सपने हम सब देखते हैं, चाहे जागती आँखों से देखे या सोते हुए देखे। हमारे मन में यह जानने की इच्छा रहती है कि सपने क्यों आते हैं? वास्तव में इनका आने का कोई एक कारण नहीं है।
मनोवैज्ञानिकों के द्वारा यह सिद्ध किया गया है कि सपनों को समझने के लिये अलग अलग theory है। आइए जानते है सपनों के बारे में कुछ बातें:
- जैसा कि आप जानते हैं हमारा शरीर थक जाता है। हमें नींद आती है तो हमें अक्सर सपने दिखाई देते हैं नींद की अवस्था में हमारे दिमाग की कोशिकायें सक्रिय रहती हैं जो दिन भर में हुऐ कार्यकलापों को या हमारे मन में दबी हुई इच्छाओं को स्वप्न के रूप में दिखाती हैं। सपने में हमारा शरीर शिथिल रहता है जागती अवस्था से भी ज्यादा गतिशील रहता है। यही कारण है कि हमें सोते समय स्वप्न दिखाई देते हैं।
- आपको लगता होगा कि स्वप्न देखने के दौरान हमारा दिमाग शांत रहता है,लेकिन दिमाग स्वप्न देखने की कुछ अवस्था के दौरान जागने से भी ज्यादा सक्रिय रहता है। इस अवस्था को रैपिड आई मूवमेंट (REM) यानी कि आंखों की तीव्र गतिशीलता कहा जाता है, जोकि कोई गंभीर स्वप्न देखने के दौरान होता है. ऐसे सपनों के दौरान पूरा शरीर शिथिल रहता है जोकि शरीर को स्वप्न के अनुसार काम करने से रोकता है।
- औसतन एक इंसान एक रात में 4-6 स्वप्न देखता है और एक साल में 1460 स्वप्न देखता है। लेकिन इसमें से 90 फीसदी जागने के 10 मिनट के अंदर ही भूल जाते है।
- जिसका IQ जितना ज्यादा होगा, उसे उतने ही ज्यादा सपने आएंगे।
- अगर कोई इंसान आप को कहता है कि उसे स्वप्न नहीं आते तो इसका मतलब वह अपने सपने भूल चुका है।
- ऐसे लोग जो जन्म से अंधे नहीं थे लेकिन बाद में उन्होंने आंखों की रोशनी खो दी, ऐसे लोग स्वप्न में परछाई देखते हैं। लेकिन जन्म से अंधे लोग स्वप्न में कुछ नहीं देखते हैं। उन लोगों को कोई तस्वीर नहीं दिखाई देती है। उनके स्वप्न में चीजों की आवाजें आती है और भावनाएं महसूस होती है।
- बच्चों को पहले 3-4 साल तक स्वप्न नहीं आते।
- जब कोई खर्राटे मार रहा है तो वह उस समय स्वप्न नहीं देख रहा होता है।
- जिन लोगों को बिलकुल भी स्वप्न नहीं आते, उन्हें “Personality Disorders” नामक बीमारी होती है।
- एक इंसान अपने पूरे जीवनकाल के करीब छह साल स्वप्न देखने में गुजारता है।
- करीब 5 से 10 फीसद लोग महीने में एक बार भयानक और डरावने सपने देखते हैं।
- सिर्फ इंसान ही नहीं, जानवर भी सपने देखते है।
- आदमी और औरतों के सपने अलग-अलग होते हैं। करीब 70 फीसद आदमियों के सपने अन्य आदमियों के बारे में होते हैं। जबकि औरतों के सपने आदमी और औरत दोनों के बारे में होते हैं।
- आपको यह कभी याद नहीं रहेगा कि आपका सपना कहां से शुरू हुआ था।
- सपनों में हम जो चेहरे देखते हैं, हम उन्हें पहले से ही जानते हैं। हमारा दिमाग अपने आप चेहरा नहीं बनाता। सपने में हमें सिर्फ वही चेहरे दिखाई देते हैं जो हम अपनी जिंदगी या टीवी पर देख रहे होते हैं।
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