“पैंगोंग त्सो” झील को दुनिया की सबसे बड़ी और अनोखी झीलों में से एक माना जाता है। इस झील को पांगोंग त्सो भी कहा जाता है। लद्दाखी भाषा में पैंगोंग का अर्थ है समीपता और तिब्बती भाषा में त्सो का अर्थ झील होता है।
पैंगोंग झील का नाम एक तिब्बती शब्द बैंगोंग सह से पड़ा है जिसका अर्थ है एक संकरी और मुग्ध झील। हिमालयी क्षेत्र में बसी ये एक मात्र झील है।
पैंगोंग झील समुद्र तल से 4350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक लंबी, संकरी, गहरी एवं चारों तरफ से हिमालय पर्वत से घिरी हुई है। ये झील लेह से करीब 135 किमी दूर है और भारत के लद्दाख़ से तिब्बत पहूँचती है।
रोचक तथ्य
- इस झील का 1/3 (45 km) किलोमीटर क्षेत्र भारत (लद्दाख) में स्थित है, जबकि इसका 2/3 (90 km) किलोमीटर क्षेत्र तिब्बत (चीन) में पड़ता है। माना जाता है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) (LAC- Line of actual control) इस झील के मध्य से होकर गुजरती है। हालांकि इसकी सटीक स्थिति को लेकर अक्सर भ्रम की स्थिति बनी रहती है।
- इस झील का पानी इतना खारा है कि इसमें मछली या फिर अन्य कोई जलीय जीवन है ही नहीं। हालांकि कई प्रवासी पक्षियों के लिए यह एक महत्त्वपूर्ण प्रजनन स्थल जरूर है। इस झील का औसत तापमान माइनस 18 डिग्री से माइनस 40 डिग्री के बीच बना रहता है।
- माना जाता है कि पैंगोंग झील का पानी रंग बदलता है। ये झील अपनी कलर बदलने की क्षमता के लिए प्रसिद्ध है। इसका रंग ब्लू के शेड्स से ग्रीन और फिर लाल में बदल जाता है।
- ये दुनिया की सबसे अधिक ऊंचाई वाली झीलों में से एक है, जिसका पानी खारा है, इसके बावजूद इस झील का पानी सर्दियों में पूरा जम जाता है।
- वैसे तो लद्दाख में आपको कई मठ मिल जाएंगे, लेकिन पैंगोंग झील के पास मौजूद हेमिस मठ यहां बहुत मशहूर है। यहां का शांत माहौल और सभ्यता हर किसी को पसंद आता है। इस जगह में एक लाइब्रेरी भी है, जिसमें तिब्बती बुक्स का कलेक्शन मौजूद है।
- माना जाता है कि 1962 के युद्ध के दौरान यही वो जगह थी, जहां से चीन ने अपना मुख्य आक्रमण शुरू किया था। भारतीय सेना ने भी चुशूल घाटी के दक्षिण-पूर्वी छोर के पहाड़ी दर्रे रेजांग ला से वीरतापूर्वक युद्ध लड़ा था। पिछले कुछ सालों में चीन ने पैंगोंग झील के अपनी ओर के किनारों पर सड़कों का निर्माण भी किया है।
- पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, यह झील यक्ष राज कुबेर का मुख्य स्थान है। ऐसा माना जाता है कि भगवान कुबेर की ‘दिव्य नगरी’ इसी झील के आसपास कहीं स्थित है। इसका उल्लेख रामायण और महाभारत में भी मिलता है।
- पैंगोंग लेक की प्राकृतिक सुंदरता इसे एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल के साथ-साथ शूटिंग और फिल्मांकन के लिए भी एक पसंदीदा गंतव्य है। जहाँ दिल से, 3 इडियट्स, हीरोज, जब तक है जान, सनम रे, वक़्त और टशन जैसी सुपरहिट फिल्मो के ब्लॉकबस्टर सीन यहां शूट किए गए हैं।