दुनिया के हर धर्म, संस्कृति, स्थान और कहानियों में भूत-प्रेतों को अलग-अलग ढंग से वर्णित किया गया है। भूतों को लेकर अलग-अलग तर्क दिए जाते हैं। मृत्यु के बाद आत्मा के अस्तित्व पर बहस की जाती है। कई लोगों का मानना है कि उन्होने मरे हुए लोगों को देखा है।
कई लोग मरे लोगों यानि भूतों के द्वारा डराए जाने, शारीरिक नुकसान पहुंचाने, और अन्य बहुत सारी गतिविधिओं को अंजाम दिये जाने का दावा करते हैं। कई लोग यहाँ तक दावा करते हैं कि उन्होने किसी मरे हुए इंसान को देखा और उसने बात भी की जबकि वो नहीं जानते थे कि वो इंसान वास्तव में मर चुका था। हालांकि एक बार पता चलने पर वो भूत दोबारा नहीं मिला।
खैर ये तो थी भूतों और उनसे जुड़े किस्सों के बार में थोड़ी सी बातचीत। दरअसल हम में से अधिकतर लोग भूतों के बारे में ज्यादा नहीं जानते। हम लोग दूसरे लोगों के द्वारा शेयर की गयी जानकारी पर ही निर्भर करते हैं। तो चलिये इस लेख में हम भूत प्रेतों से जुड़ी कुछ आम धारणाओं के बारे में बात करते हैं।
- आत्माएं रात को ही क्यों दिखाई देती हैं? यह बहुत ही आम प्रश्न है लेकिन समझ नहीं आता कि ऐसा क्यों होता है। आम धारणा है कि आत्माएं दिन में होने वाले शोर और घरेलू सामान के चलने से होने वाले शोर की वजह से डरती हैं। माना जाता है कि रात के समय रोशनी कम होती है जिसके कारण भूत-प्रेत ज्यादा शक्ति दिखा पाते हैं और ज्यादा चीजों पर अपना नियंत्रण कर पाते हैं। यही कारण है कि रात के समय या एकांत में भूतों की मौजूदगी की संभावनाएं ज्यादा होती हैं।
- भूत बहुत कम लोगों को ही दिखाई देते हैं। हिन्दू धर्म में लोगों मानना है कि जिनके गण यानि ग्रह नक्षत्र कमजोर होते हैं भूत उनको दिखाई देते हैं। दूसरी और लोगों का मानना है कि जिन लोगों में कुछ खास बात होती है उनको भूत दिखाई देते हैं। खास बात से मतलब शायद छठी इंद्री या कुछ आलोकिक शक्तियों से है।
- ज्योतिषानुसार कुंडली में राहु की विशेष स्थिति में भी भूत से कुछ लोग ग्रस्त हो जाते हैं। जैसे राहु यदि लग्न में या अष्टम भाव में होता है और उस पर अन्य क्रूर ग्रहों की दृष्टि है। ऐसी स्थिति में भूत के होने का उक्त व्यक्ति को अहसास होता रहता है। जो राक्षसगण के लोग हैं उन्हें भूत के होने का अहसास तुरंत ही हो जाता है।
- हिन्दू धर्म शास्त्रों में लिखा है कि जो व्यक्ति भूखा, प्यासा, संभोगसुख से विरक्त, राग, क्रोध, द्वेष, लोभ, वासना आदि इच्छाएं और भावनाएं लेकर मरता है वह अवश्य ही वह भूत बनकर भटकता है। साथ ही जो व्यक्ति दुर्घटना, हत्या, आत्महत्या आदि से मरता है वह भी भूत बनकर भटकता है। लेकिन साथ ही यह कहा जाता है मृत व्यक्ति के शरीर को जलाने और उसका श्राद्ध-तर्पण आदि करने पर वह व्यक्ति मुक्त हो जाता है। जो लोग अपने स्वजनों और पितरों का श्राद्ध और तर्पण नहीं करते वे उन अतृप्त आत्माओं द्वारा परेशान होते हैं।
- पुरुषों का भूत- हिन्दू धर्म में कर्म और गति के अनुसार मरने वाले लोगों का विभाजन किया है। ये हैं भूत, प्रेत, पिशाच, कूष्मांडा, ब्रह्मराक्षस, वेताल और क्षेत्रपाल। इन सभी के उप-भाग भी होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार 18 प्रकार के प्रेत होते हैं। भूत सबसे शुरुआती चरण है या कहें कि जब कोई आम व्यक्ति मरता है तो सर्वप्रथम भूत ही बनता है।
- स्त्री का भूत- माना गया है कि प्रसुता, स्त्री या नवयुवती मरती है तो चुड़ैल बन जाती है और जब कोई कुंवारी कन्या मरती है तो उसे देवी कहते हैं। बुरे कर्मों वाली स्त्री मरने पर डायन या डाकिनी बनती है। इन सभी की उत्पति अपने पापों, व्याभिचार, अकाल मृत्यु या श्राद्ध न होने से होती है।
- भूत की ताकत : भूत अदृश्य होते हैं। भूत-प्रेतों के शरीर धुंधलके तथा वायु से बने होते हैं अर्थात् वे शरीर-विहीन होते हैं। इसे सूक्ष्म शरीर कहते हैं। आयुर्वेद अनुसार यह 17 तत्वों से बना होता है। कुछ भूत अपने इस शरीर की ताकत को समझ कर उसका इस्तेमाल करना जानते हैं तो कुछ नहीं।
- कुछ भूतों की मानसिक शक्ति इतनी बलशाली होती है कि यह किसी भी व्यक्ति का दिमाग पलट कर उससे अच्छा या बुरा कार्य करा सकते हैं। यह भी माना जाता है कि यह किसी भी व्यक्ति के शरीर का इस्तेमाल करना भी बखूबी जानते हैं।
- कुछ भूतों में स्पर्श करने यानि छूने की ताकत होती है तो कुछ में नहीं। जो भूत स्पर्श करने की ताकत रखता है वह बड़े से बड़े पेड़ों को भी उखाड़ कर फेंक सकता है। ऐसे भूत यदि बुरे हैं तो खतरनाक होते हैं। यह किसी भी देहधारी (व्यक्ति) को अपने होने का अहसास करा देते हैं।
- माना जाता है भूत स्वयं किसी खास व्यक्ति को दिखाई देते हैं या अपने होने का आभास करवाते हैं। फिल्मों में अक्सर ऐसा देखा जाता है कि कुछ बताने के लिए मृत व्यक्ति किसी खास व्यक्ति को दिखता है जो की उससे जुड़ी किसी घटना से जुड़ा होता है।
- रिसर्च में भी यह साबित हुआ है कि बच्चों और जानवरों को भूत ज्यादा दिखाई देते हैं। इसकी वजह से बच्चों को भूतों के नाम से ही डर हो जाता है।
- लोगों का मानना है कि भूतों की उपस्थिति का एहसास सबसे पहले जानवरों को होता है। ऐसा होने पर जानवर अलग तरह से बर्ताव करने लगते हैं।
- आत्माएं कई रूपों में लोगों को नजर आती हैं उनका कभी कोई एक आकार नहीं होता है।
- दुनिया के महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने भी भूत-प्रेतों के बारे में खोज की थी। उनका मानना था कि एनर्जी कभी खत्म नहीं होती है, बस शरीर बदल जाता है।
- क्या आपको पता है कि माउंट एवरेस्ट पर 200 से भी ज्यादा मृत शरीर पड़े हैं।कई पर्वतोरोहियों ने माउंट एवरेस्ट में अंजान लोगों को देखने का दावा किया है। हो न हो ये वही मरे हुए लोग होंगे जिनके शव कभी बरामद नहीं हुए।
- सबसे ज्यादा भूत किस देश के लोगों को दिखाई देते हैं? हो गए न आप भी सोचने पर मजबूर? दरअसल हाल ही के रिसर्च से यह पता चला है कि चीन के कार्यालय कर्मचारियों को सबसे ज्यादा भूत दिखाई देते हैं. इनमें से 87 प्रतिशत कर्मचारियों का मानना हैं कि भूत होते हैं। जाहिर है कि ज्यादातर लोगों ने भूतों को देखने और महसूस करने का दावा किया है.
इस लेख के कुछ अंश webdunia.com के एक लेख से लिए गए हैं