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जानें कुछ चीज़ें ठोस, तरल और गैसीय क्यों होती है?

कोई भी चीज़ जो जगह घेरती हो और जिसका कोई आकार या पिंड हो, हम उसे पदार्थ कहते हैं। लोहा, सोना, चांदी, पानी, आक्सीजन आदि ये सब पदार्थ हैं। आमतौर पर धातुएंठोस, पानी तरल तथा ऑक्सीजन-गैसीय अवस्था में पाई जाती हैं लेकिन ये सभी पदार्थ इन तीनों में से किसी भी अवस्था में हो सकते हैं जैसे कि ठोस, तरल या गैस

पदार्थ आधारभूत इकाइयों से मिल कर बना होता है जिसे मॉलिक्यूल्स कहा जाता है जो आगे खुद छोटी इकाइयों में बंटे होते हैं जिन्हें अणु या एटम कहा जाता है।

some things solid some liquid and some gas

ठोस अवस्था

ठोस अवस्था में किसी तत्व के मालिक्यूल्स एक-दूसरे के बहुत करीब होते हैं। उनके बीच की आकर्षण शक्ति बहुत शक्तिशाली होती है। इसी कारण ठोस पदार्थ की आकृति, आकार तथा घनत्व निर्धारित होते हैं और उन्हें आसानी से दबाया नहीं जा सकता।

तरल अवस्था

तरल अवस्था में पदार्थ के मालिक्यूल्स एक-दूसरे के इतने करीब नहीं होते और इसी के साथ उनमें खिंचाव की शक्ति भी तुलाना में कम होती है। परिणामस्वरूप तरल उसी पात्र की आकृति ग्रहण कर लेते हैं जिसमें उन्हें रखा जाता है लेकिन उनका भार वही रहता है।

गैसीय अवस्था

गैसीय अवस्था में मालिक्यूल्स एक-दूसरे से बहुत दूर होते हैं तथा उनमें खिंचाव की शक्ति बहुत कम होती है। इसका परिणाम यह होता है कि न तो इनकी आकृति और न ही भार एक जैसा रहता है। यह उस पात्र की आकृति प्राप्त कर लेता है जिसमें इसे रखा जाता है तथा इसे आसानी से दबाया जा सकता है।

ब्रह्मांड में पाए जाने वाले सभी तत्व इन उपरोक्त अवस्थाओं में पाए जा सकते हैं यानी ठोस, तरल तथा गैस में। उदाहरण के लिए पानी जो सामान्यतः तरल अवस्था में होता है बर्फ के रूप में जमने पर ठोस अवस्था प्राप्त कर लेता है और जब उसे वाष्पीकृत किया जाता है तो यह गैस का रूप लेता है।

इसी तरह से सामान्य स्थितियों में ऑक्सीजन एक गैस है लेकिन इसको ठंडा करके तरल या ठोस अवस्था में बदला जा सकता है।

पदार्थ की इन तीन अवस्थाओं के अतिरिक्त एक चौथी अवस्था भी है प्लाज्मा। पदार्थ के मालिक्यूल तथा अणु इस अवस्था में आयनीकृत (आयोनाइन्ड) होते हैं। इस अवस्था में पॉजिटिव तथा नेगेटिव दोनों तरह के आयन होते हैं।

फ्लोरेसैंटट्यूब में चमकदार पदार्थ प्लाज्मा अवस्था होती है जो रेडियो तरंगों को प्रतिबिंबित करता है। आमतौर पर तापमान को कम करने से तत्व ठोस अवस्था में आ जाता है तथा तापमान को उच्च दर्जे तक बढ़ाने से गैसीय अवस्था में पहुंच जाता है।

पंजाब केसरी से साभार

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