मानवता और शांति का सन्देश देने के लिए पुणे में एमआईटी विश्व शांति विद्यापीठ की ओर व्यास में विश्व का सबसे बड़ा डोम बनाया गया है। इस डोम में अलग-अलग क्षेत्र के व्यक्तिव के कुल 54 स्टैचू लगाए गए है।इसे आज तक का सबसे अनोखा डोम कहा जा रहा है। महाराष्ट्र इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) द्वारा देश के पहले शांति विश्वविद्यालय में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गुंबद (डोम) बनाया गया है। 2 अक्टूबर को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू 62,500 स्क्वायर फीट में बने डोम का उद्घाटन करेंगे।
इसका नाम तत्तवज्ञ संत श्री ज्ञानेश्वर महाराज प्रार्थना सभागृह और विश्व शांति ग्रंथालय दिया गया है। इस डोम में एक बड़ा ग्रंथालय भी बनाया गया है। इसे बनाने में करीब 13 साल का समय लगा। एमआईटी के संस्थापक डॉ. विश्वनाथ कराड़ ने बताया, ‘धर्म और तत्वज्ञान पर आधारित वर्ल्ड पार्लियामेंट 2 से 5 अक्टूबर तक आयोजित की जाएगी। इसमें दुनिया भर से 120 विशेषज्ञ उपस्थित रहेंगे।
एमआईटी के विश्व शांति ग्रंथालय में 54 स्टेच्यू भी लगाए गए हैं।’ दुनिया में सबसे बड़ा गुंबद सेंट पीटर्स बेसिलिका वेटिकन सिटी में बना है। इसकी ऊंचाई 448 फीट है, जबकि चौड़ाई 490 फीट है।
इस डोम का गोलाई 138 फीट है। वहीं, गोलाई के हिसाब से एमआईटी पुणे में दुनिया का सबसे बड़ा गुंबद बन गया है। यह गुंबद 62,500 स्क्वायर फीट में बना और इसकी ऊंचाई 263 फीट है । इस गुंबद की गोलाई 160 फीट है. इतने बड़े गुंबद को बनाने का खर्चा 2000 करोड़ रुपए है । 160 फीट की गोलाई के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा गुंबद है ।
इसमें लगाए गए कुल 54 स्टैचू में संत, फिलॉसफर, सइंटिस क्षेत्र के व्यक्तिव का संगम है। जिसमे सभी धर्म के फाउंडर के स्टैचू को लगाया गया है। इस डोम को 54 पिलर से बनाया गया है। हर एक पिलर में एक स्टैचू लगाए गए है।
विश्वनाथ कराड ने इसका सपना 2003 में देखा था। जिसके बाद इसे पेपर-कलम में उतारा गया और बाद में बनते-बनते यह अपने आप एक अनोखा व विश्व का व्यास में सबसे बड़ा डोम बनाया गया है।
इस डोम में श्री राम, श्री कृष्णा, जीसस क्राइस्ट, गौतम बुद्धा, भगवन महावीर,अल्बर्ट एस्टिन, एलेग्जेंडर फ्लेमिंग, आर्य भट, सी.वी.रमन आदि के स्टैचू लगाए गए है।
महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती पर एमआईटी विश्व शांति विद्यापीठ पुणे की ओर से विज्ञान, धर्म और तकनिकी पर आधारित वर्ल्ड पार्लियामेंट ऑफ़ साइंस, रिलिजन एंड फिलोसोफी सम्मलेन का आयोजन किया गया है।
यह कार्यक्रम 2 अक्टूबर से 5 अक्टूबर तक विश्वराजबाग, लोणी कालभोर, पुणे में आयोजन किया गया है। 2 अक्टूबर को सुबह 11:15 बजे भारत के उपराष्ट्रपति वेंकटय्या नायडू के हाथों कार्यक्रम का उद्घाटन किया जायेगा।
इस दौरान महाराष्ट्र के राज्यपाल विद्यासागर राव, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भारत सरकार के निति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार आदि सम्मानित लोग उपस्थित रहेंगे।