इनलैंड ताइपन (अंतर्देशीय ताइपन) ऑस्ट्रेलिया में पाई जाने वाली साँप की एक अत्यंत ज़हरीली प्रजाति है जो अपने घातक जहर के लिए जानी जाती है। इनलैंड ताइपन (Inland Taipan) जहरीले सांपों की सूची में सबसे ऊपर आता है। इस सांप का वैज्ञानिक नाम ऑक्सीयूरेनस माइक्रोलेपिडोटस (Oxyuranus Nicrolepidotus) है।
इनलैंड ताइपन को इसके घातक जहर के कारण “भयंकर सांप” भी कहा जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार इसके ज़हर की मात्र दो से तीन बूंदें ही 100 व्यस्क लोगों को मार सकती है और तकरीबन 250,000 चूहों को भी। अंतर्देशीय ताइपन भारत के सबसे ज़हरीले सांप किंग कोबरा से 50 गुना ज़्यादा ज़हरीला होता है।
आकार एवं स्वभाव
अंतर्देशीय ताइपन गहरे भूरे रंग का होता है, जिसमें स्पष्ट रूप से दिखाई देने वाली शल्कें होती हैं। इस सांप की गर्दन और सिर का रंग आमतौर पर शरीर के बाकी हिस्सों की तुलना में अधिक गहरा होता है।
इसकी एक अनूठी विशेषता यह है कि अंतर्देशीय ताइपन की त्वचा का रंग मौसम के अनुसार बदलता है, गर्मी के महीनों में इसका रंग गहरा भूरा और सर्दियों के महीनों में हल्का पीला हो जाता है। गहरा रंग गर्मियों में इसे ठंडा रखने में मदद करता है। इसी तरह, त्वचा का हल्का रंग इसे सर्दियों के दौरान गर्म रहने में मदद करता है।
इसकी आँखों का आकार बड़ा होता है, जिनमें काले-भूरे रंग की पुतलियां होती हैं। अंतर्देशीय ताइपन की कुल लंबाई औसतन लगभग 1.8 मीटर (5.9 फीट) है, हालांकि एक रिसर्च के दौरान इसकी अत्यधिक लम्बाई 2.5 मीटर (8.2 फीट) मापी गई है। इसके नुकीले दांत 3.5 से 6.2 मिमी लंबे होते हैं।
यह सांप शर्मीले स्वभाव का होता है और ज्यादातर जमीन के नीचे रहना पसंद करता है। दुनिया में सबसे जहरीली साँप प्रजाति होने के बावजूद, अंतर्देशीय ताइपन काफी एकान्तप्रिय होते हैं। जब तक इस सांप को उकसाया न जाए तब तक वह किसी पर हमला नहीं करता है।
आहार
इनका मुख्य शिकार छोटे चूहे, छिपकलियां और अन्य छोटे स्तनधारी जानवर होते हैं। इनके काटने के बाद इनके शिकार की मौत कुछ ही मिंटो में ही हो जाती हैं इसके बाद ये इसे पूरा निगल जाते हैं।
यह केवल दिन के शुरुआती घंटों में स्तनधारियों पर हमला करता है। अंतर्देशीय ताइपन काफी फुर्तीला और तेज़ है और स्तनधारियों पर सटीकता से हमला करता है।
प्रजनन प्रक्रिया
इनलैंड ताईपन एक अंडा देने वाला सांप है यह एक बार में ये लगभग एक से दो दर्जन अंडे दे सकते हैं। ये अंडे लगभग दो महीने में फूट जाते हैं। इन्हें आमतौर पर बिलों और गहरी दरारों में रखा जाता है। अंडे से निकले बच्चों की लंबाई तकरीबन आधे फुट से 1 फुट तक के बीच में होती है। इनका जीवनकाल लगभग 10 से 15 साल तक का होता है।
ज़हर
अंतर्देशीय ताइपन में प्रीसानेप्टिक न्यूरोटॉक्सिन और पोस्टसिनेप्टिक न्यूरोटॉक्सिन नामक ज़हर पाया जाता है। इस प्रजाति द्वारा वितरित जहर की औसत मात्रा 44 मिलीग्राम है, और दर्ज की गई अधिकतम मात्रा 110 मिलीग्राम है।
इंडलैंड ताइपन के काटने के लक्षणों में सिरदर्द, उल्टी, पेट में दर्द, और लकवा शामिल हैं। इसका ज़हर इतना खतरनाक होता कि मनुष्य के शरीर में प्रवेश करते ही तुरंत मांसपेशियों को जमा देता है।