क्या आप खुद को बहुत बड़ा क्रिकेट प्रेमी मानते हैं? तो आईये आपकी इस गलत-फहमी को दूर करते हैं. खैर, बुरा न माने, यदि आप इन अदभुत क्रिकेट के कुछ कमाल के तथ्य पहले से जानते थे, तो आप सचमुच में अदभुत क्रिकेट प्रेमी हैं.
शाहिद अफरीदी ने सबसे तेज़ वनडे शतक के लिए सचिन तेंदुलकर के बल्ले का इस्तेमाल किया था.
यह मैच 1996 में श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच खेला गया था. जब शाहिद अफरीदी को बल्लेबाजी करने के लिए भेजा गया, तो उस समय उनके पास बल्लेबाजी करने के लिए उचित बैट नही था.
उस समय वकार यूनिस ने अफरीदी को खेलने के लिए सचिन तेंदुलकर का बल्ला दिया था. उस बल्ले से अफ्रीदी ने 11 छक्के और 6 बाउंड्रीस जड़ते हुए श्रीलंका के खिलाफ मात्र 37 गेंद पर अपनी सेंचुरी पूरी की.
इसी के साथ अफरीदी ने सबसे तेज़ सेंचुरी बनाने का रिकार्ड भी अपने नाम किया था. हालांकि बाद में कोरी एंडरसन ने 36 गेंद पर सेंचुरी बनाकर यह रिकार्ड तोड़ दिया था.
अब्बास अली बेग पहले भारतीय क्रिकेटर हैं, जिन्हें एक टेस्ट मैच के दौरान एक ऑस्ट्रलियन लड़की ने चूमा था.
पचास के दशक के सबसे खूबसूरत क्रिकेटर अब्बास अली बेग की दुनिया दीवानी थी. सन 1960 में कानपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में गर्ल्स स्टैंड से निकलकर एक लड़की मैदान पर आई और उसने अब्बास को किस कर लिया.
कुछ पलों की चुप्पी के बाद स्टेडियम में बैठे लोग तालियां बजाने लगे. अब्बास अली का चेहरा तो शर्म से लाल हो गया. यह भारतीय क्रिकेट के इतिहास में संभवत: पहला ‘किस’ था.
विनोद कांबली की टैस्ट मैच औसत अपने बचपन के दोस्त सचिन तेंदुलकर से बेहतर है.
विनोद कांबली ने केवल 17 टेस्ट मैच खेले हैं, जो कि अपने बचपन के दोस्त सचिन तेदुंलकर के मुकाबले में बहुत ही कम है. लेकिन टेस्ट मैच एवरेज की बात की जाए, तो कांबली सचिन से इस मामले में एक कदम आगे हैं. कांबली की 17 मैचों में टेस्ट एवरेज 54.20 है, जबकि सचिन की 200 टेस्ट मैचों की एवरेज 53.78 है.
सुनील गावस्कर अपने करियर में लगातार तीन बार टेस्ट मैचों की पहली गेंद को आउट होने का रिकॉर्ड बनाया है.
सुनील गावस्कर तीन बार टेस्ट मैचों में पहली ही गेंद पर आउट हुए है. पहली बार 1974 में एजबेस्टन में इंग्लैंड के ज्योफ अर्नाल्ड ने गावस्कर को टेस्ट मैच की पहली गेंद पर ही आउट कर दिया.
दूसरी बार 1984 में कोलकाता में हुए मैच के दौरान वेस्ट इंडीज के मैल्कम मार्शल ने आउट किया और तीसरी बार 1987 में जयपुर में हुए पाकिस्तान के खिलाफ मैच में इमरान खान ने किया.
एमएल जैसिम्हा और रवि शास्त्री भारत के ऐसे खिलाडी है, जिन्होंने टैस्ट मैच के पाचों दिन बल्लेबाजी की है.
सैफ अली खान के दादा इफ्तिखार अली खान पटौदी वो खिलाड़ी थे, जिन्होंने भारत और इंग्लैंड के लिए टैस्ट मैच खेला था.
सैफ अली खान के दादा इफतीहार अली खान पटोदी एकमात्र ऐसे खिलाड़ी है, जिन्होंने टेस्ट मैच दो देशो से खेला हैं. उन्होने भारत और इंग्लैंड दोनों की टीम से टेस्ट मैच खेला हुआ है.
उन्होंने अपना पहला मैच इंग्लैंड की तरफ से खेला था, जो कि 2 दिसम्बर 1932 को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था. वह 1932 से लेकर 1934 तक इंग्लैंड के लिए खेले.
लाला अमरनाथ ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टैस्ट मैच में डॉन ब्रैडमैन की विकेट ली थी.
लाला अमरनाथ भारत के पहले क्रिकेट कप्तान थे. उन्होने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की ओर से पहला शतक जमाया था. वे भारत के पहले आलराउंडर भी थे. उन्होंने ब्रिसबेन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए एक मैच में ऐसा कारनामा किया, जो अभी तक कोई नहीं कर सका है.
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन को हिट विकेट आउट करना. लाला अमरनाथ ने इस मैच में डॉन ब्रेडमैन को हिट विकेट आउट किया था. ब्रेडमैन ने इस मैच में 185 रन बनाए थे. ऑस्ट्रेलिया के इस दिग्गज ने भी उनकी तारीफ करते हुए उन्हें क्रिकेट का बेहतरीन ख़िलाड़ी करार दिया था.
1986 के आस्ट्रेलिया कप और 2014 के एशिया कप में भारत-पाक मैच के बीच एक विलक्षण समानता है.
भारत एकमात्र ऐसा देश है, जिसने 60 ओवर, 50 ओवर और 20 ओवर का विश्व कप जीता है.
इंग्लैंड के एलेक स्टीवर्ट का जन्म 8-4-63 को हुआ था और टेस्ट मैच में 8463 रन बनाए.
आसिफ करीम अपने देश केन्या के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और डेविस कप (टेनिस) खेले है.
इंग्लैंड के विल्फ्रेड रोड्स 52 साल के थे, जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट खेला था!
ऑस्ट्रेलिया के एलन बॉर्डर ने लगातार 153 टेस्ट मैच खेले हैं.
विजयनगरम के महाराजा को भारतीय टेस्ट क्रिकेटर नाइट की उपाधि दी गयी हैं.
ऑस्ट्रेलिया ने 1877 में अपने पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड को 45 रन से हराया था.
एक ही दिन में सभी चार पारियों का परीक्षण (सन:2000 में लॉर्ड्स टेस्ट, इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज के बीच).
अनिल कुंबले एकमात्र गेंदबाज हैं, जिन्होंने एक पारी में 10 विकेट ली हैं.
कुंबले ने पाकिस्तान के विरूद्ध 4 फ़रवरी 1999 को आरंभ हुए दिल्ली टेस्ट की चौथी पारी में अपने 26.3 ओवरों में 9 मेडन रखते हुए 74 रन देकर सभी 10 विकेट लेने का कारनामा कर दिखाया था.
उनसे पहले इंग्लैंड के जिम लेकर ने ऑस्ट्रेलिया के विरूद्ध 26 जुलाई 1956 को आरंभ हुए मैनचेस्टर टेस्ट की कुल तीसरी पारी में और ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में 51.2 ओवरों में 23 मेडन रखते हुए 53 रन देकर एक टेस्ट पारी में सभी दसों विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने थे.
11/11/11 में दक्षिण अफ्रीका को जीतने के लिए 111 रन की दरकार थी 11:11 ओवर में.
पीटर सिडल ने अपने जन्मदिन पर हैट्रिक लेने वाले इकलौते गेंदबाज है.
भारत के मोहिंदर अमरनाथ बेहतरीन गेंदबाज होने के साथ साथ बेहतरीन फील्डर भी थे.
वेस्टइंडीज के क्रिकेटर लेस्ली हिल्टन को हत्या के लिए फांसी दी गई थी.
“रॉबिन सिंह” नाम के दो भारतीय पूर्व क्रिकेट खिलाडियों ने एकमात्र टेस्ट मैच खेला और बाद में कभी मौका नहीं मिला.
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने भारत से पहले पाकिस्तान के लिए मैच खेला है.
क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि सचिन तेंदुलकर ने भारत से पहले पाकिस्तान के लिए मैच खेला. ब्रेबोर्न स्टेडियम 1987 में भारत और पाकिस्तान के बीच अभ्यास मैच चल रहा था, तब उन्होंने पाकिस्तान की तरफ से फील्डर करने आये थे.
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