इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 21 जून रविवार को लगने वाला है यह इस साल का पहला सूर्य ग्रहण है । ये वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। इस साल सूर्य ग्रहण की शुरुआत सुबह 10:20 बजे के करीब हो जाएगी और इसकी समाप्ति दोपहर 01:49 बजे तक होगी।
यह ग्रहण भारत में दिखाई देने वाला है इसलिए इसका सूतककाल भी बहुत महत्वपूर्ण होगा। सूतक काल की शुरुआत 20 जून की रात 10:17 बजे से हो जाएगी।
इस सूर्य ग्रहण को काफी प्रभावशाली माना जा रहा है क्योंकि इस सूर्य ग्रहण के समय ग्रह और नक्षत्रों का ऐसा संयोग बन रहा है जो पिछले 500 सालों में नहीं बना।
आइये जानते हैं क्यों खास है ये सूर्य ग्रहण:-
क्या है वलयाकार सूर्य ग्रहण
वलयाकार सूर्य ग्रहण न ही आंशिक सूर्य ग्रहण होगा और न ही पूर्ण सूर्यग्रहण, क्योंकि चन्द्रमा की छाया सूर्य का करीब 99% भाग ही ढकेगी। आकाशमण्डल में चन्द्रमा की छाया सूर्य के केन्द्र के साथ मिलकर सूर्य के चारों ओर एक वलयाकार आकृति बनाएगी।
जिससे सूर्य आसमान में एक आग की अंगूठी की तरह नजर आएगा। जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच में आता है और सूर्य के मध्य भाग को पूरी तरह से ढक लेता है तो इस घटना को वलयाकार सूर्य ग्रहण कहा जाता है। इसके परिणामस्वरूप सूर्य का घेरा एक चमकती अंगूठी की तरह दिखाई देता है।
सूतककाल
किसी भी पूर्ण ग्रहण के शुरू होने से 12 घंटे पहले का समय सूतककाल कहलाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान मंदिरों में पूजा पाठ या कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता। सूतककाल समाप्त होने के बाद ही मंदिर खुलते हैं और लोग पूजा पाठ शुरू करते हैं।
इन स्थानों पर दिखाई देगा सूर्य ग्रहण
भारत समेत इस ग्रहण का नज़ारा नेपाल, पाकिस्तान, सऊदी अरब, यूऐई, एथोपिया तथा कोंगों में दिखेगा। वहीं भारत में देहरादून, सिरसा अथवा टिहरी जैसे कुछ प्रसिद्ध शहरों में वलयाकार सूर्य ग्रहण का खूबसूरत नज़ारा देखने को मिलेगा। देश के अन्य हिस्सों में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा।
सूर्य ग्रहण के दौरान इन बातों का ध्यान रखें
- बच्चों से लेकर बड़ों तक कोई भी इस ग्रहण को नंगी आँखों से न देखें। ऐसा करने से आपकी आँखों पर बुरा असर हो सकता है।
- ग्रहण के वक्त आकाश की ओर देखने से पहले सोलर फिल्टर चश्मा लगाएं और नज़र नीचे करने के बाद या ग्रहण समाप्त होने के बाद ही इसे हटाएं।
- ग्रहण के वक्त कार एवं कोई भी अन्य वाहन न चलाएं लेकिन यदि आप घर से बाहर हो तो ग्रहण के समय अपने वाहन की हेडलाइट जलाकर और अन्य वाहनों से कुछ दूरी बनाकर ही वाहन चलाए। ग्रहण के समय ड्राइविंग में विशेष सावधानी बरतनी होगी।