Thursday, November 21, 2024
25.3 C
Chandigarh

कब्रिस्तान पर बना हुआ एक कॉल सेंटर, जहां भूत करते है काम

उद्योग विहार, गुड़गांव के सैफरन कॉल सेंटर (बीपीओ) को सबसे भुतहा जगह माना जाता है। कहते है कि यह कॉल सेंटर एक कब्रिस्तान पर बना हुआ है। इस बीपीओ के कर्मचारी समर अब्बास जो यहां पहले काम करते थे, वह यहां का एक-दोभुतहा किस्सा बताते है।

वह बताते है कि 2005 में, रोज नाम की एक लड़की इस बीपीओ में काम करती थी। रोज बहुत मेहनती लड़की थी, हर कोई उसे पसंद करता था। एक बार उसे किसी की कॉल आई, जो कि बहुत लंबे टाइम तक चली थी, वह बहुत गुस्सा हो रही थी। उसके बाद वह कॉल सेंटर से लंबी छुट्टी लेकर चली गई। जब वह बहुत दिनों की छुट्टी के बाद भी वापिस नहीं आई, तो कंपनी ने उसे ढूंढने का फैसला किया क्योंकि वह किसी कॉल या ईमेल का भी जवाब नहीं दे रही थी।

जहां पर वह रहती थी, कंपनी वालों ने उस मकान मालिक को रोज के बारे में पूछा। मकान मालिक ने बताया कि वह लड़की तो आठ साल पहले ही मर चुकी थी। समर अब्बास कहते है कि वह ना रोज से मिला और ना उसे देखा, क्योंकि वह इस घटना के बाद कंपनी में लगा था। लेकिन वहां पहले से काम करने वाले लोग कहते है यह बात बिलकुल सच है। इन सब बातों से यह नतीजा निकलता है की कंपनी ने एक भूत को काम पर रखा, जिसने बहुत अच्छा काम किया और फिर गायब हो गया। कहते है कि यह कंपनी एक कब्रिस्तान पर बनी हुई थी।

समर कहते है, रोज वाली कहानी तो सिर्फ उसने सुनी हुई है, लेकिन वहां और भी कुछ घटनाएं हुई, जिस समय वह वहां मौजूद था। एक रात 1 बजे, मैं पुरुषों के बाथरूम में गया। मैं उस वक्त नींद में था और अपने चेहरे पर ठंडा पानी छिड़कने लगा। उस वक्त बाथरूम में और कोई भी नहीं था। अचानक किसी लड़की की चिल्लाने की आवाज़ आई। मुझे लगा के महिलाओं के बाथरूम से कोई मदद के लिए चिल्ला रहा है।

मैं मदद के लिए बाहर गया और मेरी सहकर्मी मुझे ऐसे घूर रही थी, जैसे उसे कोई सदमा लगा हो। उसने मुझसे पूछा कि क्या तुमने भी किसी के चिल्लाने की आवाज़ सुनी। लेकिन बाथरूम में उसके अलावा और कोई भी नहीं था। एक घटना तब की थी, जब कंपनी का परिवहन क्षेत्र बेसमेंट में था। एक सुबह 3 से 4 बजे के बीच, मैं खाना खाने के लिए बाहर जा रहा था और मैंने देखा कि परिवहन सुपरवाइजर बेसमेंट से बाहर भाग रहा था।

मेरे पूछने पर उसने बताया कि वो अपना काम खत्म करने बाद कुर्सी पर सोने की कोशिश कर रहा था और उसने अपने पैर डेस्क पर टिकाये हुए थे। किसी ने उसके पैरों को खींचा, लेकिन उसने इस बात को नज़रअदांज कर दोबारा सोने की कोशिश की। इस तरह उसके साथ दो बार हुआ। तीसरी बार उसे किसी ने कुर्सी से उठाया और फर्श पर फेंक दिया। उस वक्त वह परिवहन कमरे में अकेला था, इसलिए वह डर कर भाग रहा था।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड का एक गांव, जहां इंसान नहीं सिर्फ भूत रहते है!!

170 सालों से कुलधरा गाँव पड़ा है वीरान

Related Articles

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

15,988FansLike
0FollowersFollow
110FollowersFollow
- Advertisement -

MOST POPULAR