इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 8 नवंबर 2022 को लग रहा है। चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है जो तब होती है जब कोई खगोलीय पिण्ड या अंतरिक्ष यान अस्थायी रूप से किसी अन्य पिंड की छाया में आता है या उसके और दर्शक के बीच कोई अन्य पिंड आ जाता है।
इस दौरान चंद्रमा पर पूरी तरह से पृथ्वी की परछाई आ जाती है। कभी कभी पृथ्वी की यह छाया चंद्रमा पर एकदम लाल रंग की होती है।
चंद्र ग्रहण का समय
प्रारंभ : 3 बजकर 46 मिनट पर
समाप्त 6 बजकर 19 मिनट पर
जानें कहां कहां दिखेगा चंद्रग्रहण
ज्योतिष विज्ञान के मुताबिक यह चंद्र ग्रहण भारत में थोड़े समय के लिए ही दिखेगा। भारत के साथ ही यह ग्रहण यूरोप, मध्य पूर्व, उत्तरी अफ्रीका, पश्चिम एशिया सहित कई देशों में दिखेगा।
भारत में चंद्र ग्रहण का प्रभाव भारत के भू-भाग पर भी पड़ेगा और उत्तर प्रदेश के अधिकांश शहरों अयोध्या, प्रयागराज, वाराणसी गोरखपुर, लखनऊ मुरादाबाद, बरेली, आगरा, मुजफ्फरपुर पर देखा जा सकेगा। इन जगहों पर सूतक काल भी मान्य होगा।
ग्रहण के दौरान करें ये काम
ग्रहण काल के दौरान हमारे आसपास सब कुछ प्रभावित होता है। चंद्र ग्रहण के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए ग्रहण के दौरान गुरु मंत्र का जाप करना चाहिए, ऐसा कहा जाता है कि गुरु ग्रह के बीज मंत्र ‘ओम ग्रां ग्रीन ग्रुन्स: गुरुवे नमः‘ का जाप फलदायी होता है।
साथ ही ग्रहण के दौरान महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना फलदायी होता है ग्रहण के समय तुलसी का एक पत्ता मुंह में रखना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण से पहले और ग्रहण समाप्त होने के बाद व्यक्ति को स्नान करना चाहिए, जबकि ग्रहण समाप्त होने के बाद दान-पुण्य करना चाहिए, इसके अलावा ग्रहण समाप्त होने के बाद पूरे घर को गंगाजल से शुद्ध करें।