नव वर्ष यानी 1 जनवरी का दिन सम्पूर्ण विश्व में धूमधाम से मनाया जाता है। इस अवसर पर लोग एक-दूसरे को आने वाले वर्ष के शुभ होने के लिए शुभकामनाएं तथा बधाइयां देते हैं।
इसके लिए विश्व भर में रहने वाले लोग अपनी-अपनी भाषा का उपयोग करते हैं। इसी प्रकार हमारे देश में कश्मीर से कन्याकुमारी तक विभिन्न प्रांतों में भिन्न-भिन्न भाषाएं बोली जाती हैं और लोग अपनी-अपनी भाषा में नव वर्ष की बधाइयां देते हैं।
विभिन्न देशी-विदेशी भाषाओं में नव वर्ष की बधाई ऐसे दी जाती है।
- अफगानी भाषा में- ‘नवरोज मुबारक’
- स्पेनिश में- ‘फेलिज अनो नूएवो’
- जर्मन में- ‘फ्रोहेस न्यूएस जाअर’
- डेनिश में- ‘गॉडत नयतार’
- फ्रैंच में- ‘बोनी एनी’
- बुल्गेरियन में- ‘चेस्तिता नावो गोदिना’
- अफ्रिकांस में- ‘जेलूकिगे नूवे जार’
- चीन की मंडारिन भाषा में -‘शिननियान क्वाईले’
- डैनिश में- ‘जेलूकिग निऊवाजार’
- अरेबिक में- ‘सनत जादिदात साइएदा’
- तुर्किश में- ‘येनि विलिन कुतलु ओलसन’
- थाई में- ‘सवास्दी पी हिम’
- पोलिश में – ‘सेजेइसलीवेगो नोवेगो रोकू’
- नार्वेजियन में- ‘गोड्त न्यात्तर’
- ग्रीक में- ‘एफ्तिचेसमिनो तो नियो एतोस’
- हंगेरियन में- ‘बोलडाग उज एवेत’
- इंडोनेशियन में- ‘सेलामत ताहुन बारू’
- ईराकी में- ‘सनह दिदाअ’
- आइरिश में-‘अथभिलियानुआ फी महईसे दहयीट’
- नेपाली में-‘नव वर्षको हर्दिकमंगलमयशुभकामना’
- स्वीडिश में – ‘गोट नायत अर’
- इतालवी में- ‘फेलिसे ऐनेनो न्यूओवो’
- फिलिपींस में- ‘मालिगायांग बागोंग ताओन’
- पुर्तगाली में- ‘फेलिज अनो नोवो’
- श्रीलंका (सिंघलीज) में – ‘सुभाह नवा वर्षक’
भारतीय भाषाओं में नव वर्ष की बधाइयां
- हिन्दी में- ‘नव वर्ष मंगलमय हो’, ‘नूतन वर्ष शुभ हो’
- संस्कृत में – ‘शुभं नववर्षम्’, ‘नववर्ष मंगलमय अस्तु’, ‘नूतन वर्षम् सुखदम भवः’
- पंजाबी में- ‘नवें साल दियां लख लख बधाइयां’, “नवें साल दियां मुबारकां’
- बंगाली में- ‘शुबो नाबोबोर्टी’
- सिंधी में- ‘नायूओ साल मुबारक हौजे’
- उड़िया में- ‘नववर्ष शुभेच्छा’
- गुजराती में- ‘नूतन वर्ष अभिनंदन’
- तमिल में- ‘पुथादू वलत्तूक्कल’
- तेलुगु में – ‘नूतन सम्वत्सर शुभकांशालू’
- उर्दू में- ‘नया साल मुबारक’
- कन्नड़ में- ‘होसा वर्षदा शुभसाया
- मराठी में- ‘नवीन वर्षच्या शुभेच्छा’
- राजस्थानी में – ‘नवें साल री बधाइयां’
दुनिया में 80 नव वर्ष आज जो कैलेंडर दुनियाभर में प्रचलित है, उसे ईसाई धर्मगुरु पोप ग्रेगोरी अष्टम ने साल 1582 में तैयार किया था। इसे ग्रेगोरियन कैलेंडर नाम दिया गया।
1 जनवरी को नया साल इसी कैलेंडर के अनुसार मनाया जाता है दुनिया भर में केवल उसी दिन नया वर्ष नहीं मनाया जाता है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि साल भर में करीब 58 दिन दुनिया के किसी न किसी देश में नया साल मन रहा होता है। दरअसल, दुनियाभर में अलग-अलग सभ्याताएं हैं।
इस हिसाब से साल के 365 दिनों में 80 नववर्ष आते हैं लेकिन इनमें से कई तारीखें एक ही दिन पड़ती हैं, इस कारण से साल के 12 महीनों में से EAMMAD 58 दिन नया साल मनाया जाता है।
इसमें एक चौंकाने वाली बात यह भी है कि हर महीने ऐसा कोई न कोई दिन जरूर होता है जब कहीं न कहीं नया साल मनाया जाता है।