बिना ड्राईवर की कार:- आने वाले समय में आपको ऐसी कारें मिलेंगी, जिनमें ड्राईवर नहीं होगा। कैलिफोर्निया के डिपार्टमेंट ऑफ मोटर व्हीकल से सात कंपनियों ने बिना ड्राइवर वाली कार के परीक्षण के लिए लाइसेंस ले रखा है। गूगल कंपनी ने इस प्रोजेक्ट पर 2012 से अपना काम शुरू कर दिया था और अभी इस कार को गूगल इंजिनियर सेबेस्टियन टीम अपनी लैब में अलग- अलग परीक्षाओं से गुज़ार रही हैं।
2015 में गूगल ने बिना ड्राइवर वाली कार का सफल परीक्षण किया था। गूगल की यह कार टू सीटर थी, जिसमें पारंपरिक स्टीयरिंग, एक्सेलरेटर, ब्रेक आदि हैं। यह कार पूरी तरह से इलेक्ट्रिक है। गूगल अभी इसे लेकर परीक्षण कर रही है। शुरुआत में जो मॉडल तैयार हुआ है, उसका अगला वर्जन भी जल्द ही कंपनी ला सकती है।
इस कार के अगले वर्जन में न ही गियर होगा, न ही ब्रेक और न ही स्टीयरिंग। यह कार पूरी तरह से ऑटोनॉमस होगी। इसका मतलब है कि आपको कुछ भी करने की जरूरत नहीं है। आपको बस कार में बैठना है और चल देना है। भविष्य में यह कार सुरक्षित होने का वादा करती है, क्योंकि उनमें प्रभावशाली सेंसर और कैमरे लगे हैं, जो संभावित खतरे से निपटने के लिए इंसान के मुकाबले ज़्यादा समझ मुहैया करा सकेंगें।
गूगल इस प्रोजेक्ट कई सालों से काम कर रहा है। इसका टायल वर्जन त्यार कर के इसे कैलिफोर्निया की सड़कों पर टेस्ट किया जा रहा है। गूगल के मुताबिक इस टेस्ट के दौरान कार 14 छोटे बड़े हादसों का शिकार हुई। गूगल वहां ऐसी 25 कारों को ट्रैफिक के बीच चलाकर उनके नतीजों की जाँच कर रहा है।
गौरतलब है कि गूगल, टेस्ला और ऊबर जैसी बड़ी कंपनियां बिना ड्राइवर के चलने वाली कार पर तेज़ी से काम कर रही है। गूगल इस प्रोजेक्ट को 2020-21 तक पूरा कर देना चाहता है।
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