भारत की ऐसी अनगिनत महिलाएँ हैं जिन्होंने अपने अतुलनीय कार्यों और योगदान से दुनिया में अपना लोहा मनवाया है।
सदियों से ही पुरुषों के समाज में हावी रहने के चलते महिलाओं को तुच्छ निगाह से देखा जाता रहा। लेकिन समय-समय पर महिलाओं ने अपनी अद्भुत बौधिक, शारीरिक और राजनीतिक क्षमता का इस्तेमाल करके पुरुषों के भ्रम और अभिमान को तोड़ा है।
आज महिलाएँ हर क्षेत्र में पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। शिक्षा के अवसरों का सदुपयोग करके महिलायें आज हर क्षेत्र में पुरुषों से इक्कीस नज़र आती हैं।
आज हम कुछ ऐसी ही महिलाओं के बारे में चर्चा करेंगे जिन्होंने अपने अभूतपूर्व कारनामों से भारत देश का नाम रोशन किया है।
मदर टेरेसा
मदर टेरेसा पहली भारतीय महिला थीं जिन्होंने नोबेल पुरस्कार जीता। मदर टेरेसा ऐसे व्यकतित्व की धनी थी, जिन्होंने दुखी और पीडित व्यक्तियों की सेवा साधना में अपना सम्मपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया था। सभी वर्गों और आम जन को अपना मानने वाली इस महान संत को विश्व का सर्वोच्च नोबेल पुरस्कार, शांति और सदभावना के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए प्रदान किया गया।
रीता फारिया पॉवेल
रीता फारिया पॉवेल का जन्म मुंबई में हुआ. वह एक भारतीय मॉडल होने के साथ साथ एक डॉक्टर भी थीं। सन 1966 में उन्हें मिस-वर्ल्ड ख़िताब से नवाजा गया और वह ऐसा करना वाली पहली एशियाई महिला थीं। एक ऐसे दौर में जहां महिलाओं को हर चीज़ की मनाही थी इस बेहद सुंदर और प्रतिभाशाली महिला ने सारी बाधाओं पर विजय पाई।
किरण बेदी
किरण बेदी का जन्म 9 जून 1949 को हुआ. वह एक भारतीय राजनीतिज्ञ व सामाजिक कार्यकर्ता हैं। इसके साथ-साथ वह एक पूर्व टेनिस खिलाड़ी भी हैं। सन1972 में वह भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में शामिल हुईं ।वह ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला हैं।
सरोजिनी नायडू
सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 को हैदराबाद में हुआ। उनका पैतृक घर बांग्लादेश में था। वह भारत की पहली महिला थीं जो राज्यपाल चुनी गयी थीं।
कल्पना चावला
कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च 1962 को पंजाब के करनाल (अब हरियाणा में) में हुआ था। वह भारतीय व अमेरिका की पहली महिला थी जिन्होंने अंतरिक्ष की यात्रा की थी।
इंदिरा गांधी
इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवम्बर 1917 हुआ। वह भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री बनी। वह 1966 से लेकर 1977 तक तथा फिर 1980 से लेकर 1984 तक भारत की प्रधानमंत्री रहीं।
सुरेखा यादव
सुरेखा यादव का जन्म 2 सितम्बर 1965 को हुआ। वह भारतीय रेलवे की पहली महिला ट्रेन चालक हैं।
बछेंद्री पाल
बछेंद्री पाल का जन्म 24 मई 1954 को बम्पा, चमोली जिला, उतराखंड, भारत में हुआ। 1984 में वह माउंट एवरेस्ट के शिखर तक पहुंचने वाली पहली महिला बनीं।
सरला ठकराल
सरला ठकराल का जन्म 1914 में नयी दिल्ली में हुआ। वह भारत की पहली विमान उड़ान भरने वाली महिला थी। सन1936 में, केवल 21 साल की उम्र में उन्होंने विमानन पायलट लाइसेंस अर्जित किया और उड़ान भरी।
प्रतिभा पाटिल
प्रतिभा देवी सिंह पाटिल का जन्म 19 दिसंबर, 1934 हुआ। वह भारत के राष्ट्रपति के रूप में काम करने वाली पहली महिला हैं. उन्होंने भारत के राष्ट्रपति के रूप में 2007 से लेकर 2012 तक अपनी सेवाएँ प्रदानं की।
दुर्बा बनर्जी
दुर्बा बनर्जी ने अपनी विमानन कैरियर की शुरुआत सन 1959 में की. उन्होंने हवाई सर्वेक्षण पायलट के रूप में डकोटा राज्य की कलिंग एयरलाइंस कम्पनी में अपनी पहली उडान से की।
सुष्मिता सेन
सुष्मिता सेन का जन्म हैदराबाद, आंध्र प्रदेश, भारत में हुआ। वह 1994 में मिस यूनिवर्स का ताज जीतने वाली पहली भारतीय हैं।
आनंदीबाई जोश
आनंदीबाई जोश का जन्म 31 मार्च 1865 में कल्यान में हुआ। वह पहली महिला डॉक्टर थीं। आनंदीबाई गोपालराव जोशी पहले दक्षिण एशियाई महिला चिकित्सकों में से एक है। साथ ही वह पहली भारतीय महिला चिकित्सक थीं।
साइना नेहवाल
साइना नेहवाल का जन्म 17 मार्च 1990 को हिसार, हरियाणा में हुआ। वह ओलिंपिक बैडमिंटन में कांस्य पदक जीतने वाले पहली भारतीय महिला हैं। साइना नेहवाल ने लन्दन ओलंपिक 2012 में यह पदक जीता था। साइना नेहवाल महिला एकल में दुनिया की पूर्व नंबर 1 खिलाडी भी हैं।
सानिया मिर्जा
सानिया मिर्जा का जन्म 15 नवम्बर 1986 हैदराबाद, तेलंगाना, भारत में हुआ। सानिया मिर्जा एक पेशेवर टैनिस खिलाड़ी है जो वर्तमान में महिला युगल रैंकिंग में नंबर 1 पर हैं। टेनिस की दुनिया में उन्होंने 2003 में कदम रखा था। जूनियर खिलाड़ी के तौर पर सानिया मिर्जा10 सिंगल्स और 13 डबल खिताब जीत चुकी हैं। 2006 में सानिया मिर्जा पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी जिन्होंने ग्रैंड स्लेम में प्रवेश किया था।
यह है कुछ चुनिंदा महिलाएँ जिन्होंने भारत का नाम रोशन किया है। ये वह महिलाएँ है जिनकी वजह से भारत का नाम इतिहास के सुनहरे पन्नों में लिखा गया है।