प्यार की मिसाल हैं ये भारत की ऐतिहासिक इमारतें
भारत अपनी समृद्ध विरासत और संस्कृति के लिए जाना जाता है और इसकी वास्तुकला को कई किलों, महलों, मंदिरों से सजाया गया है। स्मारक हमेशा ऐतिहासिक महत्व की याद दिलाते हैं। प्यार के प्रतीक के रूप में निर्मित इन इमारतों में देश के कुछ सबसे अधिक महत्वपूर्ण किले और महल शामिल हैं।
इन ऐतिहासिक इमारतों को आज भी प्यार की मिसाल के रूप में संजोकर रखा गया है। प्रेम, कुर्बानी और कर्त्तव्य की कुछ सबसे अधिक महाकाव्य कहानियों की साक्षी इन ऐतिहासिक स्मारकों ने हर पीढ़ी को अपनी प्रेम की कहानी सुनाई है।
ताज महल, उत्तर प्रदेश
इस पूरे संसार में ताजमहल से अधिक भव्य और राजसी प्यार का कोई प्रतीक नहीं है। सफेद संगमरमर से बने ताजमहल को मुगल सम्राट शाहजहाँ ने 1632 और 1653 के बीच अपनी पत्नी मुमताज महल के लिए एक मकबरे के रूप में बनवाया था। उनकी पत्नी की मृत्यु प्रसव के दौरान हो गई थी।
मुमताज महल और शाहजहां की याद दिलाने वाले इस मकबरे के अंदर मुमताज महल को दफनाया गया था। उन्हीं के मकबरे के बगल में शाहजहां को भी दफनाया गया था। ताज महल की इमारत के बाहर एक विशाल बगीचा भी था जो आज के समय में कम ही देखने को मिलता है। प्यार की मिसाल ताहमहल को दुनिया के सात अजूबों में शामिल किया गया है।
चित्तौड़गढ़ किला, राजस्थान
भारत के सबसे बड़े किलों में से एक चित्तौड़गढ़ किले को 7वीं शताब्दी में बनवाया गया था। चित्तौड़गढ़ किला रानी पद्मिनी और राजा रतन रावल सिंह की ऐतिहासिक प्रेम कहानी का प्रतीक है। राजा रतन सिंह ने कई परीक्षाओं के बाद रानी पद्मिनी को पाया था।
इसके बाद वह उन्हें अपने साथ चित्तौड़गढ़ लेकर आए थे। स्मारक का मुख्य आकर्षण, तीन मंजिला प्राचीन रानी पद्मावती का महल है जो कमल कुंड के किनारे बना है। इस किले की शिल्पकला और वास्तुकला दोनों ही बहुत आकर्षक हैं l
रूपमती मंडप, मध्य प्रदेश
एक सुरम्य पठार पर स्थित रूपमती का मंडप विरासत और ऐतिहासिक वास्तुकला के लिए मशहूर है। ये किला मांडू शहर में स्थित है। मैदान से 366 मीटर की ऊंचाई पर रूपमती मंडप का यह किला बहुत ही दिलचस्प और आकर्षक है। इसमें विशाल गोलार्ध के गुंबद और मेहराब हैं। इस गुंबददार रूपमती मंडप से नर्मदा नदी भी नज़र आती है जो कि 366 मीटर नीचे बहती है।
मांडू, राजकुमार बाज बहादुर और रानी रूपमती की पौराणिक प्रेम कहानी के लिए लोकप्रिय है। मांडू के अंतिम स्वतंत्र शासक सुल्तान बाज बहादुर को मालवा की रानी रूपमती की मधुर आवाज़ से प्यार हो गया था।
शासक ने रूपमती के आगे शादी करने का प्रस्ताव रखा लेकिन रानी रूपमती ने एक शर्त रखी कि अगर राजा एक ऐसे महल का निर्माण करेगा जहां से वह नर्मदा नदी को देख सकती है, तो वह उससे शादी करेगी। इस प्रकार रूपमती मंडप अस्तित्व में आया और यह उन दोनों की शाश्वत प्रेम कहानी का गवाह है।
मस्तानी महल, महाराष्ट्र
यह महल पेशवा बाजीराव द्वारा बनवाया गया था। शनिवारवाड़ा किला कई ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह रहा है। पुणे का गौरव और सम्मान शनिवारवाड़ा किला प्रथम बाजीराव और उनकी खूबसूरत दूसरी पत्नी मस्तानी का घर रह चुका है।
पेशवा बाजीराव के परिवार ने उनकी धार्मिक निष्ठाओं में अंतर होने के कारण मस्तानी को कानूनी रूप से पत्नी के रूप में स्वीकार करने से इनकार कर दिया था इसलिए बाजीराव ने शनिवारवाड़ा किले में मस्तानी महल का निर्माण किया जहां वह दोनों साथ रहते थे।
इस किले के द्वार पर अभी भी एक छोटे से नोटिस पर ‘मस्तानी दरवाजा’ लिखा है जिसका उल्लेख पुराने अभिलेखों में किया गया है, इसका नाम मस्तानी के नाम पर रखा गया था l