सी. पी. कृष्णन नायर का जन्म 9 फरवरी 1922 को केरल के कन्नूर में हुआ था। उनका पूरा नाम चित्तरत पूवक्कट्ट कृष्णन नायर था। वह एक भारतीय व्यवसायी थे जिन्होंने “द लीला ग्रुप” की स्थापना की थी।
भारतीय सेना में उनकी सेवा के कारण उन्हें कैप्टन नायर के नाम से भी जाना जाता था। इनके पिता अप्पू नायर ब्रिटिश सरकार में बिल कलेक्टर थे जबकि उनकी मां माधवी एक गृहणी थीं।
सी. पी. कृष्णन नायर ने अपने करियर की शुरुआत भारतीय सेना में एक कैप्टन के तौर की थी। उनकी पहली पोस्टिंग एबटाबाद (पाकिस्तान) में वायरलैस ऑफिसर के रूप में हुई थी। और उनका काम दो मुख्य धुरी ताकतों जर्मनी और जापान के बीच संदेशों को पकडऩा था।
आर्मी में रहते हुए ही इनकी शादी कन्नूर के एक कारोबारी ए के नायर की बेटी लीला नायर से हो गयी। 1951 में कृष्णन नायर ने आर्मी से रिटायरमेंट ले लिया और अपने ससुर के हैंडलूम के कारोबार को जॉइन कर लिया। उन्होंने एक सेल्स एजेंट के रूप में काम करना शुरू किया। कारोबार बढ़ाने के लिए उन्होंने कई देशों की यात्रा की।
इस दौरान उन्हें एक ऐसा होटल तैयार करने का आइडिया आया जो अपनी लग्जरी खूबियों के लिए जाना जाए और दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाए। इसी आइडिये के साथ उन्होंने 1983 में होटल लीलावेंचर लिमिटेड की शुरुआत की।
उनका पहला लीला होटल 1987 में मुंबई में खुला। इसके बाद बैंगलोर में “लीला पैलेस”, “द लीला” गोवा में और तिरुवनंतपुरम में लीला बीच रिज़ॉर्ट खोला गया।
ताज और ओबेरॉय को दी कड़ी टक्कर
जिस दौर में “द लीला” की शुरुआत हुई उस दौर में ताज और ओबेरॉय जैसे फाइव स्टार लोगों की जुबान पर थे। इन्हें कॉम्पिटीशन देना और आगे बढ़ना कोई आसान काम नहीं था, लेकिन द लीला का लग्जीरियस इंफ्रास्ट्रक्चर और हॉस्पिटैलिटी के कारण इसने अपनी अलग पहचान बनाई और समय के साथ पॉपुलैरिटी बढ़ती गई।
1991 में कंपनी ने अपना दूसरा होटल गोवा में खोला। इतना ही नहीं, कंपनी ने अरब सागर और साल नदी के पास अपना रिजॉर्ट विकसित किया। यह इंटरनेशनल टूरिस्ट का गढ़ बना।
साल 2000 के बाद ग्रुप ने बड़े भारतीय शहरों की ओर रुख करना शुरू किया। जैसे- बेंगलुरू, केरल, उदयपुर और गुरुग्राम में अपनी चेन खोलीं।
पुरस्कार
- अमेरिकन एकेडमी ऑफ हॉस्पिटैलिटी साइंसेज (AAHS) ने उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) ने उन्हें 1999 में ग्लोबल 500 रोल ऑफ ऑनर अवार्ड से सम्मानित किया था।
- उन्हें 2009 में जिनेवा, स्विट्जरलैंड स्थित इंटरनेशनल होटल्स एंड रेस्तरां एसोसिएशन द्वारा “होटलियर ऑफ द सेंचुरी” पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
- 2010 में उन्हे भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड भी मिल चुके हैं।
- उन्होंने 7 फरवरी को होटल “द लीला” के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। 2013 में उन्होंने अपने बड़े बेटे, विवेक नायर ने उनका उत्तराधिकारी बनाया।
- उनकी मृत्यु 92 वर्ष की आयु में 17 मई 2014 को मुम्बई, महाराष्ट्र में हुई थी।
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