साइकिल का आविष्कार एक क्रांतिकारी अविष्कार था जिसने हमारे जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन किया। क्या आपको पता है कि साइकिल का आविष्कार कैसे हुआ, किसने किया और कब किया था? तो आइये जानिए इसके अविष्कार के बारे में।
सबसे पहले आपको बता दें कि ‘बाइसाइकिल‘ एक फ्रांसीसी शब्द है। वर्ष 1860 में पहली बार फ्रांस में ही दो पहियों वाली सवारी को ‘बाइसाइकिल’ कहा गया था।
वर्ष 1880 में इंगलैंड के निवासी हैंस रोनाल्ड ने चेन वाली बाइसाइकिल का आविष्कार किया था। यह बाइसाइकिल बनाते समय इस बात पर ख़ास ध्यान रखा गया था कि, साइकिल के दोनों टायर एक जैसे होने चाहिए।
वर्ष 1890 के मध्य में बीसवीं सदी तक की अवधि को ‘गोल्डन एज ऑफ बाइसाइकिल‘ कहा जाता है। इसी समय साइकिल को नई शक्ल मिली थी, और इसमें बराबर आकार के पहिए, स्टीयरिंग और पहियों में चेन भी इसी दौरान लगाई गई थी।
माना जाता है कि, 1817 में जर्मनी के बैरन कार्ल वॉन ड्रेइस ने सर्वप्रथम साइकिल की रूप-रेखा तैयार की थी। दो पहियों वाली वह पहली बाइसाइकिल थी। वर्ष 1817 में उन्होंने 14 कि.मी. तक इसकी सवारी की थी।
वह अपनी सवारी को ‘रनिंग मशीन‘ कहते थे। इसमें पैडल नहीं लगा हुआ था। इसे चलाने के लिए बाइसाइकिल की सीट पर बैठकर चालक को जमीन पर दौड़ लगानी पड़ती थी।
क्या आप जानते हैं?
एक कार की जगह 15 साइकिलें खड़ी हो सकती हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी टंडम साइकिल लगभग 20 मीटर लम्बी है, जिस पर 23 लोग बैठ सकते हैं।
पहली साइकिल रेस 31 मई, 1868 को हुई थी। इसका आयोजन पैरिस के पार्क दे सेंट क्लाऊड में किया गया था। यह रेस 1200 मीटर की थी। इसके विजेता रहे थे इंगलैंड के जेम्स मूरे।
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