हमारे देश में ऐसे कई महापुरूष हुए हैं, जिनके जीवन और उनके विचारों से हम सभी को बहुत कुछ सीखने को मिलता है। इन्हीं में से एक हैं स्वामी विवेकानंद।
प्रति वर्ष भारत में 12 जनवरी को “स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस” के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को “राष्ट्रीय युवा दिवस” के रूप में भी मनाया जाता है।
स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाए जाने का मुख्य कारण है उनके दर्शन, सिद्धांत, विचार, वचन, और आदर्श, जिनका उन्होंने स्वयं भी पालन किया और कई देशों में उन्हें स्थापित भी किया। उनके यही विचार, सिद्धांत और आदर्श युवाओं में नई शक्ति और ऊर्जा का संचार करते हैं।
स्वामी विवेकानंद ने युवाओं का सही मार्गदर्शन करने के लिए सफलता के कई मंत्र दिए, जिन्हें आज भी अपने जीवन में अपना कर लोग सफलता की दिशा में अग्रसर हो सकते हैं।
उनके विचार लोगों की सोच और व्यक्तित्व को बदलने वाले हैं। आज हम इस लेख में स्वामी विवेकानंद जी के 10 अनमोल वचनों के बारे में जानेंगे, तो चलिए शुरू करते हैं
उठो, जागो और तब तक रुको नहीं
जब तक कि तुम अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते
जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी
ब्रह्मांड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं
वो हम ही हैं जो अपनी आंखों पर हाथ रख लेते हैं
और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार है
जो तुम सोचते हो, वो बन जाओगे
यदि तुम खुद को कमजोर सोचते हो, तुम कमजोर हो जाओगे
अगर खुद को ताकतवर सोचते हो, तुम ताकतवर हो जाओगे
जब तक जीना, तब तक सीखना
अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है
लोग तुम्हारी स्तुति करें या निंदा, लक्ष्य तुम्हारे ऊपर कृपालु हो या ना हो
तुम्हारा देहांत आज हो या युग में, तुम न्यायपथ से कभी भ्रष्ट ना हो
संगति आप को ऊंचा उठा भी सकती है और यह आपको ऊंचाई से गिरा भी सकती है इसलिए संगति अच्छे लोगों से करें
एक समय में एक काम करो
ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें डाल दो
और बाकी सब कुछ भूल जाओ
किसी दिन, जब आपके सामने कोई समस्या ना आए तो समझ जाएं कि आप गलत मार्ग पर चल रहे हैं।