महाशिवरात्रि हिंदुओं के सबसे महत्वपूर्ण और शुभ त्योहारों में से एक है जो हर साल फरवरी और मार्च के महीने में आता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, यह त्यौहार फाल्गुन या माघ महीने के कृष्ण पक्ष के चौदहवें दिन मनाया जाता है।
इस साल 2024 में महाशिवरात्रि 8 मार्च को है। महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त का समय शाम 06 बजकर 25 मिनट से 09 बजकर 28 मिनट तक है।
इस पोस्ट में हम महाशिवरात्रि पर महादेव को प्रसन्न करने के अचूक उपायों के बारे में जानेगें, तो चलिए शुरू करते हैं।
महाशिवरात्री का महत्व
तीनों लोकों के मालिक भगवान शिव के विवाह का दिन यानि महाशिवरात्रि है। फाल्गुन कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन महाशिवरात्रि पड़ती है। इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न कर लेने से सभी मनुष्य की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
महाशिवरात्रि के अवसर पर सारे देवी-देवता एकत्रित होते हैं। इसलिए इसदिन भगवान शिव की कृपा से सभी देवी-देवताओं की कृपा मिलती है और रुके हुए सभी काम पूरे हो जाते हैं। आइए जानते महाशिवरात्रि पर महादेव को प्रसन्न करने के उपाय:
- भगवान शिव की पूजा करते समय ऊँ महाशिवाय सोमाय नमः मंत्र का जाप करें।
- जल चढ़ाते समय शिवलिंग को हथेलियों से रगड़ना चाहिए। इस उपाय से किसी की भी किस्मत बदल सकती हैं।
- नंदी बैल को महादेव का वाहन कह कर पूजा जाता है। इस दिन नंदी बैल को हरा चारा खिलाना चाहिए, इससे धन लाभ और सुख समृद्धि प्राप्त होगी।
- अगर आप शिवरात्रि पर किसी बिल्व वृक्ष के नीचे खड़े होकर खीर और घी का दान करते हैं, तो आप पर महालक्ष्मी की विशेष कृपा होगी।
- इस दिन सुबह, दोपहर, शाम और रात इन चारों प्रहर में रुद्राष्टाध्यायी पाठ के साथ भगवान शिव का अलग-अलग पदार्थों जैसे दूध, गंगाजल, शहद, दही या घी से अभिषेक करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
- चार पहर दिन में शिवालयों में जाकर शिवलिंग पर जलाभिषेक और बेलपत्र चढ़ाने से महादेव की अनंत कृपा प्राप्त होती है।
- इस दिन पर्स में लाल रंग का कागज, चावल, पीपल का पत्ता, चांदी का सिक्का और रुद्राक्ष रखने चाहिए।
- इस दिन भगवान शिव पर शहद चढ़ाने से नौकरी या व्यवसाय में आ रही बाधाएं दूर हो जाएंगी।
- इस दिन शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने से रोगों से मुक्ति मिलेगी।
- किसी सुहागन को लाल साड़ी, लाल चूड़ियां, कुमकुम आदि सुहाग का सामान उपहार में दें। इससे वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर हो जाती हैं।
- मुखी रुद्राक्ष को कुमार कार्तिकेय का स्वरूप माना जाता है। इसलिए इस दिन इस रुद्राक्ष को धारण करने से धन और स्वास्थ्य दोनों पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है।
- इस दिन शिवलिंग पर गाय का दूध अर्पित करने से कलह – क्लेश से छुटकारा पाया जा सकता है।
- इस दिन जरूरतमंद व्यक्ति या गरीबों को दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
- इस दिन घर में स्फटिक का शिवलिंग लाकर स्थापित करें और नियमित इसकी पूजा करें। इससे घर में किसी प्रकार के वास्तुदोष का अशुभ प्रभाव नहीं होता है।
- बिल्वपत्रों पर चंदन से ॐ नमः शिवाय या श्रीराम लिखें। इसके बाद इन पत्तों की माला बनाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं।
- महाशिवरात्रि के अवसर पर सारे देवी-देवता एकत्रित होते हैं इसलिए अन्य देवताओं की स्तुति भी विशेष फलदायी होती है
कैसे करे महाशिवरात्रि व्रत और पूजा की विधि
- मिट्टी के लोटे में पानी या दूध भरकर, ऊपर से बेलपत्र, आक-धतूरे के फूल, चावल आदि डालकर ‘शिवलिंग’ पर चढ़ाना चाहिए। अगर आस-पास कोई शिव मंदिर नहीं है, तो घर में ही मिट्टी का शिवलिंग बनाकर उनका पूजन किया जाना चाहिए।
- शिव पुराण का पाठ और महामृत्युंजय मंत्र या शिव के पंचाक्षर मंत्र ॐ नमः शिवाय का जाप इस दिन करना चाहिए। साथ ही महाशिवरात्री के दिन रात्रि जागरण का भी विधान है।
- शास्त्रीय विधि-विधान के अनुसार शिवरात्रि का पूजन ‘निशीथ काल’ में करना सर्वश्रेष्ठ रहता है। हालाँकि भक्त रात्रि के चारों प्रहरों में से अपनी सुविधानुसार यह पूजन कर सकते हैं।