पुराने जमाने में घर में बड़े बुर्जुग साफ और ठंडा पानी पीने के लिए मिट्टी के घड़े का इस्तेमाल करते थे। टेक्नोलॉजी के इस युग में हम फ्रीज में रखे ठंडे पानी पीने के आदी हो चुके हैं कई स्वास्थय विशेषज्ञों की मानें तो फ्रीज का पानी सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
ज़मीन में कई विटामिंस और मिनरल्स पाए जाते हैं। इसी कारण मिट्टी से बने मटके में पानी पीना भी स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक माना जाता है। गर्मियों में खासतौर पर इसका इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि इसमें पानी काफी ठंडा रहता है।
आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. अबरार मुल्तानी मानना है कि मिट्टी के मटके का पानी पीने से मैग्नीशियम मिलता है, जो डिप्रेशन को ठीक करने में मदद करता है इसी तरह यह कैल्शियम का भी सोर्स है जो हडि्डयों और जोड़ों के लिए फायदेमंद है।
जानिए मिट्टी से बने मटके में पानी पीने के फायदे
- मिट्टी से बने मटके में पानी मौसम के हिसाब से ठंडा होता है। यह मटके की एक ऐसी क्वालिटी होती है, जो अन्य किसी चीज़ें में नहीं मिल पाती। यह सिर्फ पानी को ठंडा ही नहीं करते बल्कि हमारी बॉडी में पानी के साथ कई ऐसी जरूरी चीजें पहुंचाते हैं, जो ज़मीन में पाई जाती है।
- मिट्टी का नेचर ऐल्कलाइन (क्षारीय) होता है, जो बॉडी में पीएच बैलेंस मेंटेन करने का काम करता है। मानव शरीर एसिडिक नेचर के लिए जाना जाता है। ऐसे में क्षारीय मिट्टी एसिडिक वाटर में रिएक्ट कर पीएच बैलेंस को संतुलित करती है। इससे एसिडिटी और गैस्ट्रोनोमिक पैन में राहत मिलती है।
- मिट्टी के घड़े में पानी पीने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है जबकि प्लास्टिक बॉटल्स और कंटेनर्स में पानी पीने से खतरनाक केमिकल जैसे बीपीए पाया जाता है। यह टेस्टोस्टेरोन लेवल को संतुलित करता है जबकि प्लास्टिक इसे कम करता है। इसमें जो मिनरल्स पाए जाते हैं, उनसे डाइजेशन इम्प्रूव होता है।
- यह गले के लिए भी काफी लाभदायक होता है। कफ और कोल्ड का शिकार होने वालों के लिए मटके का पानी पीना काफी उचित माना जाता है। गर्मियों में जो लोग सांस लेने की बीमारी से पीड़ित रहते हैं, उनके लिए भी मटके का पानी बेस्ट होता है। फ्रीज का पानी काफी ज्यादा ठंडा होता है और कई बार इसे पीने से गले संबंधी दिक्कतें शुरू हो जाती हैं।
- गर्मियों में सनस्ट्रोक (लू) बहुत सामान्य बात है। मिट्टी का घड़ा इससे भी बचाता है, क्योंकि यह बॉडी को जरूरी न्यूट्रिएंट्स और विटामिंस उपलब्ध करवाता है इससे बॉडी का ग्लुकोज मेंटेन रहता है और यह हीट स्ट्रोक से बचाता है। मिट्टी के घड़े को हर दो से तीन दिन में अच्छे से साफ कर इस्तेमाल करना चाहिए।
- फ्रिज के पानी की अपेक्षा यह अधिक फायदेमंद है क्योंकि इसे पीने से कब्ज और गला खराब होने जसी समस्याएं नहीं होती। इसके अलावा यह सही मायने में शरीर को ठंडक देता है।
- मिट्टी के घड़े में स्टोर किए गए पानी को पीने से सबसे बड़ा फायदा पेट को होता है। यह पेट से जुड़ी कई प्रकार की समस्याएं जैसे कब्ज, एसिडिटी, पेट में ऐंठन को दूर करने के लिए सकारात्मक असर दिखा सकता है। वैज्ञानिक अध्ययन में इस बात का दावा भी किया जा चुका है कि मिट्टी के घड़े या फिर मिट्टी से बने हुए बर्तन में स्टोर किए गए पानी को पीने से पेट से जुड़ी कई प्रकार की समस्याओं से राहत पाई जा सकती है।