कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाया जाता है। यह छोटी दिवाली से एक दिन पहले आता है इस साल धनतेरस का पर्व 10 नवंबर, 2023 शुक्रवार के दिन मनाया जाएगा ।
कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन समुद्र-मंन्थन के समय भगवान धन्वन्तरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे, इसलिए इस तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है।
इस दिन भगवान धनवंतरि की पूजा की जाती है और इस दिन सोना, चांदी के आभूषण और बर्तन आदि चीजें खरीदना शुभ माना जाता है।
धनतेरस पर पूजा का शुभ मुहूर्त
- धनतेरस पूजा मुहूर्त – शाम 06:20 से रात 08:20 तक
- त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ – नवम्बर 10, 2023 दोपहर 12:35 बजे
- त्रयोदशी तिथि समाप्त – नवम्बर 11, 2023 दोपहर 01:57 बजे
धनतेरस का महत्व
दिवाली से पहले धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन लोग सोने-चांदी और बर्तनों की खरीदारी करते हैं। कार्तिेक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के दौरान हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे।
तभी से इस दिन बर्तन खरीदने का बहुत अधिक महत्व है। इस दिन विशेषकर पीतल और चांदी से बने बर्तन खरीदना बहुत शुभ माना जाता है।
पीतल को भगवान धन्वंतरि जी की धातु माना जाता है। पीतल व्यक्ति को आरोग्य, सौभाग्य और स्वास्थ्य संबंधी लाभ प्रदान करती है। इस दिन धन के देवता कुबेर का भी पूजन किया जाता है।
चांदी खरीदना माना जाता है शुभ
‘धनतेरस‘ के दिन लोग घरेलू बर्तन खरीदते हैं, वैसे इस दिन चांदी खरीदना शुभ माना जाता है क्योंकि चांदी चंद्रमा का प्रतीक माना जाता है,और चन्द्रमा शीतलता का मानक है, इसलिए चांदी खरीदने से मन में संतोष रूपी धन का वास होता है क्योंकि जिसके पास संतोष है वो ही सही मायने में स्वस्थ, सुखी और धनवान है।