवाह का रिवाज प्रचलित हैं. भारत में बाल विवाह पर 1929 में ही कानून बना दिया गया था. लेकिन अब भी कई समुदाय बाल विवाह पर प्रतिबंध को हटाने की मांग करते हैं.
बच्चे को छत से गिराना
बच्चे को छत से गिराने वाली रस्म बहुत चौंकाने वाली है. यह प्रथा महाराष्ट्र और कर्नाटक के कई ग्रामीण इलाकों में पिछले 700 वर्षों से मनाई जा रही है. इस प्रथा में 1-2 वर्ष के बच्चे को 50 फुट की ऊंचाई से नीचे गिराया जाता है. नीचे खड़े लोग उसको पकड़ते हैं, लोग ऐसा समझते हैं कि ऐसा करने से बच्चों को भगवान से आशीर्वाद मिलता है.
पशुओं या पेड़ों से शादी करने बुरे ग्रह का निवारण
अधिकतर भारतीय कुंडली और तंत्र-मंत्र में विश्वास रखते हैं. कुंडली के अनुसार में कई लोगों में मांगलिक दोष पाया जाता है. मांगलिक दोष का अर्थ है व्यक्ति का मंगल शनि आदि नीच ग्रहों से ग्रसित होना. धारणा है कि मांगलिक दोष से पीड़ित लड़के-लड़की का गैर-मांगलिक लड़के-लड़की से विवाह होने पर किसी एक की मृत्यु हो जाती है. इस दोष के निवारण के लिए पीड़ित युवक-युवती की किसी पशु जैसे कुत्ते, भैंस या किसी पेड़ जैसे पीपल, जामुन आदि से विवाह करके इस दोष से मुक्ति का प्रयास किया जाता है. यह अपने आप में इस सर्वथा दुर्लभ अनुष्ठान है जो अन्यंत्र कहीं देखने को नहीं मिलता.
केश लोचन
भारत में केश लोचन प्रथा बहुत प्रचलित है जिसमें एक आदमी अपने सर के सारे बाल कटवाकर भगवान को अर्पित करता है. वह ऐसा भगवान को खुश रखने के लिए करते हैं. यह प्रथा जैन धर्म के लोगों में बहुत प्रचलित है. कुछ रिवाज भारत में इससे भी ज्यादा दर्दनाक है.
आत्म-समालोचना (Self-Flagellation)
आत्म-समालोचना की प्रथा भारत में ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी प्रचलित है. यह प्रथा मुहर्रम के दिवस पर मनाई जाती है. मुहर्रम दिवस इस्लामी केलिन्डर के पहले महीने मनाया जाता है. इस दिन को हुसैन इब्ने अली की मौत हुई थी और साथ ही उनके साथ लड़ने वाले 72 योद्धाओं की मौत हुई थी. यह दिवस उनकी याद में मनाया जाता है.
अघोरी बाबाओं द्वारा की जाने वाली नरभक्षण, काला जादू और अन्य रस्में
वाराणसी में रहने वाले दुर्जेय अघोरी संत भगवन शिव की पूजा करते हैं. वे अपने पोस्त्मोर्टम अनुष्ठानों के लिए जाने जाते हैं. यह संत व्यक्ति के अंतिम-संस्कार में बची हुई राख को अपने शरीर पर लगाते हैं. यह संत काला जादू करते हैं और मरे हुए व्यक्ति के शरीर के मांस का सेवन भी करते हैं.
रोचक बातें : भारत में 55,015 से अधिक डाकघरों के साथ दुनिया में सबसे बड़ा डाक नेटवर्क है। औसतन 7175 लोगों की आबादी पर एक पोस्ट ऑफिस है। डल झील, श्रीनगर में तैरते डाकघर का उदघाटन अगस्त 2011 में किया गया।
मावसिंराम (Mawsynram), खासी हिल्स, मेघालय में एक गांव है, जहाँ दुनिया में सबसे ज्यादा (औसत दर्ज) वर्षा होती है। मेघालय के एक अन्य स्थान चेरापूंजी में 1861 कैलेंडर वर्ष में सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड की गयी थी.
बांद्रा वर्ली सी-लिंक में पृथ्वी के घेरे जितनी लंबी तारों का इस्तेमाल किया गया है. इस पुल का निर्माण करने के लिए 2,57,00,000 मैन ऑवर(घंटे) लगे थे, और इस पुल का वजन 50,000 अफ्रीकन हाथियों के बराबर है. यह पुल अपने आप में एक इंजीनियरिंग और वास्तुकला का बेजोड़ नमूना है.
दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट का मैदान
इस क्रिकेट मैदान की समुद्र तल से ऊंचाई 2,444 मीटर है. यह मैदान हिमाचल प्रदेश के चायल में है. यह दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट का मैदान है. इस मैदान को सन 1893 में बनाया गया था और यह क्रिकेट मैदान चायल सैनिक स्कूल का एक हिस्सा है.
शैम्पू की अवधारणा
शैम्पू की अवधारणा भारत में विकसित की गयी थी.शैम्पू का अविष्कार भारत में किया गया था. शैम्पू को जड़ी बूटियों से बनाया गया था. “शैम्पू” शब्द संस्कृत के शब्द “चम्पू” से लिया गया है.
भारतीय कबड्डी टीम सभी वर्ल्ड कप जीत चुकी है
भारतीय पुरुष कबड्डी टीम अब तक के हुए सभी कबड्डी वर्ल्ड कप जीत चुकी है, अभी तक किसी भी देश की तीं भारत को कबड्डी के खेल में नहीं हरा सकी है. भारत की महिला कबड्डी टीम भी अभी तक किसी देश की महिला कबड्डी टीम से नहीं हार पायी है.
चन्द्रमा पर पानी की खोज
चन्द्रमा पर पानी की खोज भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो द्वारा की गयी थी.सितम्बर 2009 में, सबसे पहले भारत की इसरो स्पेस एजेंसी ने अपने उपग्रह चंद्रयान-1 के माध्यम से यह पता लगाया था कि चन्द्रमा पर पानी है.
स्विट्ज़रलैंड में विज्ञान दिवस
स्विट्ज़रलैंड में विज्ञान दिवस मनाने की वजह भारत के पूर्व राष्ट्रपति ऐ.पी.जे अब्दुल कलाम हैं.भारत के पूर्व राष्ट्रपति ऐ.पी.जे अब्दुल कलाम ने वर्ष 2006 में स्विट्ज़रलैंड का दौरा किया था. उनकी यात्रा वाले दिन स्विट्ज़रलैंड में हर वर्ष 26 मई को “विज्ञान दिवस” मनाया जाता है.
राष्ट्रपति जो सिर्फ आधी तनख्वाह लेते थे
भारत की आजादी के बाद बने सबसे पहले राष्ट्रपति सिर्फ आधी तनख्वाह लेते थे. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, आजाद भारत के सबसे पहले राष्ट्रपति बने थे. वह अपनी मर्जी से अपने काम के लिए आधी तनख्वाह ही लेते थे. उन्होंने अपने 12 साल के कार्यकाल के अंत तक वह अपनी तनख्वाह का सिर्फ 25 प्रतिशत हिस्सा ही लेते थे. उस समय उनकी आमदन 10,000 रूपये थे.
राकेट को साइकिल पर लाया गया
भारत में इस्तेमाल किये गये सबसे पहले राकेट को साइकिल पर लाया गया था. भारत में इस्तेमाल किया जाने वाला सबसा पहला राकेट बहुत छोटा और हल्का था इस राकेट को चलाने के लिए थुम्बा स्टेशन में साइकिल पर ले जाया गया था. यह स्टेशन केरल राज्य के तिरुवनंतपुरम जिले में पड़ता है.
हाथियों के लिए स्पा मसाज
भारत में कई जगहों पर हाथियों के लिए स्पा मसाज का भी प्रबंध है.भारत के केरल राज्य में पड़ते पुन्नाथूर कोटा ऐसी जगह है जहाँ पर हाथियों को स्नान कराने, उनकी मसाज करने और उनके लिए खाने का भी प्रबंध है.
दूसरा सबसे बड़ा अंग्रेजी बोलने वाला देश
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अंग्रेजी बोलने वाला देश है. भारत, अमेरिका के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अंग्रेजी बोलने वाला देश है. भारत में 12 करोड़ से भी ज्यादा लोग अंग्रेजी भाषा बोलते हैं और यह आबादी आने वाले समय में ओर भी बढ़ती जायेगी.
दुनिया में सबसे ज्यादा शाकाहारी लोग
दुनिया में सबसे ज्यादा शाकाहारी लोगों की संख्या भारत में है. भारत में शाकाहारी लोगों की मांस ना खाने की वजह के पीछे उनके धार्मिक कारण या उनकी व्यक्तिगत पसंद या फिर दोनों कारण हो सकते हैं. भारत में दुनिया के सबसे ज्यादा शाकाहारी लोग रहते हैं.
सबसे बड़ा दूध का उत्पादन करने वाला देश
भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध का उत्पादन करने वाला देश है.हाल ही में भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध का उत्पादन करने वाला देश बन गया है. भारत ने वर्ष 2014 में 132.4 मीटरिक टन दूध का उत्पादन किया था जिससे भारत ने दूध उत्पादन करने में यूरोपीय यूनियन को भी पीछे छोड़ दिया था.
सबसे पहले चीनी का उपभोग
भारत पहला ऐसा देश है जहाँ सबसे पहले चीनी का उपभोग किया गया था. भारत में सबसे पहले चीनी को साफ़ करने की और निकास करने की तकनीक विकसित की गयी थी. फिर बाद में यह तकनीक भारत से पूरे विश्व में फैल गयी.
मानव कैलकुलेटर शंकुलता देवी
शंकुलता देवी जिन्हें मानव कैलकुलेटर भी कहा जाता है, उन्होंने दो 13 संख्या वाले नंबर 7,686,369,774,870 x 2,465,099,745,779 की गुना आपस में सिर्फ 28 सेकंड में कर दी थी और उनके द्वारा दिया गया जवाब भी सही था.
बंगलादेश का राष्ट्रीय-गान रवीन्द्रनाथ टैगोर ने लिखा था
रवीन्द्रनाथ टैगोर ने बंगलादेश के लिए राष्ट्रीय गान लिखा था.रवीन्द्रनाथ टैगोर जिन्होंने ने भारत के लिए राष्ट्रीय गान “जन गन मन” लिखा था. उनको बंगलादेश के लिए भी राष्ट्रीय गान लिखने का श्रेय जाता है. उन्होंने “अमार सोनार बंगला” बंगाली राष्ट्रीय गीत को लिखा था. उनको ब्रिटिश द्वारा नाइटहुड की उपाधि देने की पेशकश की गयी थी. लेकिन जलियांवाला नरसंहार की वजह से उन्होंने इस उपाधि को लेने से इनकार कर दिया था.
ध्यान चंद को जर्मन नागरिकता देने की पेशकश
मेजर ध्यान चंद को जर्मन की नागरिकता देने की पेशकश की गयी थी. वर्ष 1936 में भारतीय हाकी टीम ने जर्मनी की टीम को 8-1 से हराया था, जिसके बाद ध्यान चंद को हॉकी का जादूगर कहा जाने लगा था. हिटलर ने ध्यान चंद को जर्मनी की नागरिकता देने की और जर्मनी की हॉकी टीम की तरफ से खेलने की. साथ ही उन्हें जर्मनी की सेना में शामिल होने की पेशकश की गयी, हालाँकि ध्यान चंद ने इस पेशकश को ठुकरा दिया था.
फ्रेडी मर्करी और बेन किंग्सले भारतीय मूल के हैं
महान ब्रिटिश गायक, लेखक और निर्माता फ्रेडी मर्करी, रॉक बैंड ‘क्वीन’ के प्रसिद्ध गायक थे. उनका जन्म एक भारतीय मूल के पारसी परिवार में हुआ था. उनका अधिकतर बचपन भारत में बीता.
प्रसिद्ध ब्रिटिश अभिनेता बेन किंग्सले के जन्म का नाम कृष्णा पंडित भांजी है. बेन किंग्सले ने “गांधी” फिल्म में महात्मा गाँधी का किरदार निभाया था. उन्हें ऑस्कर और ग्रैमी पुरुस्कार से सम्मानित किया जा चुका है.
श्रीलंका के खिलाफ 21 अगस्त से शुरू होने वाली पांच मैचों की वन-डे सीरीज के लिए 15 सदस्यीय भारतीय टीम का ऐलान कर दिया गया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने रविवार को टीम की घोषणा की. विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम श्रीलंका दौरे पर पांच मैचों की वन-डे सीरीज खेलेगी। इसके बाद टीम एकमात्र टी20 मुकाबला खेलेगी।
युवराज सिंह को खराब फॉर्म के कारण एक बार फिर टीम से बाहर होना पड़ा है। इसके अलावा आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, उमेश यादव और मोहम्मद शमी को टीम के आगे के व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए आराम दिया गया है। अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, यजुवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह और शार्दुल ठाकुर को टीम में शामिल किया गया है। दक्षिण अफ्रीका में शानदार प्रदर्शन करने वाले मनीष पांडे और श्रीलंका दौरे में टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने वाले केएल राहुल को भी सीमित क्रिकेट टीम में जगह मिली है।
भारत और श्रीलंका के बीच वन-डे सीरीज का कार्यक्रम:
पहला वनडे – 20 अगस्त
दूसरा वनडे – 24 अगस्त
तीसरा वनडे – 27 अगस्त
चौथा वनडे – 31 अगस्त
पांचवा वनडे – 3 सितंबर
टी20 मैच – 6 सितम्बर
घोषित टीम इस प्रकार है: विराट कोहली(कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, केएल राहुल, मनीष पांडे, अजिंक्य रहाणे, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी(WC), हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, यजुवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, शार्दुल ठाकुर
इस बेहद फनी वीडियो में टीवी पर एक शो की लाइव रिपोर्टिंग चल रही थी. तभी अचानक एक बच्चा रिपोर्टर के पीछे मैदान पर लोटने लगा. वह शायद किसी आम शरारती बच्चे की तरह कुछ जिद्द कर रहा था.
हैमिल्टन, स्कॉटलैंड में रेसिंग का पूर्वावलोकन (preview) शो चल रहा था. ब्रॉडकास्टर जिम डेलाहट लाइव रिपोर्टिंग कर रहे थे जब यह बेहद हास्यकर घटना हुई.
शरारती बच्चा जिद्द में ऐंठने लगा और घास के मैदान में औंधे मुहं गिर गया. उसको मनाने के लिए उसके पीछे आ रही टीन-एजर लड़की ने पहले तो उसे मनाने की कोशिश की और फिर उसे उठाने की कोशिश की.
जल्दी ही लड़की को आभास हुआ कि वे दोनों कैमेर के सामने आ रहे हैं. कुछ पल सोचने के बाद लड़की ने जमीन पर लेटे बच्चे को एक टांग से पकड़ा और घसीटते हुए कैमरे की शॉट रेंज से बाहर ले गयी.
टीवी पर लाइव शो देख रहे दर्शक हंस-2 कर लोटपोट होने लगे. एक दर्शक के अनुसार अपने पूरे जीवन में उन्होंने शायद ही कभी ऐसा फनी लाइव स्पोर्ट्स शो कभी देखा हो.
भारतीय रेलवे भारतीय परिवहन व्यवस्था की लाइफलाइन है. भारतीय रेलवे, भारत गणराज्य मंत्रालय के अधीन है. भारतीय रेलवे लाइनस की कुल लम्बाई 1,15,000 किलोमीटर है. भारत की रेल गाड़ियां हर दिन अपनी रेल यात्रा में लगभग 7,500 स्टॉप्स पर रूकती हैं.
भारत का लगभग हर सामान्य व्यक्ति अपने जीवन में एक बार रेल यात्रा जरुर करता है. लेकिन कुछ रेलवे रुट्स और सफ़र ऐसे हैं जो न केवल अद्वितीय हैं बल्कि प्राकृतिक सुन्दरता और रोमांच की पराकाष्ठा का ही दूसरा नाम हैं. यदि आपको रेल यात्रा करना भाता है तो आपको ये रेल-यात्राएं जीवन में एक बार जरुर करनी चाहियें
तो, यह हैं भारत की सबसे खूबसूरत रेल यात्राएँ जो आपके रेल सफर को चिरस्मरणीय और जीवन के महान अनुभव में तब्दील कर देंगी.
श्रीनगर से बनिहाल (पीर पंजाल रेलवे सुरंग) रेल यात्रा
श्रीनगर-बनिहाल रेलवे सुरंग एशिया की दूसरी सबसे लम्बी रेलवे सुरंग है. जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर से बनिहाल की ट्रेन यात्रा आपके सफर को शानदार बना देगी. सांस को रोक देने वाले खूबसूरत दृश्य, रास्ते में 11.2 किलोमीटर लंबी सुरंग इस सफ़र का प्रमुख झलकियाँ हैं. यह सुरंग पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला में स्थित है. यह रेल लाइन कश्मीर के काजीकुंड को बारामूला शहर से जोड़ती है.
विशाखापत्तनम से आर्क वैली तक का रेल सफर
विशाखापत्तनम से आर्क वैली का सफर बहुत लुभावना है. आर्क वैली कॉफ़ी के बागानों के लिए मशहूर है. विशाखापत्तनम से आर्क वैली का सफर 3 घंटे 50 मिनट् का है. इस सफर के रास्ते में बहुत सारी गुफाएं, झरने, कॉफ़ी के बागान इत्यादि देखने को मिलते हैं. जिनको देखकर आपका सफर यादगार और रोमांचक हो जायेगा.
हस्सन से मंगलोर रेल यात्रा
यह रेल यात्रा कर्नाटक की सबसे अदभुत और खूबसूरत रेल यात्रा है. इस दक्षिण भारत के रेल सफर के रास्ते में बहुत सारे धान के खेत, सुपारी, ताड़ के पेड़, मालनद क्षेत्र के झाड़ीदार वन आदि आते हैं. इस सफर में सबसे अच्छी जगहें सुब्रह्मण्य और सक्लेश्पुर स्टेशन के बीच आती हैं दोनों के जगहों के बीच का सफर 55 किलोमीटर है जिसमें 110 गुफाएं, 57 सुरंगें, 15 ढाल और 67 पुल आते हैं. ये सारी चीज़ें मिलकर आपकी रेल यात्रा को रोमांच से भर देंगी.
नन्द्याल से गिद्दलपुर का रेल सफर
यह सफर अरुणाचल प्रदेश का सबसे खूबसूरत सफर है. नन्द्याल से गिद्दलपुर का रेल सफर 1 घंटा 49 मिनट का है. आप यह रेल सफर प्रसंथी एक्सप्रेस, अमरावती एक्सप्रेस, कोंदावीदु एक्सप्रेस ट्रेनों से कर सकते हैं. इस सफर के रास्ते में घने जंगल आते हैं.
यह सफर दक्षिण भारत का खूबसूरत रेल सफर है. यह सफर सर 2 घंटे और 6 मिनट का है. इस सफर के रास्ते प्रकृति के खूबसूर दृश्य आते हैं. इस सफर के रास्ते में 13 मशहूर धनुष के आकर के पुल आते हैं. जो बहुत ही रोमांचक कर देने वाला दृश्य हैं.
बर्फ की चोटियों और हरे भरे जंगलों के बीच “दार्जिलिंग हिल स्टेशन” हर वर्ष पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है. यहाँ पर चलने वाली टॉय ट्रेनें अपने यात्रियों के सफर बहुत आनंदित बना देती हैं. क्योंकि यह ट्रेन पहाड़ों की चोटियों में, जंगलों में और खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों में से गुजरती हुई बादलों और सूरज से लुकाछिपी का खेल खेलती हैं. दार्जिलिंग की टॉय ट्रेन, यहाँ की गलियोँ, बाजारों में से होकर गुजरती है
इस सफर की शुरुआत कालका से होती है. कालका से शिमला का सफर 5 से 6 घंटे का है. इस सफर के रास्ते में 102 सुरंगे, 870 पुल और 20 से भी ज्यादा स्टेशन आते हैं. इस सफर के रास्ते में बहुत सारे हरे भरे जंगल, गाँव और कस्बे आते हैं. यह सफर आपको पूरी जिन्दगी याद रहेगा.
वास्को डा गामा से गोवा के रास्ते में 6 राज्य आते हैं यह सफर 2 हज़ार किलोमीटर लम्बा है. इस सफर में खूबसूरत पल तब आता है जब ट्रेन दुधासागर झरने के पास से गुजरती है. जो अपने आप में एक अदभुत और देखने लायक नजारा होता है.
दक्षिण भारत का यह रेल सफर हृदय को छू देने वाला अहसास दिलाता है. इस रेल सफर के रास्ते में 2.4 किलोमीटर लम्बा पुल आता है. यह पुल नीले समुद्र के ऊपर बना हुआ है. सबसे खूबसूरत पल उस समय आता है जब रेलगाड़ी इस पुल के ऊपर से गुजरती है. यह पल रोमांच से भरा होता है.
तकनीक के विकास के साथ ही मोबाइल स्क्रीन स्पेस और एरिया को लेकर विभिन्न प्रयोग होते रहे हैं. एक ऐसी फोल्ड हो सकने वाली large screen डिवाइस को बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं जो आपकी जेब में समा सके. ऐसी ही एक डिवाइस का नाम लेनोवो फोलियो है.
फ़ोल्ड हो सकने वाले Tablet स्मार्टफ़ोन की लिस्ट में लेनोवो फोलियो का नाम चर्चा में है. हालांकि विभिन्न मोबाइल निर्माता कम्पनियां इस तकनीक को लेकर स्पर्धा में हैं. कुछ प्रोजेक्ट्स दुनिया के सामने आ रहे हैं तो कुछ पर गुपचुप तरीके से काम चल रहा है.
यह कांसेप्ट पिछले महीने हुए लेनोवो टेक वल्ड इवेंट में चीन की बहुराष्ट्रीय तकनीकी कंपनी लेनोवो ने डिस्प्ले किया है. लेनोवो फोलियो नाम का ये ‘प्रोटोटाइप’ टैबलेट एक 7.8 इंच का एंड्रायड टैबलेट है. इसके बीचोंबीच एक फोल्ड(Hinge) मौजूद है. इस Hinge की मदद से ये टैबलेट 5.5 इंच के स्मार्टफ़ोन में बदल जाता है.
लेनोवो फोलियो के एक तरफ का हिस्सा स्मार्टफोन की सामान्य स्क्रीन के रूप में काम करता है जबकि पीछे का हिस्सा ब्लैक आउट स्क्रीन में बदल जाता है. कैमरा ओन करने पर पीछे के हिस्से पर फोटो खिंचवाने वाले अपनी तस्वीर को PREVIEW भी कर सकते हैं, जोकि इसका एक cool फीचर है.
हालाँकि लेनोवो फोलियो फोन की अपनी सीमायें हैं. जैसे कि इसके दोनों तरफ का हिस्सा स्क्रीन बनना, जिससे इसको पकड़ने और उसे करने पर इसमें स्क्रैच पड़ने लाजिमी हैं. दूसरा, इसके फोल्ड का भाग जिसके बारे में संशय (doubt) बरकरार है. हालाँकि, इस टैबलेट में फोल्ड वाले स्थान में Edge-to-Edge डिस्प्ले का प्रावधान है जो कि सैमसंग गैलेक्सी के फोन में देखा जा चुका है.
टेबलेट को फोन में बदलने का कांसेप्ट हालाँकि अपने परीक्षण यानि Testing के दौर में है और लेनोवो इस पर अच्छा-खासा व्यय कर रही है. हकीकत में आने पर यह स्मार्टफोन वीडियोज, गेमिंग और मूवी watching के सारे समीकरणों को बदल सकता है. अब देखना यह है कि यह फोन कब तक मार्किट में आ पता है.
माना जा रहा है कि लेनोवो फोलियो के साथ ही सैमसंग और एलजी भी इस साल के अंत या 2018 के शुरुआत में, Flexible और फ़ोल्ड होने वाले डिवाइस को मार्किट में ला सकते हैं. यानि यह मुकाबला रोचक होने वाला है.