दुनिया बहुत सारे अजीब रहस्यों से भरी है, आकाशगंगा भी उनमें से एक है। तमाम वैज्ञानिक समय-समय पर इससे जुड़े रहस्यों पर रिसर्च करते रहते हैं।
उन्होंने एक नई रिसर्च में पाया है कि ब्रह्मांड को जोड़ने और बनाने में 80 प्रतिशत ‘डार्क मैटर’ का उपयोग हुआ है जो एक रहस्यमयी पदार्थ है। इसका नक्शा बनाते समय उन्हें ऐसी जानकारी मिली है जो वाकई हैरान करने वाली है।
अमेरिका की पैंसिलवेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने बताया कि आकाशगंगाओं के बीच कुछ रहस्यमयी और छिपे हुए ‘ब्रिज’ यानी पुल देखने को मिले हैं जो किसी मकड़ी के जाल जैसे हैं।
इन ब्रिज और ‘डार्क मैटर’ की वजह से ही ‘ब्रह्मांडीय जाल’ बना है। इसका मतलब यह है कि हमारी आकाशगंगा और किसी दूसरी आकाशगंगा के बीच भी ऐसा ब्रिज हो सकता है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि दो आकाशगंगाओं के बीच बनने वाली गुरुत्वाकर्षण शक्ति की वजह से ‘ब्रिज’ बनता है यानी अगर आप एक ‘ब्रिज’ पर पहुंचते हैं तो एक आकाशगंगा से दूसरी में खींचे या वापस भेजे जा सकते हैं।
जैसे-जैसे ब्रह्मांड बढ़ता जा रहा है, वैसे वैसे इसकी जटिलता भी बढ़ती जा रही है।
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