प्याज के जिन छिलकों को हम बेकार समझ कर फैंक देते हैं, वे अब बेकार नहीं होंगे। इन बेकार छिलकों से प्राप्त ‘पोरस कार्बन नैनो पार्टिकल्स’ यानी एक तरह के सूक्ष्म तत्वों का उपयोग करते हुए वैज्ञानिकों की एक टीम ने उन्नत क्षमता वाले ‘सॉफ्ट रोबोटिक’ तत्व विकसित किए हैं।
सरल शब्दों में कहें तो ये तत्व कई तरह के अत्याधुनिक कामों में सहायक हो सकते हैं। जैसे कि ये कम शक्ति वाली ‘नियर इंफ्रारेड लाइट’ को रोशनी प्रदान करने में मदद कर सकते हैं।
इसके अलावा इनका उपयोग दवा आपूर्ति, सहायक उपकरणों, सर्जरी और यहां तक कि कृत्रिम अंगों को तैयार करने में भी हो सकता है। ये ‘सॉफ्ट रोबोट’ रबड़ जैसे पॉलीमर से युक्त होते हैं और इनमें ‘नैनोमैटीरियल्स’ (सूक्ष्म तत्व) लगे होते हैं।
सम्भावना है कि ऊर्जा के स्रोत को यांत्रिक गति में परिवर्तित करने के इनके गुण के कारण ये चिकित्सा, सैन्य और अंतरिक्ष तक के कामों में भी उपयोग हो सकेंगे।
इसकी वजह मुख्य रूप से इनका लचीलापन, मजबूती और आसानी से किसी भी चीज में ढलने की खूबी है। ‘सैंटर फार नैनो एंड सॉफ्ट मैटर साइंसेज’ बेंगलूर में प्रो. एस. कृष्ण प्रसाद के नेतृत्व वाली एक टीम ने ‘पोरस कार्बन नैनो पार्टिकल्स’ का उपयोग करते हुए यह खोज की है।
सूजन और कैंसर से बचाव में भी कारगर
वैसे प्याज के छिलके सेहत के लिए भी काफी कमाल के हो सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार इनमें फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। साथ ही इनमें मौजूद फ्लेवोनोइड्स, क्वेरसेटिन और फीनोलिक शरीर में सूजन और कैंसर जैसी समस्याओं से बचाव में काफी कारगर है।
अगर प्याज के छिलकों को पानी में डालकर गरारे किया जाएं या फिर चाय में उबालकर पिया जाए तो इससे गले की खराश, पैरों में दर्द और मसल्स ऐंठन से राहत व अन्य समस्याओं में भी राहत मिल सकती है।
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