दुनिया में ऐसे बहुत से खतरनाक आतंकी संगठन है जिन्होंने अपनी दहशत से पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है. जिनकी वजह से विश्व के कई देश दहशत में हैं. खतरनाक आतंकी संगठन दुनिया में खौफ पैदा करने के लिए हमेशा ही हिंसात्मक गतिविधियों का सहारा लेते रहे हैं. आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही खतरनाक आतंकवादी संगठनों के बारे में…
इस्लामिक स्टेट इन सीरिया एंड इराक (ISIS)
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ISIS यूरोप, सीरिया, इराक, तुर्की और बांग्लादेश जैसे देशों में अपने खौफ का परचम लहरा चुका है. ISIS आतंकवादी संगठन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुनिया का सबसे बड़ा खतरा माना जाता है. आजकल यह संगठन काफी सक्रिय और धनी है. ISIS संगठन का मुख्य उद्देश्य विश्व के सभी देशों में इस्लामीकरण को बढ़ावा देना और इस्लामी कानून लागू करना है.
अल कायदा
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अल कायदा की स्थापना ओसामा बिन लादेन ने सन् 1989 में की थी. ओसामा बिन लादेन की अगवाई में अल कायदा ने अमेरिका में 9/11 के हमले को अंजाम दिया था. अल कायदा दुनिया का पहला ऐसा आतंकवादी संगठन है, जिसने आतंकवाद को फैलाने के लिए दुनिया के उच्च शिक्षित पुरुषों और महिलाओं को लगाया, जिनके बारे में कोई कभी सोच भी नही सकता था. ऐसा दावा किया जाता है कि इस संगठन का अंत 2011 में अमेरिकी सेना ने ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान के एबटाबाद में मारकर किया.
तालिबान
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1994 में मुल्ला मोहम्मद उमर के नेतृत्व में इस संगठन का निर्माण हुआ. तालिबान आतंकी संगठन का एकमात्र मकसद अफगानिस्तान पर दोबारा कब्जा करना है. पाकिस्तान में 132 आर्मी स्कूल के बच्चों सहित 148 लोगों की हत्या करने वाला, ये आतंकी संगठन सबसे खतरनाक आतंकी संगठनो में से एक माना जाता हैं.
बोको हराम
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बोको हराम नाइजीरिया का प्रमुख इस्लामी आतंकी संगठन है, इसका एकमात्र मकसद पूरे नाइजीरिया में इस्लामीकरण को बढ़ावा देना हैं. ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2015 की रिपोर्ट के मुताबिक 2013 के मुकाबले 2014 में आतंकी हमलों में मारे गए लोगों की संख्या 80 फीसदी तक बढ़ी है. 2014 में 32,658 लोग मारे गए, जबकि 2013 में आतंकवादी हमलों में 18,111 लोग मारे गए थे. इनमें से बोको हराम आतंकी संगठन 6,644 लोगों की हत्या का जिम्मेदार है, जिनमें 77 फीसदी आम नागरिक हैं. सबसे ज्यादा हमले सिर्फ पांच देशों अफगानिस्तान, इराक, नाइजीरिया, पाकिस्तान और सीरिया में हुए हैं.
लश्कर-ए-तैयबा
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लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन की स्थापना हाफिज मुहम्मद सईद ने की है. लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन मुंबई हमले के लिए जिम्मेदार माना जाता है. लश्कर-ए-तैयबा ने मुंबई में 2006 में आतंकी हमला किया था, जिसमें 166 निर्दोष लोगों की जान गई थी. लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन का मुख्य काम भारत में आतंकी गतिविधियां फैलाना है. यह पूरे पाकिस्तान में मानवीय हितों की रक्षा करने वाले संगठन के नाम से जाना जाता है. इसके आतंकियों को पाकिस्तानी सेना और ISI (इंटर सर्विस इंटेलिजेंस) की सहायता मिलती है.
अल-शाबान (Al- Shabaan)
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अल-शाबान आतंकी संगठन 2006 में स्थापित किया गया था. अल-शाबान आतंकी संगठन का मुख्य उद्देश्य सोमालिया में विदेशी सैन्य बलों को रोकना था. अल-शाबान ने सबसे विनाशकारी हमला 2015 में केन्या के एक विश्व विद्यालय में किया था. इस हमलें में 148 निर्दोष छात्र मारे गए थे.
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान
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तहरीक-ए-तालिबान आतंकी संगठन ने अपना सम्राज्य पाकिस्तान और अफगानिस्तान सीमा के बीच फैलाया हुआ है. तहरीक-ए-तालिबान आतंकी संगठन का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान सरकार को जड़ से उखाड़ फेकना हैं. इस आतंकी सगठन का नेता मुल्ला फजलुल्ला है.
रिवोल्यूशनरी आर्म्ड फोर्सेस ऑफ कोलंबिया
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कोलंबिया का यह मार्क्सवादी-लेनिनवादी आतंकी संगठन पूरी दुनिया में ड्रग्स तस्करी और लैटिन अमेरिकी देशों में आतंकी गतिविधियों के लिए बदनाम है. इसकी स्थापना सन 1964 में हुई थी.
अबू सय्याफ
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अबू सय्याफ दक्षिण-पूर्व एशिया में फिलीपींस देश का एक आतंकी संगठन है. इस संगठन का काम लोगों को लूटना हैं. फिलीपींस के सल्लू टापू और तटवर्ती इलाकों में अपहरण और फिरौती करके इसके सदस्य अपना खर्चा चलाते हैं.
जेमा इस्लामिया
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जेमाह इस्लामिया दक्षिण-पूर्व एशिया में अल कायदा का ही भाग है. इस संगठन ने 2002 में इंडोनेशिया के बाली राज्य में विस्फोट किया था, जिसकी वजह से 202 मासूम लोगों की जानें चली गईं थीं.